दो सैनिकों की बातचीत पर आधारित एक वीडियो महज 2 मिनट में बेहद ही असरदार ढंग से देशभक्ति और देशद्रोह का अंतर समझाता है. यह वीडियो न सिर्फ आपको देशभक्ति के मायने समझाएगा बल्कि इस अहसास को और मजबूत भी बनाएगा.
देश को असली खतरा बाहरी दुश्मनों से नहीं, बल्कि अपने ही घर में अपने ही लोगों के दिलों में पनप रही उस विचारधारा से होता है जो उसकी बर्बादी का सपना देखते हैं. उसी देश की हवा में सांस लेकर, उसी देश का अन्न खाकर और उसके ही साये में जीकर उसको ही बर्बाद करने की बातें करने वाले लोग कौन हैं, ये शायद आपको बताने की जरूरत नहीं है.
ऐसे लोग अपनी इस घटिया सोच को अभिव्यक्ति की आजादी जैसे कुतर्कों से सही साबित करने की कोशिश करते हैं. हाल ही में जेएनयू में भी कुछ ऐसी ही सोच के लोगों ने आतंकवादी अफजल गुरु का शहादत दिवस मनाया और देशविरोधी नारे लगाए. इन भटके हुए लोगों को अगर आप उनकी गलती बताएं और उन्हें देशभक्ति और देशद्रोह का मतलब समझाएं तो भी वे शायद समझ नहीं पाएंगे. लेकिन अपने प्राणों की परवाह न करते हुए देश को महफूज बनाने वाले हमारे सैनिक इन भटके हुए लोगों को देशभक्ति का असली मतलब आसानी से समझा देंगे.
देखेंः देशभक्ति का मतलब समझाता ये वीडियो
दो सैनिकों की बातचीत पर वी सेवन पिक्चर्स द्वारा बनाया गया एक वीडियो महज 2 मिनट में बेहद ही असरदार ढंग से देशभक्ति और देशद्रोह का अंतर समझाता है. दो सैनिकों की बातचीत आपको देशभक्ति के मायने ही नहीं समझाएगी बल्कि आपके अंदर इस अहसास को और मजबूत भी बनाएगी.
साथ ही यह वीडियो देशविरोधी नारे लगाने वालों को करारा जवाब भी देता है और अफजल गुरु की बरसी मनाने वालों को संदेश देता है कि वह एक आतंकी से ज्यादा कुछ नहीं था. ये सैनिक देशविरोध को अभिव्यक्ति की आजादी का नाम देने वालों से कहते हैं, ‘जिसने अपनी मां को दिल से निकाल दिया उसके साथ सारे रिश्ते खत्म.’
इतना तो तय है कि ये दो मिनट का वीडियो देखने के बाद आप पहले जैसे नहीं रह जाएंगे. या तो आप और देशभक्त बन जाएंगे या देशविरोधी विचारधारा त्याग देंगे!
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देश को असली खतरा बाहरी दुश्मनों से नहीं, बल्कि अपने ही घर में अपने ही लोगों के दिलों में पनप रही उस विचारधारा से होता है जो उसकी बर्बादी का सपना देखते हैं. उसी देश की हवा में सांस लेकर, उसी देश का अन्न खाकर और उसके ही साये में जीकर उसको ही बर्बाद करने की बातें करने वाले लोग कौन हैं, ये शायद आपको बताने की जरूरत नहीं है.
ऐसे लोग अपनी इस घटिया सोच को अभिव्यक्ति की आजादी जैसे कुतर्कों से सही साबित करने की कोशिश करते हैं. हाल ही में जेएनयू में भी कुछ ऐसी ही सोच के लोगों ने आतंकवादी अफजल गुरु का शहादत दिवस मनाया और देशविरोधी नारे लगाए. इन भटके हुए लोगों को अगर आप उनकी गलती बताएं और उन्हें देशभक्ति और देशद्रोह का मतलब समझाएं तो भी वे शायद समझ नहीं पाएंगे. लेकिन अपने प्राणों की परवाह न करते हुए देश को महफूज बनाने वाले हमारे सैनिक इन भटके हुए लोगों को देशभक्ति का असली मतलब आसानी से समझा देंगे.
देखेंः देशभक्ति का मतलब समझाता ये वीडियो
दो सैनिकों की बातचीत पर वी सेवन पिक्चर्स द्वारा बनाया गया एक वीडियो महज 2 मिनट में बेहद ही असरदार ढंग से देशभक्ति और देशद्रोह का अंतर समझाता है. दो सैनिकों की बातचीत आपको देशभक्ति के मायने ही नहीं समझाएगी बल्कि आपके अंदर इस अहसास को और मजबूत भी बनाएगी.
साथ ही यह वीडियो देशविरोधी नारे लगाने वालों को करारा जवाब भी देता है और अफजल गुरु की बरसी मनाने वालों को संदेश देता है कि वह एक आतंकी से ज्यादा कुछ नहीं था. ये सैनिक देशविरोध को अभिव्यक्ति की आजादी का नाम देने वालों से कहते हैं, ‘जिसने अपनी मां को दिल से निकाल दिया उसके साथ सारे रिश्ते खत्म.’
इतना तो तय है कि ये दो मिनट का वीडियो देखने के बाद आप पहले जैसे नहीं रह जाएंगे. या तो आप और देशभक्त बन जाएंगे या देशविरोधी विचारधारा त्याग देंगे!
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.