बिहार की राजनीति हर दिन एक नया मोड़ लेती नजर आ रही है. नीतीश कुमार ने 26 जुलाई की शाम को इस्तीफा दिया, क्योंकि लालू यादव ने तेजस्वी यादव को डेप्युटी सीएम के पद से नहीं हटाया. इस्तीफे के कुछ घंटों के अंदर ही सुशील मोदी जो पहले बिहार के डेप्युटी सीएम रह चुके हैं, नीतीश कुमार के समर्थन में सामने आ गए. नीतीश कुमार ने जनता दल यूनाइटेड के 71 एमएलए और बीजेपी 53 और अन्य पार्टियों के सपोर्ट के साथ वापस अपनी सरकार बना ली और सीएम पद की सलाह ले ली. मतलब 24 घंटो में बिहार की सरकार गिर भी गई और बन भी गई.
ये पूरा मामला कुछ-कुछ गेम ऑफ थ्रोन्स की रणनीतियों की तरह ही लग रहा है. गेम ऑफ थ्रोन्स में भी एक सिंहासन है और उसे पाने के लिए लोगों ने कत्लेआम मचा रखा है. राबड़ी देवी ने 'इंडिया टुडे' को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि नीतीश और लालू बड़े भाई - छोटे भाई की तरह थे. छोटे भाई ने ही बड़े भाई की के साथ धोखा किया. ये वाक्या कुछ कुछ गेम ऑफ थ्रोन्स की तरह ही है, जहां सिंहासन पर बैठने के लिए भाई ही भाई को मार देता है.
तो हमने गेम ऑफ थ्रोन्स और गेम ऑफ बिहार को थोड़ा जोड़कर देखने की कोशिश की. कमाल की बात ये है कि बिहार के किरदारों और गेम ऑफ थ्रोन्स में काफी समानता मिली.. कैसे ? चलिए देखते हैं...
1. नीतीश कुमार : लॉर्ड वैरिस
नीतीश कुमार को आप जानते होंगे. ऐसा मैं मानती हूं ... अगर आप उन्हें नहीं जानते और फिर भी पोस्ट पढ़ने आए हैं तो यकीनन लॉर्ड वैरिस के बारे में या गेम ऑफ थ्रोन्स के बारे में पता होगा. अगर दोनों को ही नहीं जानते तो पोस्ट थोड़ी मुश्किल लग सकती है.
गेम ऑफ थ्रोन्स का कैरेक्टर लॉर्ड वैरिस अपनी जासूसी, कुशल राजनीति और मौका परस्ती के लिए मश्हूर है. हालिया एपिसोड में लॉर्ड वैरिस ने बता भी दिया कि वो क्यों समय-समय पर अपना पाला...
बिहार की राजनीति हर दिन एक नया मोड़ लेती नजर आ रही है. नीतीश कुमार ने 26 जुलाई की शाम को इस्तीफा दिया, क्योंकि लालू यादव ने तेजस्वी यादव को डेप्युटी सीएम के पद से नहीं हटाया. इस्तीफे के कुछ घंटों के अंदर ही सुशील मोदी जो पहले बिहार के डेप्युटी सीएम रह चुके हैं, नीतीश कुमार के समर्थन में सामने आ गए. नीतीश कुमार ने जनता दल यूनाइटेड के 71 एमएलए और बीजेपी 53 और अन्य पार्टियों के सपोर्ट के साथ वापस अपनी सरकार बना ली और सीएम पद की सलाह ले ली. मतलब 24 घंटो में बिहार की सरकार गिर भी गई और बन भी गई.
ये पूरा मामला कुछ-कुछ गेम ऑफ थ्रोन्स की रणनीतियों की तरह ही लग रहा है. गेम ऑफ थ्रोन्स में भी एक सिंहासन है और उसे पाने के लिए लोगों ने कत्लेआम मचा रखा है. राबड़ी देवी ने 'इंडिया टुडे' को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि नीतीश और लालू बड़े भाई - छोटे भाई की तरह थे. छोटे भाई ने ही बड़े भाई की के साथ धोखा किया. ये वाक्या कुछ कुछ गेम ऑफ थ्रोन्स की तरह ही है, जहां सिंहासन पर बैठने के लिए भाई ही भाई को मार देता है.
तो हमने गेम ऑफ थ्रोन्स और गेम ऑफ बिहार को थोड़ा जोड़कर देखने की कोशिश की. कमाल की बात ये है कि बिहार के किरदारों और गेम ऑफ थ्रोन्स में काफी समानता मिली.. कैसे ? चलिए देखते हैं...
1. नीतीश कुमार : लॉर्ड वैरिस
नीतीश कुमार को आप जानते होंगे. ऐसा मैं मानती हूं ... अगर आप उन्हें नहीं जानते और फिर भी पोस्ट पढ़ने आए हैं तो यकीनन लॉर्ड वैरिस के बारे में या गेम ऑफ थ्रोन्स के बारे में पता होगा. अगर दोनों को ही नहीं जानते तो पोस्ट थोड़ी मुश्किल लग सकती है.
गेम ऑफ थ्रोन्स का कैरेक्टर लॉर्ड वैरिस अपनी जासूसी, कुशल राजनीति और मौका परस्ती के लिए मश्हूर है. हालिया एपिसोड में लॉर्ड वैरिस ने बता भी दिया कि वो क्यों समय-समय पर अपना पाला बदलते हैं. लॉर्ड वैरिस ने कहा कि वो राजा की नहीं लोगों की सेवा करते हैं. अब बताइए कुछ याद आया? ये तो नीतीश कुमार हैं जो हमेशा यही कहते आए हैं, पाला भी बदलते आए हैं और उनकी कूटनीति के बारे में आखिर किसे नहीं पता...
2. लालू यादव : नेड स्टार्क
लालू यादव की हालत इस समय बिलकुल नेड या यूं कहें एडार्ड स्टार्क जैसी हो गई है. एक समय अपने राज्य के शाशक, उसके बाद राजा के करीबी रहकर काम करने वाले नेड स्टार्क का गला खुद राजा ने ही कटवा दिया था. अब यही तो हुआ है नीतीश कुमार (राजा) और लालू यादव के साथ.
3. राबड़ी देवी : सर्सी लैनिस्टर
गुस्सैल रानी जिसे हमेशा उसके पिता या पती ने बताया कि क्या करना है. हालांकि, रानी की अपनी अकल भी कम नहीं थी. अंत में रानी ने अपने गुस्से के कारण सब दुश्मनों को जला कर मार दिया. राबड़ी देवी ने अभी तक तो कुछ ऐसा नहीं किया है, लेकिन इंडिया टुडे के इंटरव्यू में जिस तरह से उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ही नीतीश को सबक सिखाएगी और वो किसी से नहीं डरती हैं चाहें नरेंद्र मोदी हों या फिर नीतीश कुमार.. तब उनमें कुछ-कुछ सर्सी लैनिस्टर की परछाई दिखी.
4. तेजस्वी यादव : जॉन स्नो
अगर आप सोच रहे हैं कि मैंने हीरो का नाम बिहारी के विवादित डेप्युटी सीएम के साथ क्यों लिया तो इसका सिर्फ एक ही कारण है.. You know nothing John Snow... अगर आपने गेम ऑफ थ्रोन्स देखा है या फिर सोशल मीडिया पर जॉन स्नो से जुड़ा कोई भी मेम देखा है तो आपको ये डायलॉग पता होगा. बस तेजस्वी यादव की स्थिती भी वैसी ही है... डेप्युटी सीएम जी यू नो नथिंग अबाउट पॉलिटिक्स.
5. सुशील मोदी : सर डेवस
सुशील मोदी का पूरा काम वही है जो सर डेवस का गेम ऑफ थ्रोन्स में रहा है. पहले एक राजा के साथ रहे फिर दूसरे राजा का साथ देकर उसे किंग इन द नॉर्थ यानि उत्तर का राजा बना दिया. राजा को किससे मिलना है, उसे कब कैसी मदद चाहिए जैसा काम गेम ऑफ थ्रोन्स में सर डेवस करते थे और अभी सुशील मोदी कर रहे हैं. अब देखिए ना नीतीश कुमार का साथ देकर उन्हें वापस बिहार का सीएम बना दिया है.
6. जीतनराम मांझी : थियॉन ग्रेजॉय
नीतीश कुमार की नइया डुबोने वाले जीतन राम मांझी. इन्हें नीतीश कुमार ने एक खास मकसद के लिए अपने साथ रखा था, उन्हें चीफ मिनिस्टर भी एक खास वजह से बनाया गया था और नीतीश कुमार चाहते थे कि मांझी उनके कहे अनुसार ही काम करें. ये याराना तब टूटा जब मांझी ने चीफ मिनिस्टर पद से हटने से मना कर दिया और नीतीश का सपना टूट सा गया. अब इस पूरे किस्से में एक बार गेम ऑफ थ्रोन्स के थियॉन ग्रेजॉय को फिट कीजिए. रॉब स्टार्क ने उन्हें एक मकसद के साथ आयरन आइलैंड भेजा था, लेकिन थियॉन ने रॉब को धोखा दिया.
7. तेज प्रताप : किंग टॉमन
तेज प्रताप यानि बिहार के पूर्व स्वास्थ मंत्री (26 जुलाई के पहले तक). किसी ऐसे वारिस की तरह हैं जिन्हें राजकाज की ज्यादा समझ नहीं है. हालांकि, परिवार के प्रभाव में ये गलत काम जरूर कर लेते हैं. इनकी हालत कुछ-कुछ किंग टॉमन जैसी रही है जिन्हें मां, बाप, भाई सबके बाद ही देखा जाता था. कहने को तो राजा, लेकिन थोड़े मासूम से.
8. अमित शाह : टीरियन लैनिस्टर
अगर किसी ने गेम ऑफ थ्रोन्स देखा है और अमित शाह के बारे में जरा भी पता है तो इस बारे में मेरे और उसके विचार जरूर मिलेंगे. गेम ऑफ थ्रोन्स के सबसे चतुर किरदार में से एक टीरियन लैनिस्टर सबसे ताकतवर रानी के सलाहकार हैं. अब क्या और बोलने की जरूरत है.
9. अरुण जेटली : लिटिल फिंगर
चाहें गेम ऑफ थ्रोन्स में लिटिल फिंगर या यूं कहें लॉर्ड पीटर बेलिश का काम एक आर्किटेक्ट का रहा है जो रणनीति बनाकर हमेशा आगे रहते हैं उसी तरह कुछ-कुछ अरुण जेटली का भी रोल रहा है.
10. नरेंद्र मोदी : डिनेरिस टार्गेरियन
अगर आपको लग रहा है कि मोदी के किरदार को किसी महिला के किरदार में क्यों जोड़ा जा रहा है तो इसे कम मत समझिए. ये महिला गेम ऑफ थ्रोन्स की सबसे ताकतवर महिला है. इसके पास तीन ड्रैगन हैं और हजारों-लाखों सिपाहियों की सेना.
11. राहुल गांधी : सांसा स्टार्क
गेम ऑफ थ्रोन्स का सबसे कन्फ्यूज और गलत फैसले लेने वाला किरदार है सांसा स्टार्क. कहने को एक महान योद्धा की बेटी, एक बड़े घराने की आन, लेकिन इतने गलत फैलसे ... जैसे हर सीजन में सांसा स्टार्क से ये उम्मीद की जाती है कि वो कुछ अच्छे फैसले लेगी और राज करेगी उसी तरह राहुल गांधी से भी हमेशा की जाती है.
12. शहाबुद्दीन : रामसे बोल्टन
रामसे बोल्टन जो कि गेम ऑफ थ्रोन्स का सबसे क्रूर और खतरनाक कैरेक्टर रहा है रामसे बोल्टन और अगर आपने जरा भी बिहार की राजनीति को समझा है तो आपको पता होगा कि शहाबुद्दीन का किरदार कैसा रहा है.
वीडियो की मदद से यहां समझें बिहारी दांवपेंच :
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