अजीब है पर सच है. सेक्स जरूरत भी है और अनैतिक भी ! और अगर बात किसी को पता चल जाए तो समझिए सबसे बड़ा पाप. इस लिहाज से आप नेता संदीप कुमार आज के सबसे बड़े महापापी हैं. बात जो सरेआम हो गई है. और बात क्या... पूरी फिल्म ही बाहर आ गई है.
अगर भूले नहीं हैं, तो पिछले ही साल फिल्म आई थी 'अलीगढ़'. फिल्म अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर रहे रामचंद्र सिरास पर आधारित थी. घटना 2009 की है. लोकल केबल टीवी का एक रिपोर्टर और एक कैमरामैन रात में प्रोफेसर के घर में चोरी-छिपे घुसते हैं. एक रिक्शेवाले के साथ एक प्रोफेसर के हमबिस्तर होने का वीडियो कैसे सनसनीखेज नहीं बनता. नैतिकता का हवाला देकर सबने अपने ढंग से कहानी गढ़ी. ऊपर से एक मुस्लिम यूनिवर्सिटी में एक 'गे' प्रोफेसर की मौजूदगी तो और महापाप था. है ना!
बहरहाल, लौट कर संदीप के मुद्दे पर आते हैं. वे पब्लिक लाइफ में हैं, नेता हैं तो राजनीति होगी ही. मीडिया ट्रायल भी होगा और नैतिक-अनैतिक जैसे शब्दों से गुजरते हुए उनके चरित्र की पूरी स्कैनिंग भी.
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संदीप की कथित सीडी पर बवाल क्यों है... |
एक पुरुष और एक महिला जब बंद कमरे में सेक्स कर रहे हैं, वो भी सहमति से. तो इसमें स्कैंडल क्या है और क्यों ये स्कैंडल है! क्या किसी वीडियो में बस दो लोगों का अंतरंग होना स्कैंडल में बदल जाने का मापदंड है? क्या बंद कमरे में आदमी और औरत के बीच ये नहीं होता है. मूल सवाल है कि क्या संदीप किसी का रेप कर रहे हैं या किसी महिला के साथ मारपीट? अगर नहीं तो फिर ये पूरा बवाल क्यों है? क्या किसी की निजी जिंदगी को सरेआम करना ठीक है, केवल नैतिकता के नाम पर.
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ये सारी बातें इसलिए कि संदीप के मामले में अभी कोई शिकायत नहीं आई है. न किसी महिला की ओर से और न उनकी पत्नी की तरफ से. इस सीडी को किसने जारी किया, क्यों जारी किया..इसे लेकर सवाल अब भी अपनी जगह है. हां, किसी की निजी जिंदगी के अंतरंग पलों का वीडियो किस मंशा के साथ जारी किया गया होगा, ये साफ हो गया है.
सेक्स सीडी को लेकर जो हल्ला मचा है, उसकी गूंज देश के बाहर भी है. तभी पोर्न की सबसे बड़ी वेबसाइट पोर्नहब के अकाउंट से ये ट्वीट भी आया.
बहरहाल, विवाद है तो जांच भी होगी. संदीप जिस महिला के साथ हैं, वो कौन है? क्या उन्होंने कोई काम करवाने या नौकरी आदि दिलाने के नाम पर उस महिला को ऐसा करने के लिए मजबूर किया? क्या वाकई वीडियो खुद संदीप ने शूट किया और अगर किया तो क्यों किया? ये कितना पुराना है, इसे लेकर भी बहस चल रही है? इन सवालों का जवाब हमें शायद बाद में मिले. लेकिन फिलहाल क्या हम सब केवल इसलिए दिलचस्पी ले रहे हैं कि एक मंत्री सेक्स क्यों कर रहा है?
सेक्स है ही ऐसा विषय. इसमें कोई जात-पात नहीं, कोई अमीरी गरीबी नहीं, कोई विकासशील और विकसित देश का कॉन्सेप्ट नहीं. बस सीडी निकलनी चाहिए. फिर पूरी दुनिया एक दिशा में ही भागती है. भले ही बात भारत की हो या अमेरिका की. बिल क्लिंटन और मोनिका लेविंस्की का मामला भी तो यही था.
बहरहाल, संदीप दलित नेता हैं तो अपना दलित कार्ड खेलेंगे ही. इसमें कोई नयी बात नहीं है. लेकिन किसी की सेक्स सीडी देखकर और पूरी दुनिया को दिखाकर भी तो उच्च मानदंड स्थापित नहीं होते. जांच के बाद क्या कहानी सामने आएगी, इस पर कुछ भी कहना अभी जल्दबाजी होगी. लेकिन अभी तो संदीप नैतिक तौर पर भी अपराधी नहीं हैं. हां, साइबर क्राइम का अपराध जरूर बनता है... तब, अगर उन्होंने खुद ही ये वीडियो शूट किया हो.
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