गुजरात में नवरात्र से पहले वीएचपी ने विवादास्पद ऐलान किया है. वीएचपी के अनुसार गरबा के दौरान अगर कोई मुस्लिम युवक पाया जाता है, तो उसकी घर वापसी करवाई जाएगी. इतना ही नहीं, अगर पुलिस ने गरबा को 12 बजे रात के बाद बंद करवाया तो वीएचपी विरोध स्वरूप मस्जिद से माईक उतारेगी.
विश्व हिन्दू परिषद ने ऐलान किया है कि गरबा के दौरान मुस्लिम युवक पंडाल में न आएं. अगर वे गरबा के दौरान पकड़े जाते हैं तो वीएचपी उनकी घर वापसी करवाएगी. ऐलान के अनुसार वीएचपी पंडाल में ही यह घोषणा करेगी कि जो शख्स गरबा के पंडाल में आया है, वो हिन्दू बनना चाहता है. इसलिए उस पर गौमूत्र और गंगाजल का छिड़काव कर उसे हिन्दू बनाने की प्रक्रिया की जाएगी.
गुजरात वीएचपी के अध्यक्ष रनछोड़ भरवाड़ का कहना है कि जो मुस्लिम युवक गरबा करने आते हैं, उनका मकसद हिन्दू बनना होता है.
इसके अलावा हिन्दू धर्म के त्योहारों पर आने वाले दिशा-निर्देशों को लेकर भी वीएचपी में रोष है. उनका कहना है कि सिर्फ हिन्दू धर्म के त्योहारों को लेकर ही क्यों इस तरह की गाईड लाईन लाई जाती है, जहां 12 बजे रात को गरबा बंद करने का सरकारी फरमान होता है. अगर इसके पीछे तर्क ध्वनि प्रदूषण का है तो जैसे ही गरबा बंद करवाया जाएगा, वीएचपी मस्जिदों से माईक उतारने का काम शुरू कर देगी.
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