डियर सुजैन खान,
ओपन लेटर लिखना अब पुरानी प्रथा हो गई है. खासकर तब जब ओपन लेटर लिखने वाला सोशल मीडिया मार्केटिंग में खुले हाथ से पैसे लगा सकता है. लेकिन कंगना रनौट इसका अपवाद हैं. ओपन लेटर कंगना ने भी लिखा. लेकिन इसके पीछे उसका मकसद ट्विटर पर चल रहे अभियानों से बचना और कानूनी लड़ाई पर ध्यान केंद्रित करना था. कंगना की इस लड़ाई से सारी दुनिया अब ये बात जान गई है कि छोटे शहर की लड़कियों के पास भी कानूनी लड़ाई लड़ने और उन्हें निर्विवाद रूप से जीतने के लिए सारे संसाधन मौजूद होते हैं. और सुजैन आपको इस बात का एहसान मानना चाहिए कि ऐसा करके कंगना ने आपके प्यारे लेकिन ‘silly ex’ को न सिर्फ रिट्वीट्स की बाढ़ से बचा दिया है, जिनमें हैशटैग्स भी ट्रेंड हो सकते थे. जैसे, #Hrithikisanass या #HrithikGetAspine .
सच को सामने आना ही चाहिए, लेकिन मेरे पास हैशटैग को ट्रेंड कराने लायक पैसे नहीं हैं. वरना आज की तारीख में जिस तरह ऋतिक रोज प्रार्थना कर रहा होगा कि कहीं से धरती फटे और कंगना उसमें समा जाए, ठीक वैसी ही बेचैनी से मैं चाहती हूं कि ट्विटर पर #SussaneShutp ट्रेंड कर जाए. तुम जरूर मुझसे पूछना चाहती होगी कि आखिर मैं ऐसा क्यों चाहती हूं?
आप एक सशक्त महिला हैं. जिसने अपनी शादी के बंधन को तोड़ने का फैसला किया था. हालांकि ये और बात है कि तलाक लेना कहीं से भी किसी महिला के सशक्त होने का प्रमाण नहीं होता लेकिन फिर भी ये जीवन का एक बड़ा होता है जिसे अधिकतर महिलाएं खुल कर स्वीकार नहीं कर पातीं. लेकिन आपने पूरी मजबूती से वो कदम उठाया. यही नहीं अपने बच्चों की खुशी के लिए आपने रोशन खानदान से अपने रिश्ते भी तल्ख नहीं किए.
तो सुश्री खान अगर ऋतिक इतने 'silly' नहीं थे...
डियर सुजैन खान,
ओपन लेटर लिखना अब पुरानी प्रथा हो गई है. खासकर तब जब ओपन लेटर लिखने वाला सोशल मीडिया मार्केटिंग में खुले हाथ से पैसे लगा सकता है. लेकिन कंगना रनौट इसका अपवाद हैं. ओपन लेटर कंगना ने भी लिखा. लेकिन इसके पीछे उसका मकसद ट्विटर पर चल रहे अभियानों से बचना और कानूनी लड़ाई पर ध्यान केंद्रित करना था. कंगना की इस लड़ाई से सारी दुनिया अब ये बात जान गई है कि छोटे शहर की लड़कियों के पास भी कानूनी लड़ाई लड़ने और उन्हें निर्विवाद रूप से जीतने के लिए सारे संसाधन मौजूद होते हैं. और सुजैन आपको इस बात का एहसान मानना चाहिए कि ऐसा करके कंगना ने आपके प्यारे लेकिन ‘silly ex’ को न सिर्फ रिट्वीट्स की बाढ़ से बचा दिया है, जिनमें हैशटैग्स भी ट्रेंड हो सकते थे. जैसे, #Hrithikisanass या #HrithikGetAspine .
सच को सामने आना ही चाहिए, लेकिन मेरे पास हैशटैग को ट्रेंड कराने लायक पैसे नहीं हैं. वरना आज की तारीख में जिस तरह ऋतिक रोज प्रार्थना कर रहा होगा कि कहीं से धरती फटे और कंगना उसमें समा जाए, ठीक वैसी ही बेचैनी से मैं चाहती हूं कि ट्विटर पर #SussaneShutp ट्रेंड कर जाए. तुम जरूर मुझसे पूछना चाहती होगी कि आखिर मैं ऐसा क्यों चाहती हूं?
आप एक सशक्त महिला हैं. जिसने अपनी शादी के बंधन को तोड़ने का फैसला किया था. हालांकि ये और बात है कि तलाक लेना कहीं से भी किसी महिला के सशक्त होने का प्रमाण नहीं होता लेकिन फिर भी ये जीवन का एक बड़ा होता है जिसे अधिकतर महिलाएं खुल कर स्वीकार नहीं कर पातीं. लेकिन आपने पूरी मजबूती से वो कदम उठाया. यही नहीं अपने बच्चों की खुशी के लिए आपने रोशन खानदान से अपने रिश्ते भी तल्ख नहीं किए.
तो सुश्री खान अगर ऋतिक इतने 'silly' नहीं थे तो आखिर क्यों दो बच्चों की मां अपनी शादी तोड़कर उससे आजाद होना चाहेगी? खासकर तब जब वो खुद कहती हो कि उसका पति यानी कि ऋतिक दुनिया में सबसे प्यारा इंसान है. ये वही ऋतिक रोशन है जिसने प्रेस रिलीज जारी करके शादी तोड़ने का पूरा ठीकरा आपके ही सिर फोड़ा था. जिसमें ऋतिक ने यह भी बताया था कि शादी जैसी संस्था में उसका तो बहुत भरोसा है, जबकि तुम्हारा नहीं.
सुजैन आपके लिए ये समझ लेना काफी है कि 'आपके' ऋतिक न सिर्फ एक नाकाबिल आदमी है, बल्कि अपने परिवार के बजाए सिर्फ अपनी इमेज बनाने वाले व्यक्ति भी. दो बच्चों की मां को शादी तोड़ने का दोष देने वाला व्यक्ति जेंटलमैन तो नहीं हो सकता. लेकिन मुझे लगता है आपने उस 'लंबे' से प्रेस रिलीज का ज्यादा ही बुरा मान लिया.
एक औरत के रूप में आप करोड़ों औरतों की रोल मॉडल हैं. जो आपको देखकर खुद के लिए लड़ना सीखती हैं. हालांकि रोशन खानदान के साथ अच्छे रिश्ते के लिए मैं आपको बधाई देती हूं लेकिन महिलाओं द्वारा पुरुषों के अत्याचार, समाज में फैली पितृसत्ता और शोषण के खिलाफ लड़ी जा रही लड़ाईयों पर आप ज्ञान न दें तो ही अच्छा होगा.
मैं ये मानती हूं कि ऋतिक रोशन आपके दिल के बहुत करीब हैं. लेकिन मैं आपको ये भी बताना चाहूंगी कि जो आदमी किसी डर या असुरक्षा की भावना से किसी दूसरी औरत को लीगल नोटिस भेजता है, उसके अंतरंग फोटो एक्सपोज करने और उसके साथ की गई अपनी पर्सनल बातें पब्लिक के सामने लाने की बात कहता है, वो नालायक इंसान है. कंगना के लिए, अपने दो बच्चों की मां के लिए या किसी भी औरत के लिए वो नालायक ही है. लेकिन सुजैन आपको ये भी पता होना चाहिए कि किसी की भी प्राइवेट फोटो या वीडियो को सार्वजनिक करना कानूनन अपराध है.
2016 में जब ऋतिक और कंगना के फोटो चारों तरफ फेमस हो रहे थे तब आपने ऋतिक के साथ एक फोटो डालकर कहा था कि आप ऋतिक का समर्थन करती हैं. उसके बाद 2017 में अपने पुराने प्यार भरे दिन की एक फोटो इंस्टाग्राम पर डालना और परोक्ष रूप से कंगना पर कटाक्ष करना. ये सब तो ठीक है लेकिन एक बात बताऊं आपको, इससे कहीं से भी ऋतिक विश्वसनीयता नहीं बढ़ जाती.
एक बात जो आप समझ नहीं पाईं वो ये कि ऋतिक-कंगना प्रकरण में जितने भी आरोप लगे हैं वो खुद ऋतिक ने ही लगाए हैं. कंगना ने नहीं. 2017 में ऋतिक ने आरोप लगाना कि कंगना का अफेयर किसी और से था, जिसे वे ऋतिक समझ रही थीं और इस शख्स को वो सबके सामने लाएंगे. हालांकि ये और बात है कि पैसा, पावर और टेक्नोलॉजी हर चीज होने के बाद भी आज तक वह 'काल्पनिक' व्यक्ति न खुद सामने आया, ना ऋतिक ही उसे सबके सामने पेश कर पाए. यही नहीं ऋतिक का किसी महिला को किसी मानसिक बीमारी से पीड़ित बताना, उसकी बेइज्जती करना साफ दिखाता है कि ये एक विवाहेतर संबंध था, जिसका अंत बहुत ही बुरे मोड़ पर हुआ.
लेकिन पता है सुजैन. एक मिनट के लिए ठहरकर और पीछे पलटकर आपको खुद से ये सवाल जरूर करना चाहिए कि आखिर क्यों आपने अपनी शादी तोड़ने का फैसला लिया था. किसी औरत के साथ इतना सब करने के बाद भी आपका उसके साथ खड़े रहना दुनिया की हर महिला का मजाक बनाना है सुजैन. आपको राजेश रोशन से पूछना चाहिए था कि अगर कंगना पागल थी, किसी मानसिक रोग से ग्रसित थी तो आखिर क्यों अपनी दो फिल्मों में उन्होंने उसे कास्ट किया.
मेरी इस बात को जानने में कोई दिलचस्पी नहीं कि आखिर कंगना और ऋतिक के बीच क्या हुआ, या फिर आपने क्यों अपनी शादी तोड़ ली, लेकिन अगर किसी महिला को बेइज्जत किया जाएगा तो मैं तो बोलूंगी. और मेरे ख्याल से आपको भी बोलना चाहिए. यही सच्चा सशक्तिकरण है. किसी को भी ये हक नहीं होना चाहिए कि अपने डर या असुरक्षा के कारण वो दूसरों को बेइज्जत करे. उन्हें डराए या धमकाए.
मैं आपसे ही एक सवाल पूछती हूं सुजैन- चलो मान लिया कि वो 1000 ईमेल खुद कंगना ने ऋतिक को भेजे थे. लेकिन क्या उन ईमेल में उसने ऋतिक को डराया-धमकाया था? क्या कोई पैसे की डिमांड की थी? और आखिर ऐसा क्या हुआ कि दो साल बाद एक दिन ऋतिक सोकर उठते हैं और कंगना के भेजे सारे ईमेल सार्वजनिक कर देते हैं?
और एक बात कि आप ये जो अपने पुराने फोटो और अपनी पुरानी यादें शेयर कर रही हैं ना, इसकी टाइमिंग बेहद खराब है. इन सारे फोटो को ऋतिक के बर्थडे के लिए बचाकर रखिए.
एक बात उन सभी के लिए जो कंगना के इंटरव्यू और उसकी टाइमिंग पर सवाल खड़ा कर रहे हैं. कोई मुझे ये बताएगा कि आखिर क्यों उसकी जितनी बेइज्जती की गई है? उसका वो पलटकर जवाब क्यों न दे? जब समय उसके साथ है, तो वह क्यों न खुद को संभालकर अपने ऊपर हुए हमलों का जवाब दे?
आपकी आभारी,
एक आम औरत
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