इंटरनेट पर बहुत सी डेटिंग साइट्स उपलब्ध हैं, जहां आप मनचाहा साथी ढ़ूंढ सकते हैं. उनके साथ चैट कर सकते हैं, अच्छा समय गुजार सकते हैं.
हाल ही मैं लॉन्च हुई एक डेटिंग वेबसाइट आजकल काफी चर्चाओं में है. देखने में ये वेबसाइट आम डेटिंग वेबसाइट की ही तरह है सिर्फ एक छोटा सा अंतर है. वो ये कि यह वेबसाइट सिर्फ गोरे लोगों के लिए ही है. नाम है- ' Where White People Meet . com' (जहां गोरे लोग मुलाकात करते हैं). वेबसाइट के नाम की वजह से दुनिया भर में इसकी आलोचना हो रही है. कहा जा रहा है कि इस वेबसाइट के जरिए नस्लभेद, जातिवाद और रंगभेद को बढ़ावा देने की कोशिश की जा रही है. वैसे तो ये वेबसाइट पिछले कुछ महीनों से चल रही है लेकिन जब इसके प्रमोशन के लिए शहर में होर्डिंग्स लगवाए गए, तब से लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया.
होर्डिग्स देखकर लोगों ने किया विरोध |
ऐसे में एक बात और अजीब लगती है, अपने बारे में इस वेबसाइट ने लिखा है कि- 'सभी जाति, धर्म, रंग और संप्रदाय को लोगों को खुश रहने के अधिकारी हैं और किसी को अकेले नहीं जीना चाहिए'. वो ये भी कहते हैं कि 'सभी लोगों को जीने का, आजादी का और खुशियां ढ़ूंढने का पूरा अधिकार है', लेकिन उनकी वेबसाइट के नाम का तो इन बातों से कोई लेना देना नहीं लगता, वो तो कुछ और ही बयां कर रहा है. बहरहाल इस वेबसाइट के पास मेंबरशिप के लिए...
इंटरनेट पर बहुत सी डेटिंग साइट्स उपलब्ध हैं, जहां आप मनचाहा साथी ढ़ूंढ सकते हैं. उनके साथ चैट कर सकते हैं, अच्छा समय गुजार सकते हैं.
हाल ही मैं लॉन्च हुई एक डेटिंग वेबसाइट आजकल काफी चर्चाओं में है. देखने में ये वेबसाइट आम डेटिंग वेबसाइट की ही तरह है सिर्फ एक छोटा सा अंतर है. वो ये कि यह वेबसाइट सिर्फ गोरे लोगों के लिए ही है. नाम है- ' Where White People Meet . com' (जहां गोरे लोग मुलाकात करते हैं). वेबसाइट के नाम की वजह से दुनिया भर में इसकी आलोचना हो रही है. कहा जा रहा है कि इस वेबसाइट के जरिए नस्लभेद, जातिवाद और रंगभेद को बढ़ावा देने की कोशिश की जा रही है. वैसे तो ये वेबसाइट पिछले कुछ महीनों से चल रही है लेकिन जब इसके प्रमोशन के लिए शहर में होर्डिंग्स लगवाए गए, तब से लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया.
होर्डिग्स देखकर लोगों ने किया विरोध |
ऐसे में एक बात और अजीब लगती है, अपने बारे में इस वेबसाइट ने लिखा है कि- 'सभी जाति, धर्म, रंग और संप्रदाय को लोगों को खुश रहने के अधिकारी हैं और किसी को अकेले नहीं जीना चाहिए'. वो ये भी कहते हैं कि 'सभी लोगों को जीने का, आजादी का और खुशियां ढ़ूंढने का पूरा अधिकार है', लेकिन उनकी वेबसाइट के नाम का तो इन बातों से कोई लेना देना नहीं लगता, वो तो कुछ और ही बयां कर रहा है. बहरहाल इस वेबसाइट के पास मेंबरशिप के लिए 4 डॉलर से लेकर 69 डॉलर तक के प्लान्स उपलब्ध हैं.
वेबसाइट के ओनर सैम रसल अपना बचाव करते हुए कह रहे हैं कि 'मैं जातिवादी नहीं हूं और न ही इस वेबसाइट के जरिए जातिवाद को बढ़ावा दे रहा हूं, मैंने तो खुद एक ब्लैक वुमन को डेट किया था. यहां हर किसी का स्वागत है.'
होर्डिंग्स से इस वेबसाइट को भले ही इतनी पॉप्यूलैरिटी न मिली हो जितनी सोशल मीडिया पर इसकी आलोचनाओं से मिली. अपने विवादित नाम से ही सही, लेकिन वेबसाइट अब काफी पॉपुलर है. अब तक 1085 लोग इसके मेंबर्स बन चुके हैं.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.