रूस के एक चिड़ियाघर में एक बाघ और एक बकरी की दोस्ती ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी तरफ खींचा है. इस दोस्ती ने सदियों से चलती आई उस परंपरा को भी झुठला दिया है कि बाघ बकरी के जानी दुुश्मन होते हैं.
रूस के एक चिड़ियाघर में एक बाघ और एक बकरी की दोस्ती ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी तरफ खींचा है. हैरान रह गए न आप! दरअसल दो महीने पहले रूस के एक प्रीमोर्स्की सफारी पार्क में एक साइबेरियन बाघ आमुर के बाड़े में तिमुर नामक एक बकरी को उसके खाने के रूप में डाला गया था.
लेकिन चिड़ियाघर के कर्मचारी ये देखकर हैरान रह गए बाघ ने बकरी को खाया नहीं बल्कि धीरे-धीरे वे दोनों दोस्त बन गए और पिछले दो महीने से एकदूसरे के साथ घूमने और वक्त बिताने लगे.
हालांकि कुछ ही दिन पहले बाघ और बकरी के बीच हल्की झड़प के बाद बकरी को बाघ से अलग किसी दूसरी जगह ले जाया गया. बकरी द्वारा सोते हुए बाघ को सींग मारने और उसे ढकेलने की कोशिश के बाद नींद से जगे बाघ ने बकरी को मुंह से उठाकर दूर फेंक दिया. हालांकि जू के कर्मचारियों का मानना था कि बाघ का इरादा बकरी को मारने नहीं बल्कि सबक सिखाने भर का था.
देखें: दोनों के बीच हुई झड़प का वीडियो
बाघ और बकरी की इस अविश्वसनीय कहानी ने इन दोनों को ही पूरी दुनिया में जबर्दस्त लोकप्रियता दिला दी है.
रूस के एक चिड़ियाघर में एक बाघ और एक बकरी की दोस्ती ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी तरफ खींचा है. हैरान रह गए न आप! दरअसल दो महीने पहले रूस के एक प्रीमोर्स्की सफारी पार्क में एक साइबेरियन बाघ आमुर के बाड़े में तिमुर नामक एक बकरी को उसके खाने के रूप में डाला गया था.
लेकिन चिड़ियाघर के कर्मचारी ये देखकर हैरान रह गए बाघ ने बकरी को खाया नहीं बल्कि धीरे-धीरे वे दोनों दोस्त बन गए और पिछले दो महीने से एकदूसरे के साथ घूमने और वक्त बिताने लगे.
हालांकि कुछ ही दिन पहले बाघ और बकरी के बीच हल्की झड़प के बाद बकरी को बाघ से अलग किसी दूसरी जगह ले जाया गया. बकरी द्वारा सोते हुए बाघ को सींग मारने और उसे ढकेलने की कोशिश के बाद नींद से जगे बाघ ने बकरी को मुंह से उठाकर दूर फेंक दिया. हालांकि जू के कर्मचारियों का मानना था कि बाघ का इरादा बकरी को मारने नहीं बल्कि सबक सिखाने भर का था.
देखें: दोनों के बीच हुई झड़प का वीडियो
बाघ और बकरी की इस अविश्वसनीय कहानी ने इन दोनों को ही पूरी दुनिया में जबर्दस्त लोकप्रियता दिला दी है.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.