ऐसे मौके कम ही देखने को मिलते हैं. जब सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेता एक ही दिन, एक ही वक्त चुनावी मैदान में हों. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजकोट में थे तो कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी मंडी में. दोनों ही राज्यों - गुजरात और हिमाचल प्रदेश में साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं.
जीएसटी पर सरकार के फैसले को समझाते हुए मोदी ने कहा कि लगता है जैसे 15 दिन पहले ही दिवाली आ गयी हो. जीएसटी और दूसरे कई मुद्दों पर सरकार को घेरते हुए राहुल गांधी ने भी जता दिया कि चुनाव के दिन भी आ गये हैं.
जैसे चुनावी दौरे हों
महीने भर के अंदर प्रधानमंत्री मोदी का ये तीसरा गुजरात दौरा है. पहले 13-14 सितंबर, फिर 17 सितंबर और अब दो दिन के दौरे पर मोदी फिर गुजरात में हैं. इस बार वो अपने गृह नगर वडनगर भी पहुंच रहे हैं.
अमेरिका से लौटने के बाद राहुल गांधी भी तीन दिन के दौरे पर गुजरात गये थे. राहुल गांधी ने भी अपनी बातों और कार्यक्रम से इस बात का पूरा अहसास कराया कि चुनावी सीजन शुरू हो चुका है. गुजरात के बाद राहुल गांधी तीन अमेठी में भी रहे.
राहुल से पहले प्रधानमंत्री भी एक दिन के लिए हिमाचल के बिलासपुर गये हुए थे. अभी 10 अक्टूबर को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और मोदी सरकार के कई मंत्री अमेठी जाने वाले हैं.
मोदी बोले दिवाली, राहुल ने समझाया दिवाला
मोदी और राहुल दोनों के पास बताने के लिए अपनी अपनी बातें थीं. जाहिर है दोनों एक दूसरे के खिलाफ ही होंगी. मोदी ने जीएसटी पर सरकार के फैसले की तारीफ के पुल बांधे तो राहुल ने कहा कि जल्दबाजी में जीएसटी लागू करने के कारण लोगों को अपनी नौकरियां गंवानी पड़ीं.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि तीन महीने में जानकारी के...
ऐसे मौके कम ही देखने को मिलते हैं. जब सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेता एक ही दिन, एक ही वक्त चुनावी मैदान में हों. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजकोट में थे तो कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी मंडी में. दोनों ही राज्यों - गुजरात और हिमाचल प्रदेश में साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं.
जीएसटी पर सरकार के फैसले को समझाते हुए मोदी ने कहा कि लगता है जैसे 15 दिन पहले ही दिवाली आ गयी हो. जीएसटी और दूसरे कई मुद्दों पर सरकार को घेरते हुए राहुल गांधी ने भी जता दिया कि चुनाव के दिन भी आ गये हैं.
जैसे चुनावी दौरे हों
महीने भर के अंदर प्रधानमंत्री मोदी का ये तीसरा गुजरात दौरा है. पहले 13-14 सितंबर, फिर 17 सितंबर और अब दो दिन के दौरे पर मोदी फिर गुजरात में हैं. इस बार वो अपने गृह नगर वडनगर भी पहुंच रहे हैं.
अमेरिका से लौटने के बाद राहुल गांधी भी तीन दिन के दौरे पर गुजरात गये थे. राहुल गांधी ने भी अपनी बातों और कार्यक्रम से इस बात का पूरा अहसास कराया कि चुनावी सीजन शुरू हो चुका है. गुजरात के बाद राहुल गांधी तीन अमेठी में भी रहे.
राहुल से पहले प्रधानमंत्री भी एक दिन के लिए हिमाचल के बिलासपुर गये हुए थे. अभी 10 अक्टूबर को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और मोदी सरकार के कई मंत्री अमेठी जाने वाले हैं.
मोदी बोले दिवाली, राहुल ने समझाया दिवाला
मोदी और राहुल दोनों के पास बताने के लिए अपनी अपनी बातें थीं. जाहिर है दोनों एक दूसरे के खिलाफ ही होंगी. मोदी ने जीएसटी पर सरकार के फैसले की तारीफ के पुल बांधे तो राहुल ने कहा कि जल्दबाजी में जीएसटी लागू करने के कारण लोगों को अपनी नौकरियां गंवानी पड़ीं.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि तीन महीने में जानकारी के आधार पर जीएसटी में बदलाव किया गया है, इस तरह सिंपल टैक्स और सिंपल कर दिया गया है. मोदी ने कहा कि जीएसटी काउंसिल के फैसले के चलते देशवासियों के लिए दिवाली जल्दी ही आ गयी है.
मोदी के दावों को काटते हुए राहुल ने जीएसटी और नोटबंदी को सरकार की बड़ी नाकामियां बताया. राहुल ने कहा कि जीएसटी की हड़बड़ी ने नौजवानों की नौकरियां छीन लीं तो नोटबंदी ने आम लोगों के घरों में रखे पैसे खत्म कर दिये. राहुल का कहना था कि देश की इकोनॉमी कैश से चलती है लेकिन सरकार देश से कैश को ही खत्म करने पर तुली हुई है - नतीजा ये है कि नोटबंदी से जीडीपी में दो फीसदी की गिरावट आ गयी है. राहुल ने इसे अर्थव्यवस्था के लिए बड़ा खतरा बताया.
'कहां हिमाचल, कहां गुजरात'
राहुल गांधी ने गुजरात और हिमाचल प्रदेश की तुलना करके समझाया कि किस तरह गुजरात मॉडल फेल हो चुका है. गुजरात दौरे में भी राहुल बार बार कांग्रेस के सोशल मीडिया कैंपेन - विकास पागल हो गया है का जिक्र करते रहे.
राहुल ने कहा - 'मैं पिछले दिनों गुजरात के दौरे पर था, जिसके मॉडल की पूरे देश में चर्चा होती है. गुजरात की अगर हिमाचल से तुलना की जाए तो हिमाचल सरकार ने पांच साल में 70 हजार लोगों को नौकरी दी है. वहीं गुजरात सरकार ने सिर्फ 10 हजार को नौकरी दी.
राहुल ने बताया हिमाचल सरकार ने पांच साल में 4 मेडिकल कॉलेज खोले, जबकि गुजरात सरकार ने कोई मेडिकल कॉलेज नहीं खोला है. उन्होंने बताया - हिमाचल सरकार 1000 रुपये बेरोजगारी भत्ता दे रही है, जबकि गुजरात में बेरोजगारी भत्ता मिलता ही नहीं.
बातों बातों में राहुल गांधी ने एक किस्सा भी सुनाया जो मोदी पर ही कटाक्ष था.
किस्सा-ए-कंचनजंघा
एक रिपोर्टर से बातचीत का किस्सा सुनाते हुए राहुल ने कहा, 'एक बार प्रधानमंत्री मोदी से एक रिपोर्टर ने उनकी पहाड़ों पर यात्रा को लेकर कुछ सवाल पूछे थे. मोदी ने बताया कि मुझे पहाड़ बहुत अच्छे लगते हैं. फिर रिपोर्टर ने पूछा, पहाड़ों पर आप कहां-कहां गए हैं? पीएम ने जवाब दिया कि मैं निकल जाता हूं चप्पल पहनकर और पहाड़ों में घूमना मुझे अच्छा लगता है. मैं चप्पलों में 25 हजार फीट तक गया हूं.'
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने आगे कहा - 'रिपोर्टर ने पता लगाया कि 25 हजार फीट से ऊंचा केवल एक ही पहाड़ है कंचनजंघा. लोगों की वहां मौत भी हुई है, वहां पहुंचने में महीनों लग जाते हैं. हमारे पीएम जी अकेले निकल पड़े चप्पल में.
किस्सा सुनाने के बाद राहुल गांधी ने कहा, 'हमारे चीफ मिनिस्टर चप्पल में 25 हजार फीट तो नहीं पहुंचे, लेकिन जूता पहनकर हिमाचल के हर कोने में जरूर गए हैं.' हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और वीरभद्र सिंह मुख्यमंत्री हैं. राहुल ने दावा किया कि वीरभद्र सिंह ही फिर मुख्यमंत्री बनेंगे. गुजरात में मोदी ने भी कांग्रेस की पुरानी सरकारों की खामियां तो गिनाई ही, अपने भाषण में चप्पलों का भी जिक्र किया. मोदी ने कहा कि आजादी के बाद एविएशन की कोई पॉलिसी नहीं थी और छोटी जगहों को जोड़ने के लिए उनकी सरकार ने पॉलिसी बनाई. फिर प्रधानमंत्री ने कहा - 'मैं ऐसा विकास करना चाहता हूं कि हवाई चप्पल पहने इंसान भी हवाई जहाज में यात्रा करने लगे.'
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