सालभर से शाहरुख खान एक हिट फिल्म के लिए तरस रहे हैं. दिलचस्प है कि सालभर पहले ही उन्होंशने ‘असहिष्णुता’ वाला विवादास्परद बयान दिया था.
शाहरुख खान एक ऐसा नाम जिसे सारी दुनिया जानती है. पिछले 25 साल से करोड़ो दिलों पर लगातार राज कर रहे हैं. मगर पिछले कुछ समय से शाहरुख की फिल्म सफलता के उस मुकाम तक नहीं पहुंच पा रही है जिसके लिये वो जाने जाते हैं.
वजह है शाहरुख का देश में बढ़ती असहिष्णुता को लेकर दिया गया बयान. शाहरुख ने नवंबर 2015 में ये बात कही कि देश में कहीं ना कहीं थोड़ी नकारात्मकता बढ़ रही है. उसी समय देश के फिल्मकार और कई लोग अपने पुरस्कार सरकार को लौटा रहे थे.
सांकेतिक फोटो |
उसी क्रम में आमिर का बयान आया कि मेरी पत्नी मुझसे पूछती है कि देश के माहौल को देखते हुए क्या अब हमें ये देश छोड़ना होगा ? इस बयान के बाद आमिर की देश भर में खूब आलोचना हुई. पूतले भी फूंके गए. टाटा स्काई और स्नेपडील जैसी कंपनी ने आमिर को ब्रांड एबेंसेडर से भी हटा दिया.
ये भी पढ़ें- यह 5 बातें सिखाती है शाहरुख खान और आलिया भट्ट की 'डियर जिंदगी'
वहीं भारत सरकार ने भी आमिर को अतुल्य भारत से रवाना किया. लोगों में गुस्सा था. दिसंबर 2015 में ही शाहरुख की फिल्म दिलवाले रिलीज़ हुई मगर कुछ लोगों ने इसे कई जगह चलने नहीं दिया. कहा कि शाहरुख देश-द्रोही है. ‘देश-भक्त’ लोग बोल रहे थे कि देश में कोई असहिष्णुता नहीं है मगर यही बात बताने के लिये सहनशीलता...
सालभर से शाहरुख खान एक हिट फिल्म के लिए तरस रहे हैं. दिलचस्प है कि सालभर पहले ही उन्होंशने ‘असहिष्णुता’ वाला विवादास्परद बयान दिया था.
शाहरुख खान एक ऐसा नाम जिसे सारी दुनिया जानती है. पिछले 25 साल से करोड़ो दिलों पर लगातार राज कर रहे हैं. मगर पिछले कुछ समय से शाहरुख की फिल्म सफलता के उस मुकाम तक नहीं पहुंच पा रही है जिसके लिये वो जाने जाते हैं.
वजह है शाहरुख का देश में बढ़ती असहिष्णुता को लेकर दिया गया बयान. शाहरुख ने नवंबर 2015 में ये बात कही कि देश में कहीं ना कहीं थोड़ी नकारात्मकता बढ़ रही है. उसी समय देश के फिल्मकार और कई लोग अपने पुरस्कार सरकार को लौटा रहे थे.
सांकेतिक फोटो |
उसी क्रम में आमिर का बयान आया कि मेरी पत्नी मुझसे पूछती है कि देश के माहौल को देखते हुए क्या अब हमें ये देश छोड़ना होगा ? इस बयान के बाद आमिर की देश भर में खूब आलोचना हुई. पूतले भी फूंके गए. टाटा स्काई और स्नेपडील जैसी कंपनी ने आमिर को ब्रांड एबेंसेडर से भी हटा दिया.
ये भी पढ़ें- यह 5 बातें सिखाती है शाहरुख खान और आलिया भट्ट की 'डियर जिंदगी'
वहीं भारत सरकार ने भी आमिर को अतुल्य भारत से रवाना किया. लोगों में गुस्सा था. दिसंबर 2015 में ही शाहरुख की फिल्म दिलवाले रिलीज़ हुई मगर कुछ लोगों ने इसे कई जगह चलने नहीं दिया. कहा कि शाहरुख देश-द्रोही है. ‘देश-भक्त’ लोग बोल रहे थे कि देश में कोई असहिष्णुता नहीं है मगर यही बात बताने के लिये सहनशीलता कि सारी हदें पार कर दी. लोगों में डर था कि फिल्म देखने जाएंगे तो वहां कुछ भी हो सकता है. छोड़ो हम नहीं जाते. कई जगह लोग नहीं भी गए. शाहरुख भी तब तक अड़े हुए थे कि उन्होंने कुछ गलत नहीं कहा है. वो माफी नहीं मांगेंगे. मगर दिलवाले के कलेक्शन के बाद शाहरुख दुखी हो गए.
जब अप्रैल 2016 में शाहरुख की फिल्म फैन दर्शकों के सामने आयी तब तो शाहरुख ने लगभग हर इंटरव्यू में माफी मांगी. कहा कि अगर मेरी बात से लोगों को तकलीफ पहुंची हो तो माफी मांगता हूं. मगर ये काफी नहीं था. आखिरकार एक बार फिर शाहरुख की फिल्म का विरोध हुआ. नतीजा फैन फिल्म भारत में 100 करोड़ रु. भी नहीं कमा पाई.
उसके बाद शाहरुख ने लगभग हर मुद्दे पर अपनी देशभक्ति को लोगों के सामने रखना शुरु कर दिया.
जब उरी हमला हुआ शाहरुख ने ट्वीट कर दुख जताया.
उसके 10 दिन बाद यानी कि 29 सिंतबर को जब भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक कि तब शाहरुख ने एक बार फिर ट्वीट किया और भारत के सेना को सलाम किया.
जब दीवाली पर प्रधानमंत्री मोदी ने #Sandesh2Soldiers कि मुहिम शुरू की तब शाहरुख ने भी अपना वीडियो संदेश भारत के सैनिकों के लिये भेजा. यहां तक कि सेना के लिये उन्होंने एक कविता भी लिखी.
अब जब 8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री ने नोटबंदी का ऐलान किया तब भी शाहरुख ने प्रधानमंत्री मोदी के इस कदम को बिल्कुल सही ठहराया और उन्हें ट्वीट किया.
अब शाहरुख कि फिल्म रईस 26 जनवरी 2017 को रिलीज होने वाली है. मगर क्या अब शाहरुख को माफ कर दिया गया है या फिर उन्हें और भी देश भक्ति दिखाने कि ज़रुरत है ?
फिलहाल आमिर कि फिल्म 23 दिसंबर को रिलीज़ होने वाली है. देखते हैं क्या कोई इसका विरोध करता है या नहीं ? क्योंकि ये पहला मौका होगा जब आमिर खान की पहली फिल्म दर्शकों के सामने होगी उनके #Intolerance वाले बयान के बाद.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.