ऐसा लग रहा है जैसे आम आदमी पार्टी के अंदर कोई गृह युद्ध छिड़ गया है. दिल्ली एमसीडी चुनावों में हार के बाद से ही आम आदमी पार्टी के ऊपर मंडरा रहे ये संकट के बादल दिखने लगे थे. आप पार्टी के बड़े नेता अलका लांबा, कपिल मिश्रा और कुछ और नेताओं ने चुनावी हार के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को दोषी ठहराने के पार्टी लाइन से अलग हटकर बयान दिए थे.
अब आम आदमी पार्टी के पीएसी के सदस्य कुमार विश्वास ने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कुमार विश्वास ने कई मुद्दों पर दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर कई मुद्दों को लेकर सवाल उठाया है.
इंडिया टुडे से बात करते हुए कुमार विश्वास ने अरविंद केजरीवाल के पंजाब चुनाव, दिल्ली में राजौरी विधानसभा उपचुनाव और एमसीडी चुनावों में हार के बचाव पर सवाल उठाया. कुमार विश्वास ने कहा कि पार्टी में अब जड़ से बदलाव की जरुरत है. पार्टी नेतृत्व में बदलाव के सवाल पर अब चर्चा की जाएगी.
जानिए कुमार विश्वास ने इंडिया टुडे से 10 बड़ी क्या बातें कही-
1- कुमार विश्वास ने कहा, 'हम चुनाव ईवीएम की वजह से नहीं हारे हैं. बल्कि लोगों का ही साथ हमें नहीं मिला. जनता ने हमें वोट नहीं किया. जनता में अब हमारे लिए गुस्सा है. हमने उनका भरोसा खो दिया है.'
2- 'ईवीएम को दोष देना सही नहीं है. वो एक कारण हो सकता है लेकिन फिर भी सच ये है कि हम मतदाताओं तक पहुंचने में नाकाम रहे हैं'
3- कुमार विश्वास ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक पर अरविंद केजरीवाल नजरिया गलत था. उन्होंने कहा- 'केजरीवाल को सर्जिकल स्ट्राइक के मामले में प्रधान मंत्री पर हमला नहीं करना चाहिए था.'
4- कुमार विश्वास ने पंजाब में हार का कारण आम आदमी पार्टी द्वारा लिए गए गलत निर्णयों को बताया. 'टिकट बांटने में गड़बड़ी हुई थी. कांग्रेस और अकाली दल के लोगों को टिकट दिए गए थे. कई निर्णय बंद दरवाजे के पीछ लिए गए...
ऐसा लग रहा है जैसे आम आदमी पार्टी के अंदर कोई गृह युद्ध छिड़ गया है. दिल्ली एमसीडी चुनावों में हार के बाद से ही आम आदमी पार्टी के ऊपर मंडरा रहे ये संकट के बादल दिखने लगे थे. आप पार्टी के बड़े नेता अलका लांबा, कपिल मिश्रा और कुछ और नेताओं ने चुनावी हार के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को दोषी ठहराने के पार्टी लाइन से अलग हटकर बयान दिए थे.
अब आम आदमी पार्टी के पीएसी के सदस्य कुमार विश्वास ने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कुमार विश्वास ने कई मुद्दों पर दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर कई मुद्दों को लेकर सवाल उठाया है.
इंडिया टुडे से बात करते हुए कुमार विश्वास ने अरविंद केजरीवाल के पंजाब चुनाव, दिल्ली में राजौरी विधानसभा उपचुनाव और एमसीडी चुनावों में हार के बचाव पर सवाल उठाया. कुमार विश्वास ने कहा कि पार्टी में अब जड़ से बदलाव की जरुरत है. पार्टी नेतृत्व में बदलाव के सवाल पर अब चर्चा की जाएगी.
जानिए कुमार विश्वास ने इंडिया टुडे से 10 बड़ी क्या बातें कही-
1- कुमार विश्वास ने कहा, 'हम चुनाव ईवीएम की वजह से नहीं हारे हैं. बल्कि लोगों का ही साथ हमें नहीं मिला. जनता ने हमें वोट नहीं किया. जनता में अब हमारे लिए गुस्सा है. हमने उनका भरोसा खो दिया है.'
2- 'ईवीएम को दोष देना सही नहीं है. वो एक कारण हो सकता है लेकिन फिर भी सच ये है कि हम मतदाताओं तक पहुंचने में नाकाम रहे हैं'
3- कुमार विश्वास ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक पर अरविंद केजरीवाल नजरिया गलत था. उन्होंने कहा- 'केजरीवाल को सर्जिकल स्ट्राइक के मामले में प्रधान मंत्री पर हमला नहीं करना चाहिए था.'
4- कुमार विश्वास ने पंजाब में हार का कारण आम आदमी पार्टी द्वारा लिए गए गलत निर्णयों को बताया. 'टिकट बांटने में गड़बड़ी हुई थी. कांग्रेस और अकाली दल के लोगों को टिकट दिए गए थे. कई निर्णय बंद दरवाजे के पीछ लिए गए थे'
5- आप के पंजाब के इनचार्ज संजय सिंह और दुर्गेश पाठक ने भले ही इस्तीफा दे दिया लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी.
6- एमसीडी चुनावों में हार पर टिप्पणी करते हुए कुमार विश्वास ने कहा, 'यह हमारी छठी हार है क्योंकि हम अपने कार्यकर्ताओं से अलग-थलग पड़ गए थे. केवल ईवीएम को ही दोषी नहीं ठहराया जाना चाहिए. हम हारे क्योंकि लोगों ने हमारे लिए वोट नहीं किया.'
7- 'अरविंद केजरीवाल ने गोपाल राय को दिल्ली का प्रभार दिया गया था. इस बात पर किसी से कुछ भी चर्चा नहीं की गई. पीएसी में निर्णय सुनाया गया था.'
8- कुमार विश्वास ने कहा, 'पार्टी को बदलाव की जरूरत है. दूसरों पर दोषारोपण करने के बजाए हमें आत्मविश्लेषण करना चाहिए और अपनी हार के कारणों जानने की कोशिश करनी चाहिए.'
9- पार्टी नेतृत्व में बदलाव के सवाल पर कुमार विश्वास ने कहा,'इस बात पर हम जल्द ही पार्टी में चर्चा करेंगे।'
10- देश में राजनीति का विकल्प उपलब्ध कराने के मूल उद्देश्य पर बात करते हुए कुमार विश्वास ने कहा, 'जंतर मंतर पर हम कांग्रेस, मोदी, भाजपा या ईवीएम से लड़ने के लिए नहीं बैठे थे.'
इन तमाम तर्कों के बावजूद आम आदमी पार्टी के सामने मजबूरी यह है कि पार्टी के पास केजरीवाल से आगे कोई नेता नहीं है. भले ही आप का गठन अन्य पार्टियों जैसे हाईकमान कल्चर के विरोध में हुआ, लेकिन यह पार्टी भी उसी राह पर पहुंच गई. फिलहाल केजरीवाल ही आम आदमी पार्टी के सर्वेसर्वा हैं और पार्टी की पहचान उन्हीं से है.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.