अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच बढ़ते तनाव ने पूरे विश्व में हलचल पैदा कर दी है. पूरी दुनिया की अब आगे क्या होगा. इन सब के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र में अपने पहले संबोधन के दौरान उत्तर कोरिया को कड़ी चेतावनी दे डाली. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि अगर उत्तर कोरिया का तानाशाह किम जोंग दूसरे देशों के लिए खतरा बना और अपनी हरकतों से बाज नहीं आया, तो उसे गंभीर परिणाम उठाना पड़ सकता है. ट्रंप ने अपने संबोधन में स्पष्ट कहा कि उत्तर कोरिया अगर नहीं मानता है तो उसे पूरी तरह तबाह कर देंगे. उन्होंने कहा कि 'अमेरिका के पास काफी ताकत और धैर्य है, लेकिन जब खुद पर या हमारे सहयोगियों के सुरक्षा पर खतरा दिखेगा, तो हमारे पास उत्तर कोरिया को नेस्तनाबूद कर देने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचेगा.'
उत्तर कोरिया के तानाशाह के खात्मे के लिए युद्धाभ्यास
उत्तर कोरिया के द्वारा हाल में किये गए परमाणु और मिसाइल परीक्षणों और लगातार धमकी के बाद अमेरिका ने ठोस जवाब देते हुए उत्तर कोरिया के ऊपर से चार स्टेल्थ लड़ाकू जेट विमानों और दो बमवर्षक विमानों को उड़ा कर अभ्यास किया. कोरियाई प्रायद्वीप के ऊपर मॉक बमबारी अभ्यास का कर के अमेरिका ने सनकी तानाशाह को मारने का रिहर्सल भी कर डाला है. इससे पहले अगस्त के अंतिम हफ्ते में भी इसी तरह का अभ्यास किया गया था. अमेरिकी सेना उत्तर कोरिया को...
अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच बढ़ते तनाव ने पूरे विश्व में हलचल पैदा कर दी है. पूरी दुनिया की अब आगे क्या होगा. इन सब के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र में अपने पहले संबोधन के दौरान उत्तर कोरिया को कड़ी चेतावनी दे डाली. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि अगर उत्तर कोरिया का तानाशाह किम जोंग दूसरे देशों के लिए खतरा बना और अपनी हरकतों से बाज नहीं आया, तो उसे गंभीर परिणाम उठाना पड़ सकता है. ट्रंप ने अपने संबोधन में स्पष्ट कहा कि उत्तर कोरिया अगर नहीं मानता है तो उसे पूरी तरह तबाह कर देंगे. उन्होंने कहा कि 'अमेरिका के पास काफी ताकत और धैर्य है, लेकिन जब खुद पर या हमारे सहयोगियों के सुरक्षा पर खतरा दिखेगा, तो हमारे पास उत्तर कोरिया को नेस्तनाबूद कर देने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचेगा.'
उत्तर कोरिया के तानाशाह के खात्मे के लिए युद्धाभ्यास
उत्तर कोरिया के द्वारा हाल में किये गए परमाणु और मिसाइल परीक्षणों और लगातार धमकी के बाद अमेरिका ने ठोस जवाब देते हुए उत्तर कोरिया के ऊपर से चार स्टेल्थ लड़ाकू जेट विमानों और दो बमवर्षक विमानों को उड़ा कर अभ्यास किया. कोरियाई प्रायद्वीप के ऊपर मॉक बमबारी अभ्यास का कर के अमेरिका ने सनकी तानाशाह को मारने का रिहर्सल भी कर डाला है. इससे पहले अगस्त के अंतिम हफ्ते में भी इसी तरह का अभ्यास किया गया था. अमेरिकी सेना उत्तर कोरिया को बार-बार चेतावनी दे रही है. और इस वायु-अभ्यास को भी उत्तर कोरिया के खिलाफ चेतावनी समझा जा रहा है. कुछ एक्सपर्टस तो इसे अप्रत्यक्ष रूप से युद्ध का एलान तक मान रहे है. संदेश साफ है अगर उत्तर कोरिया ने फिर कोई गुस्ताखी की तो उसकी खैर नहीं होगी. इस बार लड़ाकू विमान सिर्फ ऊपर से ही नहीं गुजरेंगे बल्कि उत्तर कोरिया को नेस्तनाबूद कर देंगे.
जंग के हालात के बीच अमेरिका ने बढ़ाया सेना का बजट
उत्तर कोरिया से जंग जैसे हालात के चलते अमेरिका ने सेना का बजट बढ़ाया है. अमेरिकी सीनेट ने सर्वसम्मति से एक विधेयक पारित किया, जिसके फलस्वरूप सेना को 700 अरब डॉलर का बजट और दिया जाएगा. सैन्य बजट में वृद्धि होने के बाद अमेरिकी सेना और मजबूत हो जाएगी. जिससे आने वाले किसी भी खतरे का डट का मुक़ाबला कर सकती है.
तानाशाह किम जोंग उन की बौखलाहट
जब से उत्तर कोरिया पर संयुक्त राष्ट्र ने सख्त प्रतिबन्ध लगाये हैं, तब से ही तानाशाह किम जोंग की बौखलाहट बढ़ गयी है. प्रतिबंध के कुछ दिनों के बाद ही उसने जापान के ऊपर से दो मिसाइल दाग कर अमेरिका को चेतावनी देनी चाही. इससे पहले उत्तर कोरिया ने हाइड्रोजन बम का परीक्षण कर सनसनी फैला दी थी. अभी तक उत्तर कोरिया ने तक़रीबन 6 परमाणु परीक्षण कर डाला है. इतनी चेतावनियों और कई बैन के बावजूद उत्तर कोरिया का परमाणु परिक्षण जारी है.
जापान ने तैनात किया मिसाइल डिफेन्स सिस्टम
जापान ने खतरे को भांपते हुए और उत्तर कोरिया से निपटने के लिए होकैदो आइलैंड पर एक मोबाइल मिसाइल डिफेंस सिस्टम तैनात किया है. जापान ने ये कदम उत्तर कोरिया द्वारा हाल में किये गए न्यूक्लियर टेस्ट को देखते हुए लिया है. यह तैनाती उसी इलाके में की गयी है जिसके ऊपर से उत्तर कोरिया ने हाल ही में अपनी मिसाइल दागी थी. बता दें कि प्रतिबंध के बाद उत्तर कोरिया ने जापान को समुद्र में डुबोने की धमकी भी दी थी.
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