पहले एमएनएस ने पाकिस्तानी कलाकारों को भारत छोड़ने की धमकी दी और फिर फिल्म निर्माताओं के संगठन इम्पा ने पाकिस्तानी कलाकारों के बॉलीवुड में काम करने पर रोक लगा दी. पाकिस्तानी कलाकारों पर इस बैन से कोई फर्क पड़े न पड़े लेकिन बॉलीवुड इनकी वजह से दो फाड़ हो गया है. एक तरफ सलमान खान समेत बॉलीवुड के कई कलाकार पाकिस्तानी कलाकारों के बॉलीवुड में काम करने का समर्थन कर रहे हैं, वहीं कुछ कलाकारों की नजर में पाक कलाकारों पर लगा बैन बिलकुल वाजिब है.
पाकिस्तानी कलाकारों के प्रति अपने विचारों को बॉलीवुड के जानेमाने कलाकारों ने कुछ इस तरह से व्यक्त किया है-
1. सलमान खान-
सलमान का कहना है कि 'आदर्श स्थिति जो होनी चाहिए वो शांति और अमन है. एक्शन का रिएक्शन तो होगा ही. आज के युग में अगर प्यार, मोहब्बत से रहें तो अच्छा होगा, खास तौर पर आम आदमी के लिए.' वहीं पाकिस्तानी कलाकारों को वापस भेजे जाने पर उन्होंने कहा कि 'कलाकार और आतंकवाद दो अलग बाते हैं. वो टेररिस्ट थे, ये कलाकार हैं. क्या कलाकार टेरेरिस्ट होते हैं? वो वीजा लेकर आते हैं, कौन देता है उनको वीजा, वर्क परमिट हमारी गवर्मेंट ही देती है न ?'.
ये भी पढ़ें- पाकिस्तानियों के लिए रोने के बजाए उरी पर रोते सलमान !
2. करण जौहर-
पहले एमएनएस ने पाकिस्तानी कलाकारों को भारत छोड़ने की धमकी दी और फिर फिल्म निर्माताओं के संगठन इम्पा ने पाकिस्तानी कलाकारों के बॉलीवुड में काम करने पर रोक लगा दी. पाकिस्तानी कलाकारों पर इस बैन से कोई फर्क पड़े न पड़े लेकिन बॉलीवुड इनकी वजह से दो फाड़ हो गया है. एक तरफ सलमान खान समेत बॉलीवुड के कई कलाकार पाकिस्तानी कलाकारों के बॉलीवुड में काम करने का समर्थन कर रहे हैं, वहीं कुछ कलाकारों की नजर में पाक कलाकारों पर लगा बैन बिलकुल वाजिब है. पाकिस्तानी कलाकारों के प्रति अपने विचारों को बॉलीवुड के जानेमाने कलाकारों ने कुछ इस तरह से व्यक्त किया है- 1. सलमान खान- सलमान का कहना है कि 'आदर्श स्थिति जो होनी चाहिए वो शांति और अमन है. एक्शन का रिएक्शन तो होगा ही. आज के युग में अगर प्यार, मोहब्बत से रहें तो अच्छा होगा, खास तौर पर आम आदमी के लिए.' वहीं पाकिस्तानी कलाकारों को वापस भेजे जाने पर उन्होंने कहा कि 'कलाकार और आतंकवाद दो अलग बाते हैं. वो टेररिस्ट थे, ये कलाकार हैं. क्या कलाकार टेरेरिस्ट होते हैं? वो वीजा लेकर आते हैं, कौन देता है उनको वीजा, वर्क परमिट हमारी गवर्मेंट ही देती है न ?'. ये भी पढ़ें- पाकिस्तानियों के लिए रोने के बजाए उरी पर रोते सलमान ! 2. करण जौहर- 'फवाद खान पाकिस्तान क्यों जाएं? और फवाद ही क्यों किसी भी पाकिस्तानी कलाकार पर बैन इस समस्या का समाधान नहीं हैं. मैं अपने आस-पास फैले गुस्से और दर्द को समझता हूं और मेरा दिल भी हमले में मरने वाले लोगों के लिए रोता है. और ऐसे में इस तरह की स्थिति (पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रतिबंध की मांग) का सामना करना पड़ता है. अगर सच में यही समाधान है तो इसे किया जाना चाहिए. लेकिन, यह कोई समाधान नहीं है. मैं इस पर भरोसा नहीं करता. लोगों को साथ आकर इस समस्या का समाधान निकालना चाहिए और यह कला और प्रतिभा पर प्रतिबंध से नहीं हो सकता.' 3. अनुपम खेर- मेरा ये कहना बहुत जरूरी है कि 'मैं भारतीय सैनिकों की दुर्भाग्यपूर्ण नरसंहार की निंदा करता हूं'. हमने हमेशा से पाकिस्तानी कलाकारों को अपनी अच्छाई और मित्रता दिखाई है. पाकिस्तान के कई लोग बहुत अच्छे हैं, लेकिन जब बात मेरे देश और मेरे देश के जवानों की हो तो मैं डिप्लोमैटिक नहीं हो सकता. मेरा रुझान तो मेरे देश की तरफ ही है. 4. नाना पाटेकर- नाना पाटेकर ने कहा कि 'पाकिस्तानी कलाकार बाद में, पहले मेरा देश. देश के अलावा मैं किसी को नहीं जानता और ना जानना चाहूंगा. कलाकार देश के सामने खटमल की तरह हैं, हमारी कोई कीमत नहीं है. जवानों से बड़ा हीरो कोई नहीं हो सकता. हम एक्टर तो बहुत मामूली लोग हैं. हमारे असल हीरो हमारे जवान हैं.'
5. रणदीप हुड्डा- 'हम पाकिस्तान को आर्थिक और कूटनीतिक तौर पर अलग-थलग करने की कोशिश कर रहे हैं. हमें उसे सांस्कृतिक तौर पर भी अलग-थलग कर देना चाहिए. सिर्फ पाकिस्तान को अलग-थलग करने से ही वहां की सरकार पर आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव बढ़ेगा.' ये भी पढ़ें- उरी हमले ने कैसे बदल दी पाकिस्तानी कलाकारों की जिंदगी 6. रणबीर कपूर- रणबीर कपूर की आने वाली फिल्म 'ऐ दिल है मुश्किल' में उनके साथ फवाद खान ने भी काम किया है. उरी हमले के बाद ये फिल्म भी मुश्किल में घिर गई है, ऐसे में रणबीर कपूर ने इस मामले पर बहुत ही सधी हुई बात कही. उन्होंने कहा कि 'मैं किसी ज्ञानी की तरह उपदेश नहीं देना चाहता, लेकिन हम लोग इस समय एक कठिन समय में जी रहे हैं. मैं उम्मीद करता हूं कि आप लोग किसी भी प्रकार की कड़वाहट और हमारी दुनिया में चारों ओर फैली नकारात्मकता से दूर रहें. 7. अनुराग कश्यप- 'करण जौहर ने बहुत अच्छी चीज कही है. अगर आप फवाद खान को वापस भेजना चाहते हैं तो ठीक है, भेज दीजिये लेकिन इसके बाद आप और कौन सा कदम उठाएंगे? आप मुझे पांच ऐसे कदमों के बारे में बताएं जो इसके बाद उठाया जाएंगे’ 8. सैफ अली खान- 'दुनिया के दरवाजे हमारी फिल्म इंडस्ट्री के लिए खुले हैं और प्रतिभा के लिए भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के दरवाजे सीमा पार के लिए भी खुले हैं. हम कलाकार हैं और हम प्रेम और शांति की बात करेंगे. लेकिन इस बाबत सरकार को फैसला लेना होगा कि क्या कानून हो, किन्हें काम करने की इजाजत होनी चाहिए और किन्हें नहीं.' 9. नवाजुद्दीन सिद्दीकी- सलमान खान के विरोध में नवाजुद्दीन सिद्दीकी का कहना है कि 'देश की सरकार का फैसला सही है, सरकार जो करेगी सही करेगी. इस मामले पर सलमान का बयान बिल्कुल गलत है. इस समय भारत और पाक के बीच परिस्थितियां काफी संवेदनशील हैं, अभी यही अच्छा है कि भारत में काम कर रहे पाकिस्तानी सितारों को यह देश छोड़कर चले जाना चाहिए.' 10. कैलाश खेर- 2012 में पाकिस्तान में कार्यक्रम कर चुके कैलाश खेर का कहना है कि 'पाकिस्तानी कलाकारों को वापस भेजकर या उनपर प्रतिबंध लगाने से कुछ नहीं होगा, जब तक कि वो कोई भी भड़काने वाली बात नहीं कह रहे, कला के क्षेत्र से जुड़ा कोई भी इंसान नफरत नहीं फैल रहा है' 11. अभिजीत भट्टाचार्य- ट्विटर पर तीखे ट्वीट्स करने के लिए प्रसिद्ध अभिजीत ने कहा कि 'कितनी बार भगाया लेकिन इन बेशर्मों के पास आतंकवाद के अलावा न आत्मसम्मान है और न ही काम है. लेकिन हम ही इन्हें पोषित करते हैं.'
ये तो इतने भड़के हुए हैं कि फवाद खान का समर्थन करने पर करण जौहर को फवाद की महबूबा ही कह डाला.
और करण पर आपत्ति जनक ट्वीट किए. सोशल मीडिया अभिजीत के इतने तीखे ट्वीट्स पर उनकी आलोचना भी कर रहा है. 12. ओम पुरी- एक न्यूज चैनल की डिबेट में हिस्सा लेते हुए ओम पुरी ने कहा “लोग चाहते हैं कि भारत और पाकिस्तान भी इजरायल और फिलस्तीन जैसे बन जाएं. हिंदुस्तान में 22 करोड़ मुसलमान भाई रहते हैं. इनके रिश्तेदार वहां रहते हैं और पाकिस्तान वालों के रिश्तेदार यहां रहते हैं. तुम उन्हें क्यों भड़काना चाहते हो.”
लेकिन इसके बाद उन्होंने जो कहा उससे ओम पुरी की बड़ी फजीहत हुई. उन्होंने कारगिल में शहीद हुए विजयंत थापर के पिता से कहा “क्या हमने फोर्स किया था उसे सेना में भर्ती होने के लिए.” 13. सोनाली बेंद्रे- हमें पीओके में आतंकी शिविरों पर इस सर्जिकल स्ट्राइक के लिए अपनी सेना और सरकार पर बहुत गर्व है. यह एक अलग तरह की पहल थी. फिल्म निर्माताओं की संस्था ने पहले ही उन्हें प्रतिबंधित कर दिया है. यदि वे आपके मित्र नहीं है और यदि आप कारोबार में रिश्ते नहीं तोड़ रहे हैं तो हर कारोबार रुकना चाहिए. समय को देखते हुए यह हर किसी पर लागू होना चाहिए.’ इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है. ये भी पढ़ेंRead more! संबंधित ख़बरें |