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धर्म धर्म है, बाकी सब कम है. धर्म से बड़ा कुछ नहीं. यह सिर्फ कहने भर के लिए नहीं. अगर आपकी 'आंखें' खुली हैं तो समय-समय पर यह आपको दिख भी जाएगा. हावड़ा ब्रिज पर भी यह देखने को मिला. एक बस ड्राइवर ने ब्रिज के बीचो-बीच बस रोक कर नमाज अदा की. ट्रैफिक नियमों और बस में बैठे यात्रियों की परेशानी से बेपरवाह होकर.
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