डियर आंटी पाकिस्तान,
कैसी हैं आप? आपके ट्विटर हैंडल ने यहां अच्छा खासा तूफान खड़ा कर दिया है.
जैसा कि आप जानती हैं कि इस समय भारत में आंटीज फैशन में हैं. इनमें से एक 'कथित' हत्या की दोषी खार पुलिस स्टेशन में फंस गई हैं जहां कुछ पुलिस अफसर उसकी लव लाइफ, उसके बैंक अकाउंट और उसके बच्चों (संख्या, क्वॉलिटी, जीवित, मृत) से जुड़े हर तरह के सवाल पूछ रहे हैं.
वे उसके सिर पर काला कपड़ा ढक कर उसे पुलिस स्टेशन ला रहे हैं. मुझे लगता है कि आपको उससे सहानुभूति हो सकती है. जैसा कि आपने ट्वीट किया था, 'बुर्का पहनूं तो कराची की धूप में जलूं और न पहनूं तो जहन्नुम की आग में जलूं.' वास्तव में बुर्का पहने या न पहने. यह सवाल है जिसका जवाब मिलना चाहिए.
कुछ और सवाल हैं जो दिमाग में आते हैं. जैसे, आप वो कौन मजेदार प्राणी हैं, जो इतने समझदारी भरे ट्वीट करता है और हम चाय/शाय पर कब मिल सकते हैं? हमारे देश में सामूहिक विवेक के रखवाले के तौर पर हाई सोसाइटी टाइप के लोग अभी फैशन में नहीं हैं. लेकिन इसकी हमने कब परवाह की है, है कि नहीं?
दिल्ली में अब भी घूमने के लिए कई आकर्षक स्थान हैं, इसलिए अपना वीजा/शीजा तैयार रखिए. सुना है वहां फिर से इसके लिए बहुत सी समस्याएं हैं. उफ्फ, ये उफा भी क्या आफत है. भारत में आंटीज बहुत अपसेट हैं - उन्हें लगता है कि आपके यहां की लॉन (फैब्रिक) की सप्लाई और फवाद खान बहुत जल्द हिट हो सकते हैं. फवाद से याद आया क्या इमरान खान (@ImranKhanPTI) ने सही में आपको प्रपोज किया है? हम अब भी उन्हें पसंद करते हैं लेकिन थोड़ा बूढ़ा है ना? भारतीय आंटीज युवा पुरुषों को पसंद करती हैं. लेकिन अगर हमारे आयात इतने हॉट हैं तो हम क्या करेंगे? आपके कितने सीरियल्स को देखकर हम विलाप कर सकते हैं - यह जानकर खुशी है कि आप सोचती हैं कि वे महिला विरोधी हैं. हम भी यही करते हैं - लेकिन हमारी फिल्में देखिए. वे कोई ज्यादा बेहतर नहीं हैं. सोचिए हमारी सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर बजरंगी भाईजान है और हमारा सबसे बड़ा पुरुष स्टार कहता है कि वह वर्जिन है. ऐसे में कोई आंटी इंटरटेंमेंट के लिए क्या कर सकती है?
डियर आंटी पाकिस्तान,
कैसी हैं आप? आपके ट्विटर हैंडल ने यहां अच्छा खासा तूफान खड़ा कर दिया है.
जैसा कि आप जानती हैं कि इस समय भारत में आंटीज फैशन में हैं. इनमें से एक 'कथित' हत्या की दोषी खार पुलिस स्टेशन में फंस गई हैं जहां कुछ पुलिस अफसर उसकी लव लाइफ, उसके बैंक अकाउंट और उसके बच्चों (संख्या, क्वॉलिटी, जीवित, मृत) से जुड़े हर तरह के सवाल पूछ रहे हैं.
वे उसके सिर पर काला कपड़ा ढक कर उसे पुलिस स्टेशन ला रहे हैं. मुझे लगता है कि आपको उससे सहानुभूति हो सकती है. जैसा कि आपने ट्वीट किया था, 'बुर्का पहनूं तो कराची की धूप में जलूं और न पहनूं तो जहन्नुम की आग में जलूं.' वास्तव में बुर्का पहने या न पहने. यह सवाल है जिसका जवाब मिलना चाहिए.
कुछ और सवाल हैं जो दिमाग में आते हैं. जैसे, आप वो कौन मजेदार प्राणी हैं, जो इतने समझदारी भरे ट्वीट करता है और हम चाय/शाय पर कब मिल सकते हैं? हमारे देश में सामूहिक विवेक के रखवाले के तौर पर हाई सोसाइटी टाइप के लोग अभी फैशन में नहीं हैं. लेकिन इसकी हमने कब परवाह की है, है कि नहीं?
दिल्ली में अब भी घूमने के लिए कई आकर्षक स्थान हैं, इसलिए अपना वीजा/शीजा तैयार रखिए. सुना है वहां फिर से इसके लिए बहुत सी समस्याएं हैं. उफ्फ, ये उफा भी क्या आफत है. भारत में आंटीज बहुत अपसेट हैं - उन्हें लगता है कि आपके यहां की लॉन (फैब्रिक) की सप्लाई और फवाद खान बहुत जल्द हिट हो सकते हैं. फवाद से याद आया क्या इमरान खान (@ImranKhanPTI) ने सही में आपको प्रपोज किया है? हम अब भी उन्हें पसंद करते हैं लेकिन थोड़ा बूढ़ा है ना? भारतीय आंटीज युवा पुरुषों को पसंद करती हैं. लेकिन अगर हमारे आयात इतने हॉट हैं तो हम क्या करेंगे? आपके कितने सीरियल्स को देखकर हम विलाप कर सकते हैं - यह जानकर खुशी है कि आप सोचती हैं कि वे महिला विरोधी हैं. हम भी यही करते हैं - लेकिन हमारी फिल्में देखिए. वे कोई ज्यादा बेहतर नहीं हैं. सोचिए हमारी सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर बजरंगी भाईजान है और हमारा सबसे बड़ा पुरुष स्टार कहता है कि वह वर्जिन है. ऐसे में कोई आंटी इंटरटेंमेंट के लिए क्या कर सकती है?
याद आया, आपके यहां सेंशरशिप नहीं है क्या? अपने ट्वीट्स में आप काफी बोल्ड एंड ब्यूटीफुल हैं. दिल की बात कीजिए, di*k की नहीं. ट्रॉल्स को हैंडल करने का आकर्षक तरीका. कृपया आंटीत्व के कुछ टिप्स यहां भी भेजिए. लेकिन सीरियसली क्या वहां के लोग आपको पाकिस्तान का प्रधानमंत्री चुन सकते हैं? निश्चित तौर पर आपके सिर पर नवाज शरीफ से ज्यादा बाल हैं (हेयर ट्रांसप्लांट कराने के बाद भी) और आप उनसे ज्यादा आकर्षक भी हैं. आप और मोदीजी बहुत ही आकर्षक जोड़ी बना सकती हैं - आंटी पाकिस्तान और अंकल भारत. उनकी 56 इंच की छाती के साथ आपकी... सॉरी, यह थोड़ा अशिष्ट हो गया.
लेकिन मुद्दा यह है कि सिर्फ महिलाएं ही दुनिया को बचा सकती हैं, जैसा कि आपने ट्वीट किया था.
अब क्या करें, पुरुष गुलाबी नेल पॉलिश, दुपट्टा और जूलरी से गुमराह हो रहे हैं (जैसा कि आपने कहा, 'मैं औरत हूं, गहना नहीं - क्या बात है'). उन्हें पता नहीं है कि हम भविष्य हैं. इसलिए नहीं क्योंकि हमें PMS होता है, सिर्फ इसलिए नहीं कि हम बच्चे पैदा करते सकते हैं, बल्कि इसलिए कि हमारे पास लिंग भेदभाव, जातिवाद, निराशावाद और इगनोरिज्म (रुकिए, यह शब्द नहीं है, है ना?) से लड़ने के लिए ओवरीज है.
अब मेरा टीवी मुझे बुला रहा है. नहीं, आपके शानदार सीरियल्स नहीं, हमारी अपनी मां/स्लट इंद्राणी की कहानी बुला रही है. दुआ है कि आपसे जल्द मुलाकात होगी,
आपकी,
आंटी इंडिया (अपनी कलाई पर भारतीय झंडे के टैटू के साथ)
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.