जी20 सम्मेलन में भाग लेने के लिए चीन पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का मंगलवार यानी 6 सितंबर को फिलीपींस के राष्ट्रपति दुतेर्ते से मिलने का कार्यक्रम अमेरिका ने रद्द कर दिया है. इसकी वजह है दुतेर्ते द्वारा ओबामा के खिलाफ प्रयोग किए गए अपशब्द. दुतेर्ते ने ओबामा को कुत्ते का बच्चा (सन ऑफ बिच कह दिया था).
अमेरिका के राष्ट्रपति पद अपने कार्यकाल का अंतिम हिस्सा गुजार रहे ओबामा के खिलाफ किसी शासनाध्यक्ष की यह अब तक की सबसे सख्त और अभद्र टिप्पणी कही जा सकती है. दरअसल, विवाद की शुरुआत तब हुई जब ओबामा ने फिलिपींस में ड्रग्स तस्करों के खिलाफ कार्रवाई में उनकी सरकार द्वारा हत्या कराए जाने का मामला उठाया था. ओबामा के इस बयान पर फिलिपींस के राष्ट्रपति भड़क गए. उन्होंने मीडिया से कहा, 'अगर ओबामा ने उनसे मुलाकात के दौरान ड्रग डीलर्स की एक्स्ट्रा जुडिशयल हत्याओं के बारे में पूछा तो मैं सन ऑफ बिच को मंच पर छोड़ूंगा नहीं'. दुतेर्ते की इस अपमानजनक टिप्पणी से नाराज अमेरिका ने उनके साथ ओबामा की प्रस्तावित मीटिंग को ही रद्द कर दिया.
क्या है दुतेर्ते का एजेंडा -
फिलीपींस में 30 जून को सत्ता संभालने के बाद से ही राष्ट्रपति दुतेर्ते ने ड्रग्स की समस्या से बुरी तरह जूझ रहे फिलीपींस को इस समस्या से मुक्ति दिलाने के लिए ड्रग्स माफियाओं और डीलर्स के खिलाफ जबर्दस्त कार्रवाई शुरू कर दी. दुतेर्ते के सत्ता संभालने के महज दो महीने के भीतर ही फिलीपींस पुलिस ने करीब 2400 ड्रग्स डीलर्स को मौत के घाट उतार दिया है.
फिलीपींस के राष्ट्रपति ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को कहा, 'सन ऑफ ए... जी20 सम्मेलन में भाग लेने के लिए चीन पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का मंगलवार यानी 6 सितंबर को फिलीपींस के राष्ट्रपति दुतेर्ते से मिलने का कार्यक्रम अमेरिका ने रद्द कर दिया है. इसकी वजह है दुतेर्ते द्वारा ओबामा के खिलाफ प्रयोग किए गए अपशब्द. दुतेर्ते ने ओबामा को कुत्ते का बच्चा (सन ऑफ बिच कह दिया था). अमेरिका के राष्ट्रपति पद अपने कार्यकाल का अंतिम हिस्सा गुजार रहे ओबामा के खिलाफ किसी शासनाध्यक्ष की यह अब तक की सबसे सख्त और अभद्र टिप्पणी कही जा सकती है. दरअसल, विवाद की शुरुआत तब हुई जब ओबामा ने फिलिपींस में ड्रग्स तस्करों के खिलाफ कार्रवाई में उनकी सरकार द्वारा हत्या कराए जाने का मामला उठाया था. ओबामा के इस बयान पर फिलिपींस के राष्ट्रपति भड़क गए. उन्होंने मीडिया से कहा, 'अगर ओबामा ने उनसे मुलाकात के दौरान ड्रग डीलर्स की एक्स्ट्रा जुडिशयल हत्याओं के बारे में पूछा तो मैं सन ऑफ बिच को मंच पर छोड़ूंगा नहीं'. दुतेर्ते की इस अपमानजनक टिप्पणी से नाराज अमेरिका ने उनके साथ ओबामा की प्रस्तावित मीटिंग को ही रद्द कर दिया. क्या है दुतेर्ते का एजेंडा - फिलीपींस में 30 जून को सत्ता संभालने के बाद से ही राष्ट्रपति दुतेर्ते ने ड्रग्स की समस्या से बुरी तरह जूझ रहे फिलीपींस को इस समस्या से मुक्ति दिलाने के लिए ड्रग्स माफियाओं और डीलर्स के खिलाफ जबर्दस्त कार्रवाई शुरू कर दी. दुतेर्ते के सत्ता संभालने के महज दो महीने के भीतर ही फिलीपींस पुलिस ने करीब 2400 ड्रग्स डीलर्स को मौत के घाट उतार दिया है.
फिलीपींस में सरकार द्वारा की जारी इन हत्याओं के खिलाफ स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मानवाधिकार संगठनों ने अपना विरोध दर्ज कराया है और सरकारी की इन कार्रवाइयों की आलोचना की है. अमेरिका सहित दुनिया के कई देश फिलीपींस सरकार द्वारा की जा रही इन हत्याओं की आलोचना कर चुके हैं. 6 सितंबर को दुतेर्ते के साथ प्रस्तावित ओबामा की बैठक में अमेरिका द्वारा दुतेर्ते के साथ बातचीत में इसी मुद्दे को उठाया जाना था. लेकिन इस प्रस्तावित बैठक से पहले ही एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अमेरिकी पर भड़कते हुए दुतेर्ते ने कहा, 'मैं अमेरिका की कठपुतली नहीं बल्कि एक संप्रभु देश का राष्ट्रपति हूं और मैं फिलीपींस के लोगों के अलावा किसी और के प्रति जवाबदेह नहीं हूं. किसी के भी प्रति नहीं. आपको सम्मानित व्यवहार करना चाहिए. सिर्फ सवाल नहीं पूछने चाहिए. सन ऑफ बिच (ओबामा) को मैं मंच पर छोड़ूंगा नहीं.' फिलीपींस के राष्ट्रपति की पूरी बात : ड्रग्स की समस्या से निपटने के लिए मचाया कत्लेआमः राष्ट्रपति चुनावों के दौरान अपने प्रचार अभियान में रोड्रिगो दुतेर्ते ने कहा था, 'ड्रग्स से जुड़े तुम सभी लोगों, सन ऑफ बिच, मैं तुम सबको मार दूंगा.' फिलीपींस को ड्रग्स की समस्या से छुटकारा दिलाने के अपने चुनाव पूर्व वादों ने दुतेर्ते को भारी बहुमत से जीत दिलाई. अब सत्ता संभालने के महज दो महीने बाद ही दुतेर्ते ने अपनी बात सच कर दिखाई है. 30 जून को सत्ता संभालते ही दुतेर्ते ने फिलीपींस नेशनल पुलिस (पीएनपी) को ड्रग्स डीलर्स और कथित ड्रग्स यूजर्स के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया था. पीएनपी के डायरेक्टर जनरल रोनाल्ड डेला रोसा, जिन्हें लोग रॉक के उपनाम से बुलाते हैं, के नेतृत्व में पीएनपी ने महज दो महीने में ही फिलीपींस वॉर ऑन ड्रग्स (ड्रग्स के खिलाफ फिलीपींस की जंग) के तहत करीब 2400 ड्रग डीलर्स को मौत के घाट उतार दिया है. इतना ही नहीं इस दौरान हजारों ड्रग डीलर्स और यूजर्स को सलाखों के पीछे पहुंचाया गया है और 6.5 लाख से ज्यादा ड्रग डीलर्स आत्मसमर्पण कर चुके हैं. रोनाल्ड रेसा का दावा है कि दुतेर्ते के सत्ता संभालने के बाद शुरू हुए इस कैंपेन की वजह से फिलीपींस में अपराध दर में 49 फीसदी की कमी आई है.
दुर्तेते ने इस अभियान के बारे में कहा था कि 'हम तब तक नहीं रुकेंगे जब तक आखिरी ड्रग डीलर को सरेंडर करा देंगे या जेल में पहुंचा देंगे या मौत के घाट उतार देंगे.' दुतेर्ते अपने वादे को पूरा करते दिख रहे हैं. पीएपी के डायरेक्टर जनरल रोनाल्ड रेसा पिछले 30 वर्षों से दुतेर्ते को जानते हैं और अपने इस विश्वसनीय सहयोगी के नेतृत्व में में फिलीपींस के राष्ट्रपति ने अपने देश से ड्रग्स की समस्या के खात्मे का जो खूनी रास्ता अपनाया है उससे पूरी दुनिया हिल गई है. ड्रग्स डीलर्स से निपटने के लिए दुतेर्ते ने न सिर्फ पुलिस को लगाया बल्कि ड्रग डीलर्स की हत्या करने के लिए आम नागरिकों का भी उत्साह बढ़ाया और ऐसा करने वालों को नगद इनाम और मेडल्स देने की घोषणा की. दुतेर्ते ने पुलिस अधिकारियों से कहा, 'अपनी ड्यूटी करो, और इस प्रक्रिया में अगर तुम 1000 लोगों को मारते हो क्योंकि तुम अपनी ड्यूटी कर रहे हो तो मैं तुम्हारी रक्षा करूंगा.'
उसके अगले दिन ही एक सभा को संबोधित करते हुए दुतेर्ते ने कहा, 'अगर आप किसी ड्रग डीलर को जानते हैं तो आगे बढ़िए और उसे मार दीजिए.' यानी दुतेर्ते ने अपने आम नागरिकों को भी ड्रग डीलर्स की हत्या का लाइसेंस दे दिया है. दुतेर्ते के इस अभियान की हो रही कड़ी आलोचनाः भले ही दुतेर्ते और फिलीपींस पुलिस ड्रग डीलर्स की हत्याओं को जायज ठहरा रही हो लेकिन संयुक्त राष्ट्र संघ से लेकर विभिन्न मानवाधिकार संगठनों तक ने दुतेर्ते की इस एक्स्ट्रा जुडिशियल किलिंग को मानवाधिकारों का उल्लंघन करार देते हुए इसे तुरंत बंद किए जाने की मांग की है. अमेरिका भी फिलीपींस सरकार की इन कार्रवाइयों को गलत बता चुका है. लेकिन इन हत्याओं को रोकने के लिए कहने पर संयुक्त राष्ट्र संघ को दुतेर्ते ने बेवकूफ और अमेरिका को अपने घर में काले लोगों और सीरिया में मानवाधिकार उल्लंघन की याद दिला दी. दरअसल सबसे ज्यादा विवाद उन हत्याओं को लेकर है जिसे पुलिस ने नहीं बल्कि सतर्कता दल के सदस्यों द्वारा अंजाम दिया गया है. पिछले दो महीने के दौरान हुई करीब 2400 ड्रग डीलर्स की हत्याओं में से पुलिस ऑपरेशन में करीब 1000 ड्रग डीलर्स मारे गए हैं जबकि बाकी के 1400 के करीब हत्याएं इन सतर्कता दल के सदस्यों द्वारा की गई हैं, जो जांच का विषय है.
आलोचकों का कहना है कि ऐंटी ड्रग कैंपेन के नाम पर आम लोगों द्वारा की गई हत्याओं की जांच की जानी चाहिए क्योंकि इनमें से ऐसे कई लोग हैं जिनके खिलाफ बिना किसी सबूत के ही उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया. इस ड्रग वॉर के दौरान हाल ही में एक अज्ञाक बूंदूकधारी द्वारा एक पांच साल की बच्ची डेनिसा मे की सिर में गोली मारकर हत्या कर दी गई. ऐसी हत्याओं के बारे में ही कहा जा रहा है कि ड्रग वॉर के नाम पर मासूमों की भी हत्याएं हो रही हैं जिसे तुरंत रोके जाने की आवश्यकता है. दुनिया ड्रग्स की समस्या से निपटने के लिए दुतेर्ते के खूनी अभियान से परेशान है लेकिन लगता नहीं कि दुतेर्ते फिलीपींस में आखिरी ड्रग डीलर को खत्म किए बिना रुकने वाले हैं! इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है. ये भी पढ़ेंRead more! संबंधित ख़बरें |