भारतीय जनमानस में 'शादी' को 'बर्बादी' कहा जाता है. फिर भी हर कोई शादी का लड्डू खाने को एक टांग पर खड़ा रहता है. कितना ठोक बजा के रिश्ता ढ़ूंढा जाता है, सालों की तैयारियां होती हैं, तमाम ताम-झाम, शो-शा के बीच आखिरकार बंदे का बैंड बज ही जाता है. वैसे किसी भी इंसान की जिंदगी का सबसे यादगार दिन होता है उसकी शादी का दिन. पर कुछ शादियां ऐसी भी होती हैं जो न सिर्फ उनके लिए बल्कि लोगों के लिए भी यादगार बन जाती हैं.
चार जोड़ों की शादी के ये वायरल वीडियो इस बात का सबूत हैं कि हर शादी में कहीं न कहीं बर्बादी हो ही जाती है. यकीन करें, ये शादियां इन लोगों के लिए किसी पनौती से कम नहीं थीं.
पनौती इसलिए कि अपनी ही शादी के सबसे खासमखास मौके यानी जयमाला पर, जब दुल्हा और दुल्हन सेंटर ऑफ एट्रेक्शन बने स्टेज पर हाथों में जयमाला पकड़े खड़े होते हैं, और दोनों को घेरे सैकड़ों लोग और उनसे दोगुनी निगाहें सिर्फ उनपर ही टिकी होती हैं. फोटोग्राफर, वीडियो फिल्म मेकर, फ्लैशलाइट, ढ़ेरों मोबाइल कैमरे, सबका टार्गेट बस दुल्हा और दुल्हन ही होते हैं. वो शादी की सबसे अहम रस्म को अंजाम देने ही वाले होते हैं कि अचानक कुछ ऐसा होता है कि ये सबसे खास मौका ही उन्हें सबसे शर्मिंदा करने वाला मौका बन जाता है.
पहले वीडियो देखें, फिर काम की बात सुनें-
पहले वीडियो में जैसे ही 'एक्शन' बोला गया होगा, दुल्हा-दुल्हन दोनों एक्शन में आ गए और पहले मैं पहले मैं के चक्कर में कन्फ्यूज होकर ऐसे उलझे कि...
दूसरे वीडियो में जयमाला डालते वक्त दुल्हन थोड़ा सी डिसबैलेंस क्या हुई, बेचारी होपलेस ही हो गई, ऊपर से पटाखे की आवाज... हाय बेचारी की जयमाला वायरल हो गई...
तीसरा वीडियो हमें बताता...
भारतीय जनमानस में 'शादी' को 'बर्बादी' कहा जाता है. फिर भी हर कोई शादी का लड्डू खाने को एक टांग पर खड़ा रहता है. कितना ठोक बजा के रिश्ता ढ़ूंढा जाता है, सालों की तैयारियां होती हैं, तमाम ताम-झाम, शो-शा के बीच आखिरकार बंदे का बैंड बज ही जाता है. वैसे किसी भी इंसान की जिंदगी का सबसे यादगार दिन होता है उसकी शादी का दिन. पर कुछ शादियां ऐसी भी होती हैं जो न सिर्फ उनके लिए बल्कि लोगों के लिए भी यादगार बन जाती हैं.
चार जोड़ों की शादी के ये वायरल वीडियो इस बात का सबूत हैं कि हर शादी में कहीं न कहीं बर्बादी हो ही जाती है. यकीन करें, ये शादियां इन लोगों के लिए किसी पनौती से कम नहीं थीं.
पनौती इसलिए कि अपनी ही शादी के सबसे खासमखास मौके यानी जयमाला पर, जब दुल्हा और दुल्हन सेंटर ऑफ एट्रेक्शन बने स्टेज पर हाथों में जयमाला पकड़े खड़े होते हैं, और दोनों को घेरे सैकड़ों लोग और उनसे दोगुनी निगाहें सिर्फ उनपर ही टिकी होती हैं. फोटोग्राफर, वीडियो फिल्म मेकर, फ्लैशलाइट, ढ़ेरों मोबाइल कैमरे, सबका टार्गेट बस दुल्हा और दुल्हन ही होते हैं. वो शादी की सबसे अहम रस्म को अंजाम देने ही वाले होते हैं कि अचानक कुछ ऐसा होता है कि ये सबसे खास मौका ही उन्हें सबसे शर्मिंदा करने वाला मौका बन जाता है.
पहले वीडियो देखें, फिर काम की बात सुनें-
पहले वीडियो में जैसे ही 'एक्शन' बोला गया होगा, दुल्हा-दुल्हन दोनों एक्शन में आ गए और पहले मैं पहले मैं के चक्कर में कन्फ्यूज होकर ऐसे उलझे कि...
दूसरे वीडियो में जयमाला डालते वक्त दुल्हन थोड़ा सी डिसबैलेंस क्या हुई, बेचारी होपलेस ही हो गई, ऊपर से पटाखे की आवाज... हाय बेचारी की जयमाला वायरल हो गई...
तीसरा वीडियो हमें बताता है कि दुल्हा चाहे कितना भी संयम क्यों न रख ले, एक समय आकर अच्छे अच्छों के सब्र का बांध टूट सकता है-
चौथा वीडियो सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है क्योंकि ये बताता है कि दूल्हे की इज्जत आखिर उसी के हाथ में होती है-
अब हंस तो बहुत लिए होंगे आप, लेकिन इसे दिखाने का मकसद केवल हंसाना नहीं बल्कि उन लोगों को आगाह करना था जिनकी अभी शादी नहीं हुई और जो जल्दी शादी करने जा रहे हैं. उन्हें इन वीडियो से सबक लेना चाहिए कि जिस मौके के लिए वो इतने सपने संजो रहे हैं, जिसके लिए इतना तामझाम किए जाने वाले हैं, कम से कम उसके लिए भी पहले से थोड़ी सी ट्रेनिंग ले लें और वरमाला डालते वक्त ये बातें ध्यान रखें-
- वरमाला डालते वक्त दुल्हा दुल्हन भले ही आमने सामने हों लेकिन उनके चेहरे कैमरे के सामने ही होने चाहिए.
- दुल्हन सिर्फ शर्माए, दांत न दिखाए.
- पहले मैं, पहले मैं करके लड़ें नहीं, पहले ही डिसाइड कर लें कि पहले कौन माला डालेगा.
- स्टेज के चारों ओर गद्दे लगवाए जाएं जिससे दुल्हन का बैलेंस बिगड़ भी जाए तो उसे चोट न लगे.
- जयमाला के वक्त गन शॉट या फिर तेज आवाज वाला कोई पटाखा न चलाएं, ये किसी को भी शॉक दे सकता है.
- आंखें नीचे झुकाकर जयमाला डालाना काफी मुश्किल काम होता है इसलिए इस पोज़ीशन में शादी से पहले ही प्रैक्टिस कर लें. इससे बार-बार रीटेक देने से बच जाएंगे.
- दूल्हे भले ही कितने स्मार्ट बनकर आएं लेकिन अगर कुर्ता पयजामा पहने हों तो नाड़ा अच्छी तरह से टाइट करके ही स्टोज पर चढ़ें. कुछ भी हो पर इज्जत उतरनी नहीं चाहिए.
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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.