वैज्ञानिकों और रिसर्चरों ने काफी पहले ही बताया था कि दिन में कई कप ग्रीन टी पीना पतले होने का रामबाण इलाज है. लेकिन सभी ग्रीन टी प्रेमियों के लिए हम एक रियल्टी चेक लाए हैं जो उनके लिए जानना जरुरी भी है. हालांकि ये बात सच है कि ग्रीन टी में पाए जाने वाले कैफीन और एपिगैलॉकैटेकिन गैलेट एक साथ मिलकर फैट के ऑक्सीडेशन यानि फैट को गलाने में सहायता करते हैं. लेकिन लंबे समय तक इनका सेवन करने पर वजन में कमी होना कम हो जाता है. हमें पता है आपको इस खुलासे से धक्का तो लगा होगा लेकिन कड़वी सच्चाई यही है कि ग्रीन टी वजन घटाने के लिए जादू की गोली नहीं है.
इसके उल्टा अगर दिन में 3-5 कप या उससे अधिक ग्रीन टी आप पीते हैं तो ये आपके स्वास्थ्य पर कई तरह से नकारात्मक प्रभाव छोड़ सकता है. जैसे कि:
1- डीहाइड्रेशन यानि शरीर में पानी की कमी
यह बात तो सभी को मालूम है कि ग्रीन टी शरीर के लिए प्राकृतिक मूत्रवर्धक है. यानि ये शरीर से अतिरिक्त पानी पेशाब के रूप में बाहर निकालने में मदद करता है. लेकिन एक ओर जहां संतुलित मात्रा में इसका सेवन शरीर में सूजन से बचने में मदद कर सकता है तो दूसरी तरफ इसकी अति आपको डीहाइड्रेट कर सकती है. और शरीर में पानी की कमी कई तरह के बीमारियों को न्योता दे सकती है.
2- अपनी मर्जी से ग्रीन टी पीना खतरनाक हो सकता है
एक दिन आप सो कर उठते हैं और ये तय करते हैं कि आज से आपको वजन कम करना है. सोने पर सुहागा ये कि आपने ग्रीन टी के बारे में खूब सुन रखा है. तो इसका ये कतई मतलब नहीं है कि आप इसे रोजाना पीने लगें.
खासकर महिलाओं के लिए ये ज्यादा हानिकारक है. इसलिए अगर आप किसी भी तरह की दवा खा रहे हैं तो फिर आपको ये पता होना चाहिए कि ग्रीन टी...
वैज्ञानिकों और रिसर्चरों ने काफी पहले ही बताया था कि दिन में कई कप ग्रीन टी पीना पतले होने का रामबाण इलाज है. लेकिन सभी ग्रीन टी प्रेमियों के लिए हम एक रियल्टी चेक लाए हैं जो उनके लिए जानना जरुरी भी है. हालांकि ये बात सच है कि ग्रीन टी में पाए जाने वाले कैफीन और एपिगैलॉकैटेकिन गैलेट एक साथ मिलकर फैट के ऑक्सीडेशन यानि फैट को गलाने में सहायता करते हैं. लेकिन लंबे समय तक इनका सेवन करने पर वजन में कमी होना कम हो जाता है. हमें पता है आपको इस खुलासे से धक्का तो लगा होगा लेकिन कड़वी सच्चाई यही है कि ग्रीन टी वजन घटाने के लिए जादू की गोली नहीं है.
इसके उल्टा अगर दिन में 3-5 कप या उससे अधिक ग्रीन टी आप पीते हैं तो ये आपके स्वास्थ्य पर कई तरह से नकारात्मक प्रभाव छोड़ सकता है. जैसे कि:
1- डीहाइड्रेशन यानि शरीर में पानी की कमी
यह बात तो सभी को मालूम है कि ग्रीन टी शरीर के लिए प्राकृतिक मूत्रवर्धक है. यानि ये शरीर से अतिरिक्त पानी पेशाब के रूप में बाहर निकालने में मदद करता है. लेकिन एक ओर जहां संतुलित मात्रा में इसका सेवन शरीर में सूजन से बचने में मदद कर सकता है तो दूसरी तरफ इसकी अति आपको डीहाइड्रेट कर सकती है. और शरीर में पानी की कमी कई तरह के बीमारियों को न्योता दे सकती है.
2- अपनी मर्जी से ग्रीन टी पीना खतरनाक हो सकता है
एक दिन आप सो कर उठते हैं और ये तय करते हैं कि आज से आपको वजन कम करना है. सोने पर सुहागा ये कि आपने ग्रीन टी के बारे में खूब सुन रखा है. तो इसका ये कतई मतलब नहीं है कि आप इसे रोजाना पीने लगें.
खासकर महिलाओं के लिए ये ज्यादा हानिकारक है. इसलिए अगर आप किसी भी तरह की दवा खा रहे हैं तो फिर आपको ये पता होना चाहिए कि ग्रीन टी आग में घी का काम कर सकती है. क्योंकि ग्रीन टी में ऐसे कई केमिकल होते हैं जो दवाओं के इफेक्ट को कम कर सकते हैं. इसलिए भूल से भी कभी भी खुद से ही ग्रीन टी पीना शुरु ना कर दें. बल्कि पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरुर लें. और तब तो खास करके जब आप किसी तरह की दवा रेगुलरली ले रहे हैं.
3- प्रेगेनेंसी के दौरान दिक्कत करता है
अमेरिकी नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन द्वारा किए गए एक सर्वे से पता चला है कि ग्रीन टी इंटेस्टाइन यानि की आंतों में आइरन और फोलिक एसिड के एबजोर्बशन यानि अवशोषण को रोक सकती है. हालांकि अभी आपको सुनने में ये ज्यादा सीरियस नहीं लग रहा होगा. लेकिन गर्भवती महिलाओं के संदर्भ में हम आगे जो बताने जा रहे हैं उससे आपके पैरों तले जमीन खिसक सकती है. गर्भावस्था के पहले महीने के दौरान भ्रूण के फोलिक एसिड जरुरी होता है. क्योंकि इसी दौरान बच्चे का मां से जुड़ी नसों का विकास होता है और इसमें फोलिक एसिड अहम भूमिका निभाता है. साथ ही क्या हमें ये बताने की जरुरत है कि आयरन हमारे शरीर में आरबीसी यानि लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने और हमें स्वस्थ और ऊर्जावान रखने के लिए कितना जरुरी है?
4- दिल का दिवाला निकाल सकता है
अगर आपके ग्रीन टी का दावा है कि इसमें वजन घटाने की कोई असाधारण शक्ति है तो फिर सावधान हो जाइए. ऐसे ग्रीन टी में कई तरह के सप्लिमेंट होते हैं जो ज्यादातर मामलों में एफडीए द्वारा प्रमाणित भी नहीं होते हैं. अगर ऐसा मामला है तो फिर ये आपके ब्लड-प्रेशर और हर्ट रेट बढ़ा सकता है. और इससे क्या हो सकता है ये हम सभी से छुपा नहीं है.
5- आंखों से नींद गायब हो सकती है
इसमें कोई शक नहीं है कि ग्रीन टी में उतनी ही मात्रा में कैफीन पाई जाती है जितना ही ये एंटीऑक्सिडेंट का काम करता है. लेकिन अगर आप कैफीन को लेकर सेंसिटिव हैं तो ये उन लोगों के लिए अच्छी खबर नहीं है जिन्हें नींद ना आने की तकलीफ है. क्योंकि उस 'हेल्दी' ग्रीन टी से आपको अनिद्रा, चिंता और चिड़चिड़ापन का अनुभव हो सकता है. यही नहीं ग्रीन टी के एसीडिक नेचर के कारण इससे गैस और एसिडिटी की समस्या हो सकती है.
अब जब हमने आपको ग्रीन टी की असलियत बता दिया है तो हम इतना ही कहेंगे कि आगे से आंख मूंदकर ग्रीन टी पीने से पहले ध्यान रखें.
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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.