हम अकसर फतवों के बारे में सुनते हैं. फतवा एक अरबी शब्द है जिसका मतलब होता है, किसी मामले में आलिम-ए-दीन की शरियत के मुताबिक दी गई राय. फतवे का मतलब है राय जो किसी को तब दी जाती है जब वह अपना कोई निजी मसला लेकर मुफ्ती के पास जाए.
ये जारी किए हुए फतवे अक्सर इतने अजीबो गरीब होते हैं कि जी करता है कि फतवा जारी करने वालों पर ही कोई फतवा निकाल दिया जाए. नजर डालते हैं कुछ ऐसे ही बेतुके फतवों पर जिन पर हंसी भी आएगी और हैरानी भी होगी.
1. सानिया मिर्जा पर फतवा- टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा पर कोलकाता के एक इस्लामी संगठन को सानिया के स्कर्ट से एतराज था. इसलिए उन्होंने फतवा जारी किया कि अगर सानिया ढंग के कपड़े पहनकर खेलें नहीं तो उन्हें टेनिस खेलने नहीं दिया जाएगा. संगठन का कहना था कि सानिया छोटी स्कर्ट और टाइट टॉप पहनकर युवाओं को भ्रष्ट कर रही हैं.
2. महिलाएं नहीं खा सकतीं लिंग आकार के फल- मिस्र केएक मौलवी ने फतवा जारी किया कि महिलाएं पुरुषों के लिंग जैसे दिखने वाले फल जैसे केला और खीरे को हाथ नहीं लगा सकतीं. वो तभी उसे खा सकती हैं अगर कोई पुरुष वो फल उन्हें टुकड़ों में काट कर दे.
3. महिलाएं टॉम ब्वाय की तरह नहीं रह सकतीं- मलेशिया के फतवा काउंसिल को ऐसी लड़कियां पसंद नहीं जो लड़कों की तरह कपड़े पहनती हैं. बस, ऐसी टॉम ब्वाय लड़कियों पर जारी कर दिया फतवा कि लड़कियां लड़कों की तरह कपड़े नहीं पहन सकतीं. उनका कहना था कि ऐसा करने से लगता है जैसे महिलाएं अपनी पहचान को स्वीकार नहीं करतीं जो मानव प्रकृति का उल्लंघन है.
4. मिकी माउस को मर जाना चाहिए- हंसी जरूर आएगी इसे पढ़कर, पर ये भी एक फतवे का हिस्सा है. अरब के एक डिप्लोमेट शेख मुहम्मत मुनाजिद ने ये कहा कि मिकी माउस शैतान का सिपाही है. बच्चों के दोस्त और सबको हंसाने वाले मिकी माउस के भी विरोधी हैं ये फतवा देने वाले.
5. शादी मान्य नहीं होगी...
हम अकसर फतवों के बारे में सुनते हैं. फतवा एक अरबी शब्द है जिसका मतलब होता है, किसी मामले में आलिम-ए-दीन की शरियत के मुताबिक दी गई राय. फतवे का मतलब है राय जो किसी को तब दी जाती है जब वह अपना कोई निजी मसला लेकर मुफ्ती के पास जाए.
ये जारी किए हुए फतवे अक्सर इतने अजीबो गरीब होते हैं कि जी करता है कि फतवा जारी करने वालों पर ही कोई फतवा निकाल दिया जाए. नजर डालते हैं कुछ ऐसे ही बेतुके फतवों पर जिन पर हंसी भी आएगी और हैरानी भी होगी.
1. सानिया मिर्जा पर फतवा- टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा पर कोलकाता के एक इस्लामी संगठन को सानिया के स्कर्ट से एतराज था. इसलिए उन्होंने फतवा जारी किया कि अगर सानिया ढंग के कपड़े पहनकर खेलें नहीं तो उन्हें टेनिस खेलने नहीं दिया जाएगा. संगठन का कहना था कि सानिया छोटी स्कर्ट और टाइट टॉप पहनकर युवाओं को भ्रष्ट कर रही हैं.
2. महिलाएं नहीं खा सकतीं लिंग आकार के फल- मिस्र केएक मौलवी ने फतवा जारी किया कि महिलाएं पुरुषों के लिंग जैसे दिखने वाले फल जैसे केला और खीरे को हाथ नहीं लगा सकतीं. वो तभी उसे खा सकती हैं अगर कोई पुरुष वो फल उन्हें टुकड़ों में काट कर दे.
3. महिलाएं टॉम ब्वाय की तरह नहीं रह सकतीं- मलेशिया के फतवा काउंसिल को ऐसी लड़कियां पसंद नहीं जो लड़कों की तरह कपड़े पहनती हैं. बस, ऐसी टॉम ब्वाय लड़कियों पर जारी कर दिया फतवा कि लड़कियां लड़कों की तरह कपड़े नहीं पहन सकतीं. उनका कहना था कि ऐसा करने से लगता है जैसे महिलाएं अपनी पहचान को स्वीकार नहीं करतीं जो मानव प्रकृति का उल्लंघन है.
4. मिकी माउस को मर जाना चाहिए- हंसी जरूर आएगी इसे पढ़कर, पर ये भी एक फतवे का हिस्सा है. अरब के एक डिप्लोमेट शेख मुहम्मत मुनाजिद ने ये कहा कि मिकी माउस शैतान का सिपाही है. बच्चों के दोस्त और सबको हंसाने वाले मिकी माउस के भी विरोधी हैं ये फतवा देने वाले.
5. शादी मान्य नहीं होगी अगर... काहिरा की अल-अजहर यूनिवर्सिटी के डीन हसन खलील का कहना है कि अगर कोई जोड़ा निर्वस्त्र होकर सेक्स करता है तो उनकी शादी अमान्य होगी.
6. ससुर ने बलात्कार किया तो पति को बेटा बना लो- महिला के साथ उसके ससुर ने बलात्कार किया, इस पर देवबंद ने ससुर के खिलाफ कुछ नहीं कहा, उल्टा महिला से कहा गया कि वो अपने ससुर के साथ पत्नी की तरह रहे और अपने पति को अपने बेटे की तरह माने. शुक्र है कि कानून ने मामला अपने हाथ में लिया और ससुर को 10 साल की जेल की सजा सुनाई.
7. पुरुषों के साथ काम करना हो तो उन्हें स्तनपान कराएं- ये तो हद है, लेकिन ये सच है. अरब के एक मौलवी ने फतवा जारी किया कि अगर कोई महिला किसी ऑफिस में किसी पुरुष के साथ काम करना चाहती है तो उस महिला को अपने पुरुष साथी को स्तनपान कराना होगा. कारण ये कि अगर महिला किसी को दूध पिलाती है तो वो उसकी मां मानी जाएगी. क्या वाहियात आइडिया है !
8. दो बूंद जिंदगी की नहीं पिएंगे- पाकिस्तान का सबसे बड़ा इस्लामी संगठन MMA ने फतवा जारी किया कि बच्चों को पोलियो ड्रॉप नहीं पिलाई जाए. उनका मानना था कि ये पोलियो ड्रॉप यहूदियों की साजिश है जिसके तहत मुसलिम पुरुषों को नपुंसक बनाया जा रहा है. इसका नतीजा ये है कि अभी तक पाकिस्तान पोलियो मुक्त नही हो पाया है.
9. महिलाएं फुटबॉल नहीं देखें- अरब के एक मौलवी का कहना था कि महिलाएं पुरुषों की जांघे देखने के लिए फुटबॉल का खेल देखती हैं. ये हराम है इसलिए महिलाओं को फुटबॉल का खेल देखने नहीं दिया जाए.
10. महिलाएं नहीं पढ़ सकतीं रोमांटिक उपन्यास- अरब के शेख मे फतवा जारी किया कि महिलाएं रोमांटिक नॉवल नहीं पढ़ सकतीं, क्योंकि ये नॉवल उन्हें कल्पना की दुनिया में ले जाते हैं.
11. मुसलिम पुरुष अपनी मृत पत्नी के साथ कर सकते हैं सैक्स- अजीब फतवा है, मरोक्को में फतवा जारी किया गया कि मुसलिम पुरुष अपनी मृत पत्नी के साथ सैक्स कर सकते हैं. क्योंकि किसी भी धार्मिक ग्रंथ में शव के साथ सैक्स करने पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है.
12. भूखे हैं तो खा सकते हैं अपनी पत्नी को- अरब के मौलाना अब्दुल अजीज बिन अबदुल्ला का मानना है कि अगर पुरुष बहुत भूखे हों तो अपनी पत्नी को खा सकते हैं. इससे पति के प्रति पत्नी के त्याग और समर्पण की भावना दिखती है.
इन फतवों को पढ़कर हैरानी ज़रूर होती है कि धर्म के जानकार लोग इस तरह के बेतुके फतवों को जारी कर अपनी किस सोच और समझ की नुमाइश करते हैं. पर सुकून इस बात का है कि फतवों को मानना जरूरी नहीं होता और इसके लिए कानूनी रूप से कोई बाध्य भी नहीं होता. अगर होता तो क्या होता?
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