कबीर का एक दोहा है-
कबीरा जब हम पैदा हुए, जग हँसे हम रोये |
ऐसी करनी कर चलो, हम हँसे जग रोये ||
लेकिन बिहार के कटिहार में एक ऐसे बच्चे का जन्म हुआ जिसे देख खुद उसकी मां के रौंगटे खड़े हो गए. यहां तक की खालिदा बेगम ने अपने बच्चे को जन्म के बाद पहली बार देखा और उसे दूध तक पिलाने से इंकार कर दिया. मां के लिए अपना बच्चा इतना प्यारा होता है कि उसे वो किसी रूप में भी स्वीकार कर लेती है लेकिन खालिदा ने उस बच्चे को अपनी नजरों से दूर करा दिया.
देखें बच्चे की वीडियो-
प्रकृति का ये क्रूर मजाक कहें या फिर नियति का खेल आज बच्चे को देखने दूर-दूर से लोग आ रहे हैं. कोई उसे भगवान का रूप कह रहा है तो कोई उसे एलियन बता रहा है. सोमवार को जन्में इस बच्चे का सिर छोटा है आंखें बाहर निकली हुई हैं. खालिदा को अपना ही बच्चा किसी दूसरे ग्रह के प्राणी जैसा लगा और घृणा में उसने उसे अपनी नजरों से दूर भी कर दिया.
डॉक्टरों का कहना है कि बच्चे को हरलेक्विन इचथिओसिस (harlequin ichthyosis) नाम की एक दुर्लभ अनुवांशिक बीमारी है. इसी के कारण बच्चे की त्वचा मोटी है और चेहरे की बनावट भी अजीब सी है. हालांकि उसके लक्षण एक दुर्लभ बीमारी नेनसिफलाई (Anencephaly) से मिलते जुलते हैं.
अब इसे विधि का विधान कहें या कुछ और पर इस बच्चे को जन्म के साथ मां का जो दुत्कार सहना पड़ा उसके लिए कहीं से भी वो जिम्मेदार नहीं है. बच्चों को तो भगवान का रुप माना...
कबीर का एक दोहा है-
कबीरा जब हम पैदा हुए, जग हँसे हम रोये |
ऐसी करनी कर चलो, हम हँसे जग रोये ||
लेकिन बिहार के कटिहार में एक ऐसे बच्चे का जन्म हुआ जिसे देख खुद उसकी मां के रौंगटे खड़े हो गए. यहां तक की खालिदा बेगम ने अपने बच्चे को जन्म के बाद पहली बार देखा और उसे दूध तक पिलाने से इंकार कर दिया. मां के लिए अपना बच्चा इतना प्यारा होता है कि उसे वो किसी रूप में भी स्वीकार कर लेती है लेकिन खालिदा ने उस बच्चे को अपनी नजरों से दूर करा दिया.
देखें बच्चे की वीडियो-
प्रकृति का ये क्रूर मजाक कहें या फिर नियति का खेल आज बच्चे को देखने दूर-दूर से लोग आ रहे हैं. कोई उसे भगवान का रूप कह रहा है तो कोई उसे एलियन बता रहा है. सोमवार को जन्में इस बच्चे का सिर छोटा है आंखें बाहर निकली हुई हैं. खालिदा को अपना ही बच्चा किसी दूसरे ग्रह के प्राणी जैसा लगा और घृणा में उसने उसे अपनी नजरों से दूर भी कर दिया.
डॉक्टरों का कहना है कि बच्चे को हरलेक्विन इचथिओसिस (harlequin ichthyosis) नाम की एक दुर्लभ अनुवांशिक बीमारी है. इसी के कारण बच्चे की त्वचा मोटी है और चेहरे की बनावट भी अजीब सी है. हालांकि उसके लक्षण एक दुर्लभ बीमारी नेनसिफलाई (Anencephaly) से मिलते जुलते हैं.
अब इसे विधि का विधान कहें या कुछ और पर इस बच्चे को जन्म के साथ मां का जो दुत्कार सहना पड़ा उसके लिए कहीं से भी वो जिम्मेदार नहीं है. बच्चों को तो भगवान का रुप माना जाता है और इस बच्चे को तो लोग भगवान का ही पुनर्जन्म मान रहे हैं. लोग कह रहे हैं कि इसके जीने की कोई आशा नहीं थी लेकिन अब जब ये बच्चा जिंदा है तो इसे कोई प्यार करने वाला नहीं. बल्कि देखने वाले आ रहे हैं तमाशा देखकर अपने घर चले जा रहे हैं.
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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.