गली में नाई की दुकान हो या फिर जावेद हबीब का हेयर सलून, काम तो दोनों जगह लगभग एक सा ही होता है. लेकिन साहब, हाथ-हाथ की बात है... ये कलाकारी है जो हर बाल काटने वाले को खास बनाती है. लेकिन एक कलाकार ऐसा भी है जिसके आगे ये बड़े-बड़े हेयरस्टाइलिस्ट पानी भरें.
पाकिस्तान के शफकत राजपूत के बाल बनाने का तरीका इतना अनोखा और हैरतंगेज है कि आप देखकर ही सिहर जाएंगे. ये पहले बालों में कोई लोशन लगाते हैं, फिर पाउडर और फिर लाइटर से बालों में आग लगा देते हैं. देखते ही देखते इंसान के सिर पर आग ही आग दिखाई देती है और उस आग में दो कंघे लेकर ये शुरू हो जाते हैं स्टाइलिंग करने.
ऐसे जलते हैं बाल और बनता है नया हेयर कट |
एक बात गौर करने वाली है कि बाल बनवाने आया बंदा एक इंच भी नहीं उछला. अपनी सीट पर इतने इत्मीनान से बैठा है कि जैसे कुछ हुआ ही न हो, कमाल है भाई. किसी के सिर में आग लग जाए और वो सुकून से बैठा हो, ये कहीं देखा है??
देखिए वो नजारा जिसपर यकीन करना मुश्किल है
बालों पर कलाकारी दिखाने वाले कई लोग हैं जो अपने अनोखे अंदाज की वजह से चर्चित रहे हैं. अब इन्हें ही लीजिए, मेड्रिड के रहने वाले अलबर्टो बाल बनाने के लिए कैंची का नहीं बल्कि तलवार का इस्तेमाल करते हैं, और उन्हें आग से तराशते हैं..
अक्सर पार्लर में लोगों को ये कहते सुना जा सकता है कि 'भइया.. ड्रायर मत लगाना, बाल जल जाएंगे', तो अब देखा न असल में बाल जलते कैसे हैं? चलो बाल तो बढ़िया सेट हो गए पर जरा सोचो कि सलून कितनी बदबू से भर गया होगा...
ऐसे जलते हैं बाल और बनता है नया हेयर कट |
एक बात गौर करने वाली है कि बाल बनवाने आया बंदा एक इंच भी नहीं उछला. अपनी सीट पर इतने इत्मीनान से बैठा है कि जैसे कुछ हुआ ही न हो, कमाल है भाई. किसी के सिर में आग लग जाए और वो सुकून से बैठा हो, ये कहीं देखा है??
देखिए वो नजारा जिसपर यकीन करना मुश्किल है
बालों पर कलाकारी दिखाने वाले कई लोग हैं जो अपने अनोखे अंदाज की वजह से चर्चित रहे हैं. अब इन्हें ही लीजिए, मेड्रिड के रहने वाले अलबर्टो बाल बनाने के लिए कैंची का नहीं बल्कि तलवार का इस्तेमाल करते हैं, और उन्हें आग से तराशते हैं..
अक्सर पार्लर में लोगों को ये कहते सुना जा सकता है कि 'भइया.. ड्रायर मत लगाना, बाल जल जाएंगे', तो अब देखा न असल में बाल जलते कैसे हैं? चलो बाल तो बढ़िया सेट हो गए पर जरा सोचो कि सलून कितनी बदबू से भर गया होगा...
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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.