सीक्रेट सुपर स्टार देखने की वजह एक नहीं हैं अनेक हैं
1) फिल्म के निर्माता हैं आमिर खान. जिस फिल्म को आमिर अपना नाम दें और पैसा लगायें उसमें कुछ बात तो होगी ही.
2) आमिर खान के मैनेजर अद्वैत चंदन की ये डेब्यू फिल्म है.
3) दंगल से चर्चा में आयी जायरा वसीम की दूसरी फिल्म.
4) आमिर खान का कैमियो रोल. जायरा वसीम ने आमिर के साथ दूसरी बार काम किया.
5) अमित त्रिवेदी का संगीत.
सीक्रेट सुपर स्टार वडोदरा में रहने वाली 15 साल की बच्ची इंसिया की कहानी है. अपने सपनों को हक़ीक़त में तब्दील करने की कहानी. स्कूल में पढ़ने वाली इंसिया का ख़्वाब है कि वो एक दिन बहुत बड़ी सिंगर बने. मां का पूरा साथ है लेकिन ज़ालिम पिता जो औरत पर हाथ उठाना अपनी मर्दानगी समझता है, वो संगीत के सख़्त है. बेटी का गिटार तोड़ देता है. लेकिन इंसिया हिम्मत नहीं हारती. मां और छोटे भाई का प्यार ही उसकी ताक़त है. बुरक़ा पहनकर इंटरनेट पर वो अपना गाना अपलोड करती है और फिर कैसे उसकी ज़िंदगी बदलती है. वक्त के साथ स्कूल के दोस्त से लेकर संगीत की दुनिया का नामचीन सितारा कैसे इंसिया की मदद करता है. और आखिकार सीक्रेट सुपर स्टार से सुपर स्टार वो बन पाती है या नहीं. इसी की कहानी है सीक्रेट सुपरस्टार.
निर्देशक अद्वैत चंदन ही फिल्म के लेखक भी हैं. उनका स्क्रीनप्ले सादगी और जज़्बात से भरा हुआ है. ऐसे कई मौक़े आते हैं जहां आप इंसिया के जज़्बातों से जुड़ते हैं. मां-बेटी के रिश्ते में एक दोस्ती भी दिखती है, जो क़ाबिले तारीफ है. वो सीन जहां इंसिया अपनी मां को एक बडा कदम उठाने के लिये डांटती है. या जहां मां, अपनी बेटी...
सीक्रेट सुपर स्टार देखने की वजह एक नहीं हैं अनेक हैं
1) फिल्म के निर्माता हैं आमिर खान. जिस फिल्म को आमिर अपना नाम दें और पैसा लगायें उसमें कुछ बात तो होगी ही.
2) आमिर खान के मैनेजर अद्वैत चंदन की ये डेब्यू फिल्म है.
3) दंगल से चर्चा में आयी जायरा वसीम की दूसरी फिल्म.
4) आमिर खान का कैमियो रोल. जायरा वसीम ने आमिर के साथ दूसरी बार काम किया.
5) अमित त्रिवेदी का संगीत.
सीक्रेट सुपर स्टार वडोदरा में रहने वाली 15 साल की बच्ची इंसिया की कहानी है. अपने सपनों को हक़ीक़त में तब्दील करने की कहानी. स्कूल में पढ़ने वाली इंसिया का ख़्वाब है कि वो एक दिन बहुत बड़ी सिंगर बने. मां का पूरा साथ है लेकिन ज़ालिम पिता जो औरत पर हाथ उठाना अपनी मर्दानगी समझता है, वो संगीत के सख़्त है. बेटी का गिटार तोड़ देता है. लेकिन इंसिया हिम्मत नहीं हारती. मां और छोटे भाई का प्यार ही उसकी ताक़त है. बुरक़ा पहनकर इंटरनेट पर वो अपना गाना अपलोड करती है और फिर कैसे उसकी ज़िंदगी बदलती है. वक्त के साथ स्कूल के दोस्त से लेकर संगीत की दुनिया का नामचीन सितारा कैसे इंसिया की मदद करता है. और आखिकार सीक्रेट सुपर स्टार से सुपर स्टार वो बन पाती है या नहीं. इसी की कहानी है सीक्रेट सुपरस्टार.
निर्देशक अद्वैत चंदन ही फिल्म के लेखक भी हैं. उनका स्क्रीनप्ले सादगी और जज़्बात से भरा हुआ है. ऐसे कई मौक़े आते हैं जहां आप इंसिया के जज़्बातों से जुड़ते हैं. मां-बेटी के रिश्ते में एक दोस्ती भी दिखती है, जो क़ाबिले तारीफ है. वो सीन जहां इंसिया अपनी मां को एक बडा कदम उठाने के लिये डांटती है. या जहां मां, अपनी बेटी को उसके स्कूल के दोस्त के साथ घूमने की इजाज़त देती है, दिल को छू जाते हैं. ग़लत के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाना बहुत ज़रूरी है. अत्याचार सहना भी ग़लत ही है.
खलनायक सिर्फ चोर उचक्के ही नहीं होते. हम में से एक भी हो सकते हैं. हमारे परिवार का सदस्य भी हो सकता है. और उसे ये बात बताना चाहिए और अगर ना समझे तो सबक़ सिखाना बहुत ज़रूरी है. फ़लसफ़े के तौर पर लेखक अद्वैत चंदन अपनी बात कहने में कामयाब होते हैं. आमिर खान को एक कलाकार और स्टार वैल्यू के तौर पर बहुत अच्छे से इस्तेमाल किया है. कहानी पर आमिर खान का स्टारडम हावी नहीं होता.
हालांकि फिल्म थोड़ी लंबी जरूर लगती है, लेकिन इंटरवल के बाद एक भी ऐसा क्षण नहीं है जो आपको बोर करे. कुछ ख़ामियों को आसानी से नज़र अंदाज किया जा सकता है. लेकिन ये तय है कि हिंदी फिल्मों को आमिर खान ने एक बेहद सच्चा निर्देशक दिया है. एक ऐसा निर्देशक जिसका नाम अब सब जानेंगे. अद्वैत चंदन ने अपना काम पूरी ईमानदारी से किया है.
एक्टिंग के डिपार्टमेंट में ये फिल्म पूरी तरह से जायरा वसीम की है. लेकिन जायरा की मां के किरदार में मेहर विज भी उतनी ही प्रभावशाली हैं. दोनों ने ही अपने किरदार को बख़ूबी निभाया है और वाक़ई यक़ीन दिला दिया जैसे ये असल की मां-बेटी हैं. जायरा के पिता के रोल में राज अर्जुन से डर भी लगता है और नफ़रत भी होती है. ये इस बात को साबित करता है कि उन्होंने अपने किरदार को जिया है. जायरा के दोस्त के तौर पर तीर्थ शर्मा भी लाजवाब हैं. बाकी पूरी कास्ट ग़ज़ब की है.
अब बात आमिर खान की. इस किरदार को आमिर के अलावा शायद ही कोई सुपर स्टार करता. एक पंजाबी सनकी, इंडी पॉप म्यूजिशियन. थोड़ा मग़रूर लेकिन दिल का अच्छा इंसान. एक शक्स में इतने शेड, आमिर खान ही कर सकते थे. ये किरदार आमिर के स्टारडम के लिये छोटा हो सकता है. लेकिन एक ईमानदार एक्टर और निर्माता के तौर पर आमिर ने एक बार फिर साबित कर दिया कि आखिर क्यों वो फिल्म इंडस्ट्री में औरों से अलग हैं और बेहतर भी. अमित त्रिवेदी का संगीत फिल्म की लय के साथ जाता है. कौसर मुनीर की लिरिक्स, स्क्रीनप्ले को कॉम्पलीमेंट करती हैं. अनिल मेहता की सिनेमेटोग्राफ़ी उतनी ही सच्ची है जितनी ये फिल्म.
कुल मिलाकर दिवाली के मौके पर रिलीज़ होनेवाली सीक्रेट सुपर स्टार, एक ज़रूरी फिल्म है. और जब ऐसी फिल्में अच्छा बिजनेस करती हैं तो अच्छे सिनेमा के हौसले और बुलंद होते हैं.
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