गोवा में ही नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी को लेकर सबसे बड़ा भाषण दिया था. यहीं गरीबों का नाम लेते हुए उनके आंखों से आंसू छलक आए थे. गोवा में हुए चुनाव का विश्लेषण करने वाले कह रहे हैं कि गोवा के मध्यम वर्ग और गरीब वर्ग दोनों में मोदी को लेकर जबर्दस्त समर्थन था. जिसका नतीजा एग्जिट पोल में दिखाई दे रहा है. सत्ताधारी बीजेपी को चुनौती देने में कांग्रेस पार्टी कुछ खास नहीं कर पाई है.
आम आदमी पार्टी ने यहां मेहनत की थी, लेकिन उसे नया मानते हुए वोटर ने चुप्पी रखी. और शायद वोट भी नहीं दिया.
यहां बीजेपी को सबसे ज्यादा चिंता आरएसएस से अलग होकर चुनाव लड़ रहे सुभाष वैलिंगकर लेकर थी. बीजेपी को उम्मीद थी कि वे पार्टी के वोट काटेंगे. लेकिन ऐसा होता दिख नहीं रहा है.
इंडिया टुडे - एक्सिस एग्जिट पोल
बीजेपी 18 ‐ 22
कांग्रेस 9 ‐ 13
आप 0 ‐ 2
MGP/SS/SV 3 ‐ 6
अन्य 1 ‐ 3
वोट शेयर
बीजेपी 35
कांग्रेस 32
आप 8
MGP/ SS/SV 11
अन्य ...
गोवा में ही नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी को लेकर सबसे बड़ा भाषण दिया था. यहीं गरीबों का नाम लेते हुए उनके आंखों से आंसू छलक आए थे. गोवा में हुए चुनाव का विश्लेषण करने वाले कह रहे हैं कि गोवा के मध्यम वर्ग और गरीब वर्ग दोनों में मोदी को लेकर जबर्दस्त समर्थन था. जिसका नतीजा एग्जिट पोल में दिखाई दे रहा है. सत्ताधारी बीजेपी को चुनौती देने में कांग्रेस पार्टी कुछ खास नहीं कर पाई है.
आम आदमी पार्टी ने यहां मेहनत की थी, लेकिन उसे नया मानते हुए वोटर ने चुप्पी रखी. और शायद वोट भी नहीं दिया.
यहां बीजेपी को सबसे ज्यादा चिंता आरएसएस से अलग होकर चुनाव लड़ रहे सुभाष वैलिंगकर लेकर थी. बीजेपी को उम्मीद थी कि वे पार्टी के वोट काटेंगे. लेकिन ऐसा होता दिख नहीं रहा है.
इंडिया टुडे - एक्सिस एग्जिट पोल
बीजेपी 18 ‐ 22
कांग्रेस 9 ‐ 13
आप 0 ‐ 2
MGP/SS/SV 3 ‐ 6
अन्य 1 ‐ 3
वोट शेयर
बीजेपी 35
कांग्रेस 32
आप 8
MGP/ SS/SV 11
अन्य 14
वोट देकर मतदान केंद्र से बाहर आते लोगों ने कुछ ऐसे संकेत दिए:
- लोगों का सरकार पर भरोसा कायम है.
- MGP के साथ गठबंधन नहीं करने से भाजपा को थोड़ा झटका लगा है और इसकी वजह से बहुमत मिलने में थोड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ा. इसके पहले भाजपा को एमजीपी के साथ गठबंधन का फायदा मिला था.
- एमजीपी + को उनकी पारंपरिक तीन (3) सीटें मिलने की संभावना है.
- इसके अतिरिक्त 2-3 सीटों पर वे भाजपा को कड़ी टक्कर देंगे.
- रेल मंत्री और गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का दिल्ली से गोवा शिफ्ट होना पार्टी के लिए फायदेमंद रहा. इसकी वजह से पार्टी को 2-3% वोटों का फायदा हुआ जिससे बहुमत पाने में आसानी हुई.
- आप पार्टी मुख्य रूप से दक्षिण गोवा में सिमट कर रह गई. राज्य में ये कैथोलिक और मुसलमानों से अपेक्षित समर्थन पाने में भी असफल रही.
- हालांकि आप के हिस्से में 19% कैथोलिक वोट आया लेकिन इससे राज्य में 1-2 सीटें ही पाई जा सकती हैं.
- कुछ सीटों पर एमजीपी-भाजपा गठबंधन के टूटने का फायदा कांग्रेस को मिलेगा.
ये भी पढ़ें-
यूपी एग्जिट पोल : बीजेपी को भारी बहुमत, बीएसपी का पत्ता साफ
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.