जेब कतरों से सावधान ये कई जगह लिखा देखा था और सोचा करती थी कि लोग कितनी लापरवाही करते हैं जो उनकी जेब कट जाती है. लोग फोन पर बात करते रहते हैं और चोर उनके हाथों से फोन उड़ा ले जाते हैं. भला ऐसा भी क्या मगन होना बातों में कि सावधानी ही ना बरती जाए. दोस्तों के साथ जब कुछ ऐसा हुआ तो कई हिदायतें दीं मैंने, लेकिन जब मेरे साथ हुआ तब समझ आया कि बंधू बहुत बुरा लगता है. चाहें कितनी भी सावधानी रखो जरा सी चूक आपको परेशान और बहुत परेशान कर सकती है.
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किसी भी लड़की के लिए दुनिया के सबसे बड़े दुख में से एक तब होता है जब वो शॉपिंग के लिए जाए और उसकी पर्स कोई उड़ा ले जाए. जनाब ऐसा ही कुछ हुआ मेरे साथ. बड़े ही शौक से जब विंटर शॉपिंग के लिए निकली और बैग में हाथ डालते ही पर्स को नहीं पाया तो एक पल के लिए लगा की दुनिया घूमने लगी. शॉपिंग के अरमान टूटे तो टूटे, लेकिन सभी आईडी कार्ड्स और रखे हुए पैसों की चिंता होने लगी. चलो पैसे तो ठीक, लेकिन कार्ड्स, उनका क्या होगा. दोबारा सारे बनवाए जाएंगे, कितनी मुश्किल होगी. किसी ने गलत इस्तेमाल कर लिया तो क्या होगा. इतना सब सोचकर वाकई चक्कर आने लगा. थोड़ा होश संभाला तो ध्यान आया कि कुछ आसान से काम करके अपने सभी आईडी कार्ड्स वापस लिए जा सकते हैं और क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड हफ्ते भर के अंदर लाए जा सकते हैं.
सांकेतिक फोटो |
अगर हो जाए चोरी...
जेब कतरों से सावधान ये कई जगह लिखा देखा था और सोचा करती थी कि लोग कितनी लापरवाही करते हैं जो उनकी जेब कट जाती है. लोग फोन पर बात करते रहते हैं और चोर उनके हाथों से फोन उड़ा ले जाते हैं. भला ऐसा भी क्या मगन होना बातों में कि सावधानी ही ना बरती जाए. दोस्तों के साथ जब कुछ ऐसा हुआ तो कई हिदायतें दीं मैंने, लेकिन जब मेरे साथ हुआ तब समझ आया कि बंधू बहुत बुरा लगता है. चाहें कितनी भी सावधानी रखो जरा सी चूक आपको परेशान और बहुत परेशान कर सकती है.
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किसी भी लड़की के लिए दुनिया के सबसे बड़े दुख में से एक तब होता है जब वो शॉपिंग के लिए जाए और उसकी पर्स कोई उड़ा ले जाए. जनाब ऐसा ही कुछ हुआ मेरे साथ. बड़े ही शौक से जब विंटर शॉपिंग के लिए निकली और बैग में हाथ डालते ही पर्स को नहीं पाया तो एक पल के लिए लगा की दुनिया घूमने लगी. शॉपिंग के अरमान टूटे तो टूटे, लेकिन सभी आईडी कार्ड्स और रखे हुए पैसों की चिंता होने लगी. चलो पैसे तो ठीक, लेकिन कार्ड्स, उनका क्या होगा. दोबारा सारे बनवाए जाएंगे, कितनी मुश्किल होगी. किसी ने गलत इस्तेमाल कर लिया तो क्या होगा. इतना सब सोचकर वाकई चक्कर आने लगा. थोड़ा होश संभाला तो ध्यान आया कि कुछ आसान से काम करके अपने सभी आईडी कार्ड्स वापस लिए जा सकते हैं और क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड हफ्ते भर के अंदर लाए जा सकते हैं.
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अगर हो जाए चोरी तो सबसे पहले ऑनलाइन कर सकते हैं रिपोर्ट...
अगर आपको लगता है कि ई-FIR से सारा काम हो जाएगा तो ये गलत है. दरअसल ई-एफआईआर संज्ञेय अपराध के लिए ही बनाई गई थी जिसमें कत्ल, रेप, दहेज प्रताड़ना, अपहरण आदि शामिल हैं. बाकी अपराध जैसे चोरी, ठगी, हमला, पीछा करना आदि में ये एक शिकायत के तौर पर देखी जाती है. अगर आप तुरंत ही पुलिस स्टेशन नहीं जा सकते हैं और शिकायत दर्ज करवानी है तो ये पहली कड़ी साबित होगी. कुछ राज्य जैसे दिल्ली इसे FIR की तरह ही लेते हैं, लेकिन कुछ में आपको बाद में पुलिस स्टेशन जाना ही होगा. बेहतर होगा कि ऐसा होने के तुरंत बाद आप कम से कम ऑनलाइन रिपोर्ट कर दें. इसमें खास तौर पर अपने कार्ड्स और आईडी प्रूफ की जानकारी लिखें.
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* क्रेडिट और डेबिट कार्ड खो जाने पर...
अगर डेबिट और क्रेडिट कार्ड चोरी हो गए हैं तो सबसे पहले उन्हें ब्लॉक करवाना जरूरी है. इसे ब्लॉक करवाने में आपको ज्यादा से ज्यादा 10 मिनट लगेंगे. अपने बैंक के टोल फ्री नंबर पर कॉल करें और अपना काम निपटाएं. अगर टोल फ्री नंबर पर कॉल नहीं लग रहा जो कि कई बार होता है तो सबसे आसान तरीका है गूगल पर बैंक की मेन ब्रांच सर्च करें और उसके लैंडलाइन नंबर पर कॉल लगा दें. वो आपको अपने आप संबंधित इंसान तक ट्रांसफर कर देंगे. ऐसा हर उस कार्ड के लिए किया जा सकता है जो चोरी हुआ है. इसी कॉल में आप अपने लिए नए कार्ड की रिक्वेस्ट डाल सकते हैं.
वैरिफिकेशन के लिए आपको अकाउंट में रजिस्टर्ड नंबर और अपना सही ऐड्रेस जो आपने बैंक में अकाउंट खुलवाते समय दिया होगा वो बताना होगा. ये दोनों वैरिफाई होने के बाद ही आपकी शिकायत दर्ज करवाई जाएगी. अगर आप उस ऐड्रेस पर नहीं रहते हैं तो नए कार्ड्स आप ब्रांच में भी मंगवा सकते हैं जिसमें आपका अकाउंट खुला होगा नए कार्ड्स आने में 1 हफ्ते तक का समय लग सकता है.
* खो गाया है आधार कार्ड तो इस online प्रोसेस से मिलेगा नया...
आधार कार्ड को पहली बार में बनवाना ही मुश्किल होता है तो दूसरी बार में और भी ज्यादा परेशानी का सामना पढ़ सकता है. अब आप अपने आधार कार्ड को online भी प्राप्त कर सकते है. इसमें भी दो तरह की प्रोसेस हैं अगर आपके पास ID/EID नंबर है तो क्या करना चाहिए और अगर नहीं है तो क्या करना चाहिए..
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नया आधार कार्ड पाने के लिए 4 स्टेप्स की है पूरी प्रोसेस...
1. आपका आधार कार्ड खो जाता है तो और आपके पास ID/EID नंबर नहीं तो ये 5 स्टेप्स आएंगी काम-
1. दिए गए आधिकारिक साईट पर जाएhttps://resident.uidai.net.in/find-uid- eid
2. आधार नंबर या EID नंबर चुने
3. पूछी गई जानकारी को भरें जिससे आपके पास OTP आए, ध्यान रहे OTP उसी नंबर पर आएगा जो आपने आधार कार्ड बनावाते समय दिया होगा. इसमें ई
4. OTP डालने के बाद, दिए गए स्थान पर लिखें कि आपको ईमेल पर या मोबाइल पर आपको EID/ID नंबर मंगवाना है. दिए गए email/mobile नंबर पर आपका EID/ID नंबर आपके पास जाएगा
2. एक बार आपके पास ID/EID नंबर आ गया तो ये प्रोसेस पूरी करनी होगी-
दिए गए लिंक पर जाकर अपना आधार कार्ड प्राप्त किया जा सकता है.
https://eaadhaar.uidai.gov.in/
यहां जाकर फॉर्म भरें अपने आधार कार्ड की ऑनलाइन कॉपी डाउनलोड कर लें.
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* खो गया है पैन कार्ड तो...
अगर पैन कार्ड भी चोरी हो गया है तो इसके लिए NSDL (https://tin.tin.nsdl.com/pan/correctiondsc.html) वेबसाइट पर जाना होगा. यहां जाकर आपको पूरा डिटेल फॉर्म भरना होगा और 107 रुपए फीस देनी होगी. ये नेटबैंकिंग के अलावा, चेक, डेबिट कार्ड आदि से भी दी जा सकती है. फॉर्म में अगर कहीं भी वैलिडेशन संबंधित गलती होगी तो आपके सामने एरर स्क्रीन आ जाएगी और आपको फिर से फॉर्म भरना होगा. यही प्रोसेस पैन कार्ड करेक्शन के लिए भी पूरा करना होता है.
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आपको सभी डॉक्युमेंट्स NSDL के ऑफिस में भेजने होंगे. ऑनलाइन रिक्वेस्ट डालने के 15 दिन के अंदर फोटोग्राफ, डॉक्युमेंट और पेमेंट NSDL के ऑफिस पहुंच जाने चाहिए. इसके बाद ही पैन कार्ड रिक्वेस्ट प्रोसेस की जाएगी.
इतना सब झंझट ना करना पड़े इसके लिए अच्छा होगा कि भीड़ भाड़ वाली जगह जाने से पहले अपने आईडी कार्ड्स घर पर ही छोड़कर जाएं. साथ में उनकी कलर फोटोकॉपी रखें. इससे चोरी होने पर या खो जाने पर भी आपको कोई दिक्कत नहीं होगी. KYC डॉक्युमेंट्स ऑनलाइन अपलोड करना या सरकार द्वारा लॉन्च किए गए डिजिटल लॉकर का इस्तेमाल करना भी अच्छा विकल्प है जिससे कुछ भी चोरी होने पर आपके डॉक्युमेंट्स की कॉपी सेफ रहेगी.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.