निजी जीवन में गोपनीयता बरतने के लिए सऊदी अरब का शाही परिवार ख्यात है. शाही परिवार ‘दि हाउस ऑफ सऊद’ पर लंदन में बन रही एक फिल्म इसी के चलते विवादों में है. इस फिल्म को फिलिस्तीन की एक महिला जनान हर्ब की जीवनी पर फिल्माया जा रहा है जिसने दावा किया है कि उसकी शादी सऊदी अरब के पूर्व शासक किंग फहद के साथ हुई थी. इसके साथ ही फिल्म के ब्रिटिश फाइनेंसरों का दावा है कि यह फिल्म शाही परिवार की अति गोपनीय जिंदगी का राज फाश करेगी - जैसे कि किंग फहद को लंदन के कसीनो में जुंआ खेलते, इंजेक्शन लगाकर ड्रग्स लेते हुए और अपनी पत्नी हर्ब का तीन बार जबरन अबॉर्शन कराने की सच्चाई को उजागर करेगी.
जनान हर्ब फिलिस्तीन में पैदा हुई एक इसाई महिला है जिसका दावा है कि किंग फहद ने 1968 में उसका जबरन धर्म परिवर्तन कराया था. उस वक्त हर्ब की उम्र महज 20 साल थी जब उसने 47 वर्षीय क्राउन प्रिंस फहद से शादी की थी. हर्ब का दावा है कि उनकी शादी को शाही परिवार की मंजूरी नहीं मिली जिसके चलते क्राउन प्रिंस फहद के छोटे भाई प्रिंस सलमान (जो फिलहाल सऊदी अरब के शासक हैं) ने 1970 में उन्हें 2 घंटे के भीतर सऊदी अरब से जबरन बाहर निकाल दिया. हालांकि हर्ब का कहना है कि किंग फहद ने आजीवन उसकी देख-रेख करने और वित्तीय सहायता देने का वादा किया था.
2003 में किंग फहद का स्वास्थ्य बेहद खराब हो गया तब उन्होंने हर्ब को 12 मिलियन पाउन्ड के साथ लंदन के वीआईपी इलाके में 2 फ्लैट देने का समझौता किया था. हालांकि उनके बेटे प्रिंस अब्दुल अजीज ने हर्ब के साथ हुए पिता के समझौते को नकार दिया और मामला लंदन की अदालत तक पहुंच गया. कोर्ट से हर्ब को नवंबर 2015 में राहत मिली और प्रिंस अब्दुल अजीज को मार्च 2016 तक इस समझौते को पूरा करने का आदेश दिया गया. इस बीच हर्ब ने शाही परिवार के साथ अपनी जिंदगी से जुड़ी कहानी का अधिकार लंदन के एक पत्रकार डैमियन मैक्रिस्टल को बेच दिया जो इस पर फिल्म बना रहे हैं.
डैमियन मैक्रिस्टल का दावा है कि फिल्म के ट्रेलर के लिए अफ्रीका के एक...
निजी जीवन में गोपनीयता बरतने के लिए सऊदी अरब का शाही परिवार ख्यात है. शाही परिवार ‘दि हाउस ऑफ सऊद’ पर लंदन में बन रही एक फिल्म इसी के चलते विवादों में है. इस फिल्म को फिलिस्तीन की एक महिला जनान हर्ब की जीवनी पर फिल्माया जा रहा है जिसने दावा किया है कि उसकी शादी सऊदी अरब के पूर्व शासक किंग फहद के साथ हुई थी. इसके साथ ही फिल्म के ब्रिटिश फाइनेंसरों का दावा है कि यह फिल्म शाही परिवार की अति गोपनीय जिंदगी का राज फाश करेगी - जैसे कि किंग फहद को लंदन के कसीनो में जुंआ खेलते, इंजेक्शन लगाकर ड्रग्स लेते हुए और अपनी पत्नी हर्ब का तीन बार जबरन अबॉर्शन कराने की सच्चाई को उजागर करेगी.
जनान हर्ब फिलिस्तीन में पैदा हुई एक इसाई महिला है जिसका दावा है कि किंग फहद ने 1968 में उसका जबरन धर्म परिवर्तन कराया था. उस वक्त हर्ब की उम्र महज 20 साल थी जब उसने 47 वर्षीय क्राउन प्रिंस फहद से शादी की थी. हर्ब का दावा है कि उनकी शादी को शाही परिवार की मंजूरी नहीं मिली जिसके चलते क्राउन प्रिंस फहद के छोटे भाई प्रिंस सलमान (जो फिलहाल सऊदी अरब के शासक हैं) ने 1970 में उन्हें 2 घंटे के भीतर सऊदी अरब से जबरन बाहर निकाल दिया. हालांकि हर्ब का कहना है कि किंग फहद ने आजीवन उसकी देख-रेख करने और वित्तीय सहायता देने का वादा किया था.
2003 में किंग फहद का स्वास्थ्य बेहद खराब हो गया तब उन्होंने हर्ब को 12 मिलियन पाउन्ड के साथ लंदन के वीआईपी इलाके में 2 फ्लैट देने का समझौता किया था. हालांकि उनके बेटे प्रिंस अब्दुल अजीज ने हर्ब के साथ हुए पिता के समझौते को नकार दिया और मामला लंदन की अदालत तक पहुंच गया. कोर्ट से हर्ब को नवंबर 2015 में राहत मिली और प्रिंस अब्दुल अजीज को मार्च 2016 तक इस समझौते को पूरा करने का आदेश दिया गया. इस बीच हर्ब ने शाही परिवार के साथ अपनी जिंदगी से जुड़ी कहानी का अधिकार लंदन के एक पत्रकार डैमियन मैक्रिस्टल को बेच दिया जो इस पर फिल्म बना रहे हैं.
डैमियन मैक्रिस्टल का दावा है कि फिल्म के ट्रेलर के लिए अफ्रीका के एक देश में शूटिंग जारी है और इस ट्रेलर को अंग्रेजी समेत अरबी भाषा में फरवरी में रिलीज किया जाएगा. इस ट्रेलर में ही किंग फहद को जुंआ खेलते और ड्रग्स लेते हुए दिखाने के साथ-साथ शाही परिवार के अन्य लोगों की जिंदगी की खुफिया जिंदगी के तार हर्ब की जुबानी खोलने की कोशिश की जाएगी. गौरतलब है कि हर्ब इस कहानी पर अपनी जीवनी भी लिख रही हैं जिसे 2016 के अंत तक स्टैंड पर लाने की तैयारी है लेकिन फिल्म कब तक पूरी कर ली जाएगी इसकी कोई तारीख नहीं दी गई है.
अब इस ट्रेलर का अरब जगत के साथ-साथ पूरी दुनिया में बेसब्री से इंतजार हो रहा है. माना जा रहा है कि इस फिल्म का कट्टर इस्लामिक देश सऊदी अरब की राजनीति पर बड़ा असर देखने को मिल सकता है.
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