यूं तो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हमेशा ही हर मुद्दे पर सियासत के मूड में रहते हैं. प्रधानमंत्री से सीधे टकराना उनकी आदत है. दिल्ली सरकार के अपने एक विधायक की गिरफ्तारी से लेकर किसी अधिकारी की सीबीआई जांच तक, इन सबका ठीकरा वो प्रधानमंत्री पर ही फोड़ते हैं. यहां तक कि प्रधानमंत्री को कायर तक कह डाला.
केजरीवाल ने जब पार्टी बनाई तब कहते थे कि हम एक अलग तरह की राजनीति करने आए हैं. हो भी यही रहा है, आप ऐसी राजनीति कर रहे हैं जो कोई नहीं कर रहा. ये सब तक तो ठीक था, मगर जब अरविंद केजरीवाल ने अपने वीडियो में प्रधानमंत्री को सलाम करते हुए उनसे पाकिस्तान पर हुए सर्जीकल स्ट्राइक के वीडियो रिलीज के बारे में कहा तो सारा देश उनके खिलाफ हो गया.
अरविंद केजरीवाल ने सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत की मांग की |
ये कैसी राजनीति? आपको अपनी सेना पर ही यकीन नहीं? तो फिर आप किस पर यकीन करेंगे? आपको दिल्ली पुलिस पर जरा सा भरोसा नहीं, आपको अपने आरोपी विधायकों पर खुद से ज्यादा भरोसा है.
ये भी पढ़ें- क्या भारत को सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत सार्वजनिक करने चाहिए?
केजरीवाल तो हमेशा ही मीडिया को गालियां देते रहते हैं. मीडिया बिकाऊ है. मीडिया भ्रष्ट है. मीडिया वाले चोर हैं. तो फिर आपने आज मीडिया पर ही कैसे भरोसा कर लिया? और सीधे सेना पर ही सवाल खड़ा कर दिया. यानी कि मीडिया जब...
यूं तो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हमेशा ही हर मुद्दे पर सियासत के मूड में रहते हैं. प्रधानमंत्री से सीधे टकराना उनकी आदत है. दिल्ली सरकार के अपने एक विधायक की गिरफ्तारी से लेकर किसी अधिकारी की सीबीआई जांच तक, इन सबका ठीकरा वो प्रधानमंत्री पर ही फोड़ते हैं. यहां तक कि प्रधानमंत्री को कायर तक कह डाला.
केजरीवाल ने जब पार्टी बनाई तब कहते थे कि हम एक अलग तरह की राजनीति करने आए हैं. हो भी यही रहा है, आप ऐसी राजनीति कर रहे हैं जो कोई नहीं कर रहा. ये सब तक तो ठीक था, मगर जब अरविंद केजरीवाल ने अपने वीडियो में प्रधानमंत्री को सलाम करते हुए उनसे पाकिस्तान पर हुए सर्जीकल स्ट्राइक के वीडियो रिलीज के बारे में कहा तो सारा देश उनके खिलाफ हो गया.
अरविंद केजरीवाल ने सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत की मांग की |
ये कैसी राजनीति? आपको अपनी सेना पर ही यकीन नहीं? तो फिर आप किस पर यकीन करेंगे? आपको दिल्ली पुलिस पर जरा सा भरोसा नहीं, आपको अपने आरोपी विधायकों पर खुद से ज्यादा भरोसा है.
ये भी पढ़ें- क्या भारत को सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत सार्वजनिक करने चाहिए?
केजरीवाल तो हमेशा ही मीडिया को गालियां देते रहते हैं. मीडिया बिकाऊ है. मीडिया भ्रष्ट है. मीडिया वाले चोर हैं. तो फिर आपने आज मीडिया पर ही कैसे भरोसा कर लिया? और सीधे सेना पर ही सवाल खड़ा कर दिया. यानी कि मीडिया जब आपके पक्ष की खबर दिखाए तब मीडिया बिल्कुल सही, मगर जब मीडिया आपके विधायकों की पोल पट्टी खोले तब मीडिया बिकाऊ?
हर पल राजनीति. मगर आज देश की नजरों में केजरीवाल पूरी तरह गिर चुके हैं. सवाल यहां अब बीजेपी, कांग्रेस या आम आदमी पार्टी का नहीं है. सवाल सेना का है. आज देश का आम आदमी आपको आइना दिखा रहा है. पाकिस्तान जो चाह रहा है वही काम आज आपने उनके लिए कर दिया. आज पाकिस्तान के किसी भी अखबार में देख लिजिये, सभी अखबारों में अरविंद केजरीवाल पाकिस्तान में हीरो के रुप में दिखाई दे रहे हैं.
अब तक तो पाकिस्तान ही सवाल कर रहा था कि वीडियो दिखाइए, मगर अब पाकिस्तानी मीडिया ही अरविंद केजरीवाल का सहारा लेकर सवाल कर रहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ही भारतीय सेना पर सवाल उठा रहे हैं. यानी कि पाकिस्तानी सेनी सही कह रही है. कोई सर्जिकल स्ट्राइक हुई ही नहीं.
ये भी पढ़ें- ये है सर्जिकल स्ट्राइक की इनसाइड स्टोरी !
केजरीवाल को अपने इस बेहद बेतुके बयान पर सेना से और सारे देश से माफी मांगनी चाहिए. (प्रधानमंत्री से तो नहीं मांगेंगे)
केजरीवाल कहते हैं कि सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो सबके सामने लाया जाए. अब केजरीवाल जी ये आपके विधायक संदीप कुमार का सेक्स स्कैंडल नहीं है जो इसे सार्वजनिक किया जाए.
आज देश के सामने अपनों ने ही सवाल खड़े कर दिए. आज सेना को और सरकार को पहले अपने ही देश के चंद नेताओं को यकिन दिलाना होगा उसके बाद पाकिस्तान को और फिर संयुक्त राष्ट्र को.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.