क्या कभी सुना है कोई नवजात बच्चा ड्रग्स का आदी हो?? ये मजाक नहीं हकीकत है. एक ऐसी हकीकत जो हैरान भी करती है और परेशान भी. पिछले 10 सालों में अमेरिका में 1,30,000 बच्चे ड्रग्स एडिक्शन के साथ पैदा हुए.
ये कैसे संभव है?? जवाब बहुत सीधा सा...अपनी मां से. गर्भ से ही मां रंग, रूप, गुण, संस्कार और अच्छी सेहत से अपने बच्चे को सींचने लगती है. लेकिन कुछ नशा करने वाली महिलाएं अपने गर्भ में पल रहे बच्चे को इन सब चीजों के साथ साथ नशे की लत भी दे रही हैं. हाल ही में आया एक वीडियो इस बात को साबित करता है कि ये एक खतरनाक स्थिति है, जहां ड्रग एडिक्टेड महिलाएं ड्रग एडिक्टेड बच्चों की एक पौध तैयार कर रही हैं..उनके भविष्य के साथ खेल रही हैं.
बच्चे के कंपकंपाते पांव देखकर शायद इसकी गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है. पिछले 11 सालों में अमेरिका में हेरोइन नाम की ड्रग का इस्तेमाल 68% बढ़ गया है. अमेरिका के ये आंकड़े भले ही भारतीयों को न डरा पाएं, लेकिन उससे ये सच नहीं छिपता कि नशे के मामले में भारत भी अमेरिका से कम नहीं है. ड्रग्स का सबसे ज्यादा इस्तेमाल पंजाब मे किया जाता है. यहां के 80% युवा नशे के आदी हैं, मतलब 4 में से 3 बच्चों में नशे की लत पाई जाती है. भारत में चल रहे करीब 500 रिहेब सेंटर्स इस बात का सुबूत हैं कि हमारा देश भी नशे के आगोश में डूब रहा है. बड़े शहर हों या फिर छोटे, रेव पार्टीज हर जगह धड़ल्ले से चलती हैं. लड़के ही नहीं लड़कियां भी नशा करने में पीछे नहीं हैं.
क्या कभी सुना है कोई नवजात बच्चा ड्रग्स का आदी हो?? ये मजाक नहीं हकीकत है. एक ऐसी हकीकत जो हैरान भी करती है और परेशान भी. पिछले 10 सालों में अमेरिका में 1,30,000 बच्चे ड्रग्स एडिक्शन के साथ पैदा हुए.
ये कैसे संभव है?? जवाब बहुत सीधा सा...अपनी मां से. गर्भ से ही मां रंग, रूप, गुण, संस्कार और अच्छी सेहत से अपने बच्चे को सींचने लगती है. लेकिन कुछ नशा करने वाली महिलाएं अपने गर्भ में पल रहे बच्चे को इन सब चीजों के साथ साथ नशे की लत भी दे रही हैं. हाल ही में आया एक वीडियो इस बात को साबित करता है कि ये एक खतरनाक स्थिति है, जहां ड्रग एडिक्टेड महिलाएं ड्रग एडिक्टेड बच्चों की एक पौध तैयार कर रही हैं..उनके भविष्य के साथ खेल रही हैं.
बच्चे के कंपकंपाते पांव देखकर शायद इसकी गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है. पिछले 11 सालों में अमेरिका में हेरोइन नाम की ड्रग का इस्तेमाल 68% बढ़ गया है. अमेरिका के ये आंकड़े भले ही भारतीयों को न डरा पाएं, लेकिन उससे ये सच नहीं छिपता कि नशे के मामले में भारत भी अमेरिका से कम नहीं है. ड्रग्स का सबसे ज्यादा इस्तेमाल पंजाब मे किया जाता है. यहां के 80% युवा नशे के आदी हैं, मतलब 4 में से 3 बच्चों में नशे की लत पाई जाती है. भारत में चल रहे करीब 500 रिहेब सेंटर्स इस बात का सुबूत हैं कि हमारा देश भी नशे के आगोश में डूब रहा है. बड़े शहर हों या फिर छोटे, रेव पार्टीज हर जगह धड़ल्ले से चलती हैं. लड़के ही नहीं लड़कियां भी नशा करने में पीछे नहीं हैं.
आज माता पिता इस बात की फिक्र करते हैं कि उनके बच्चे गलत संगत में न पड़ जाएं, जबकि भारत में अगर यही हालात रहे तो बच्चों को नशे का आदी बनाने के लिए संगत नहीं उनकी माएं की काफी होंगी.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.