एक कहावत तो हम सभी ने सुनी होगी- डूबते को तिनके का सहारा. अगर आज के सोशल मीडिया के दौर में इस कहावत को कैसे कहेंगे पता है? फंसे हुए को सुषमा स्वाराज का सहारा! जी हां मैं मजाक नहीं कर रही. आज के समय में केंद्र सरकार में कोई एक मंत्री है तो सुषमा स्वराज जो न सिर्फ डिजिटल मीडिया के जरिए जुड़ रही हैं बल्कि जरुरतमंदों के लिए संजीवनी भी साबित हो रही हैं.
आलम ये है कि लोग कहीं भी फंसे हैं तो सीधा विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को ट्वीट कर रहे हैं. और एक जिम्मेदार मंत्री होने के नाते सुषमा स्वाराज हर मुमकिन न सिर्फ लोगों को रिप्लाई करती हैं बल्कि उनकी समस्या का समाधान भी करती हैं. यही कारण है कि आज की तारीख में सिर्फ ट्विटर सुषमा स्वराज को 9 मिलियन से ज्यादा लोग फॉलो कर रहे हैं.
सुषमा स्वराज के काम को और उनको किस तरीके से लोग अपने लिए एक सेवियर यानी की जीवनदायनी के रुप में देखते हैं इसकी एक बानगी हाल ही में फिर देखने को मिली. हालांकि ये मजाक में किया गया एक ट्वीट था लेकिन उसे भी लोगों ने हाथों-हाथ ले लिया.
पुणे में रहने वाले विशाल सूर्यवंशी हाल ही में रिलीज हुई शाहरुख खान की फिल्म 'जब हैरी मेट सेजल' देखने गए. फिल्म को देखकर विशाल इतने बोर हुए कि उन्हें अपनी जान जोखिम में दिखने लगी. बिना समय गंवाए उन्हें 'संजीवनी बूटी' लाने के लिए सुषमा स्वराज की याद आई और उन्होंने तुरंत ट्वीट करके मंत्री महोदया से अपनी जान बचाने की गुहार कर डाली.
बस फिर क्या था, पूरा 'ट्विटर समुदाय' उसे 'बचाने और सलाह' देने के लिए टूट पड़ा! उनकी इस ट्वीट को अभी तक लगभग 2000 लोगों ने रीट्विट कर डाला है और 3000 के करीब लोगों ने लाइक का बटन ठोंक दिया है. पढ़िए कुछ हंसी के फुहारे से भरपूर लोगों के ट्वीट-