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दिल्ली की एक सुनसान रात. एक ढाबे पर बैठ लूडो खेलते दो कैब ड्राइवर. एक के हाथ पर नाखूनों के खरोंच. दूसरे का ध्यान लूडो से हटकर खरोंच पर. सवारी मैडम के बारे में सवाल: छाती कहां तक दिख रही थी... स्कर्ट कितनी छोटी थी... खूब मजा किए बेटा!!!
दूसरे कैब ड्राइवर ने भी कहानी बतानी शुरू की. मस्त और उत्तेजक स्टाइल में. 'हम लौंडिया थोड़े ही हैं बे! हमारा भी 'स्पार्क प्लग' काम करता है. तो क्या सही में दूसरे कैब ड्राइवर ने उस रात एक और वारदात को अंजाम दिया था या... देखें वीडियो...
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