बीएचयू के सिंहद्वार पर दो दिनों से छेड़खानी का विरोध कर रही छात्राओं का धरना-प्रदर्शन शनिवार को हिंसक हो गया. इसे देखते हुए प्रशासन ने विश्वविद्यालय और उसके आसपास अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किये हैं. साथ ही कैंपस को 2 अक्टूबर तक के लिए बंद घोषित कर दिया गया है. खबरों की माने तो करीब दर्जन भर छात्राएं पुलिस के साथ झड़प में घायल हो गईं हैं. ऐसा तब हुआ जब छात्राओं ने वाइस चांसलर के आवास में घुसने की कोशिश और पुलिस ने उन्हें रोकना चाहा. इतने में दोनों पक्षों में हाथापाई हो गई. पुलिस ने काबू करने के लिए हवाई फायरिंग भी की. छात्राओं ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनपर हाथ भी उठाया.
विश्वविद्यालय के कुलपति ने इस विरोध प्रदर्शन को पीएम मोदी की बनारस यात्रा के समय किये जाने पर एक सोची समझी रणनीति बताया है. उन्होंने कहा है कि- 'कुछ अराजक तत्व और बाहरी लोग परिसर का माहौल ख़राब करने में लगे हुए हैं.'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में छात्राओं पर पुलिस द्वारा लाठी चार्ज किये जाने के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है. और इसमें राजनीतिक दल भी कूद पड़े हैं. सोशल मीडिया पर इस मामले में कई राजनीतिज्ञ ट्वीट कर यूनिवर्सिटी के कुलपति के साथ-साथ राज्य की मौजूदा योगी सरकार और नरेंद्र मोदी को भी कठघरे में खड़ा कर रहे हैं.