2016 तो खत्म हो गया, लेकिन 2017 के लिए कई सवाल भी छोड़ गया है. ये साल कैसे बीता इसके बारे में कुछ बात ना की जाए तो ही बेहतर है. पठानकोट अटैक से शुरू हुआ ये साल कुछ ऐसा था कि आए दिन कोई ना कोई बड़ी खबर लोगों को परेशान करती रही है. 2017 में कई ऐसे सवाल हैं जिनके जवाब हमें मिल सकते हैं. चलिए जानते हैं उन सवालों को..
1. क्या समाजवादी पार्टी एक रह पाएगी?
समाजवादी पार्टी के एक रह पाने की उम्मीदें अब नजर नहीं आ रहीं. यूपी चुनाव से पहले अपनी छवी को वापस बनाने के लिए सपा को कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी. पिछले 6 महीने में सपा दो गुटों में बट गई है और इसका असर साफ तौर पर यूपी चुनाव में दिखेगा.
अब सपा दो गुटों में बट चुकी है |
2. 2017-18 के बजट में क्या इनकम टैक्स स्लैब राहत लाएगा?
कई कॉर्पोरेट घराने, बैंकर और आम जनता का भी ये मानना है कि अगले बजट में इनकम टैक्स स्लैब में बदलाव होगा. ऐसा इसलिए क्योंकि 2016 में कन्ज्यूमर स्पेंडिंग (लोगों के खरीदने की क्षमता, भारत में 2016 की दूसरी तिमाही में ये 16055.27 अरब रुपए रही) में भारी अंतर आया है. अगर नए टैक्स नियम बने तो वो सभी के लिए होंगे. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सरकार 2.5 लाख टैक्स इनकम स्लैब को 4 लाख तक बढ़ा सकती है. अगर ऐसा होता है तो 2017 सभी के लिए एक अच्छा साल साबित हो सकता है. हालांकि, इतना बड़ा अंतर सरकार दे नहीं सकती फिर भी उम्मीद करने में तो कोई बुराई नहीं.
2016 तो खत्म हो गया, लेकिन 2017 के लिए कई सवाल भी छोड़ गया है. ये साल कैसे बीता इसके बारे में कुछ बात ना की जाए तो ही बेहतर है. पठानकोट अटैक से शुरू हुआ ये साल कुछ ऐसा था कि आए दिन कोई ना कोई बड़ी खबर लोगों को परेशान करती रही है. 2017 में कई ऐसे सवाल हैं जिनके जवाब हमें मिल सकते हैं. चलिए जानते हैं उन सवालों को.. 1. क्या समाजवादी पार्टी एक रह पाएगी? समाजवादी पार्टी के एक रह पाने की उम्मीदें अब नजर नहीं आ रहीं. यूपी चुनाव से पहले अपनी छवी को वापस बनाने के लिए सपा को कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी. पिछले 6 महीने में सपा दो गुटों में बट गई है और इसका असर साफ तौर पर यूपी चुनाव में दिखेगा.
2. 2017-18 के बजट में क्या इनकम टैक्स स्लैब राहत लाएगा? कई कॉर्पोरेट घराने, बैंकर और आम जनता का भी ये मानना है कि अगले बजट में इनकम टैक्स स्लैब में बदलाव होगा. ऐसा इसलिए क्योंकि 2016 में कन्ज्यूमर स्पेंडिंग (लोगों के खरीदने की क्षमता, भारत में 2016 की दूसरी तिमाही में ये 16055.27 अरब रुपए रही) में भारी अंतर आया है. अगर नए टैक्स नियम बने तो वो सभी के लिए होंगे. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सरकार 2.5 लाख टैक्स इनकम स्लैब को 4 लाख तक बढ़ा सकती है. अगर ऐसा होता है तो 2017 सभी के लिए एक अच्छा साल साबित हो सकता है. हालांकि, इतना बड़ा अंतर सरकार दे नहीं सकती फिर भी उम्मीद करने में तो कोई बुराई नहीं.
3. नोटबंदी का अगला चरण कैसा होगा? नोटबंदी के 50 दिनों की अवधी खत्म हो चुकी है और अभी तक वो कमाल नहीं दिख पाया जिसकी सबको उम्मीद थी. ना नफा ना नुकसान किसी की गणना नहीं हो पाई. लोगों का समय तो बर्बाद हुआ है और गुस्सा भी दिखा है फिर भी, कई लोग अभी भी मोदी के फैसले से उम्मीद रखे हुए हैं. ऐसे में नोटबंदी की सफलता मोदी के अगले फैसले पर निर्भर करेगी. 2017 में कैशलेस सोसाइटी के लिए सरकार की तरफ से कुछ कदम देखे जा सकते हैं. ये भी पढ़ें- मित्रों, आपको मिल सकते हैं नए साल के ये 7 'तोहफे'
4. क्या सैमसंग अपनी खोई सत्ता वापस ले पाएगी? सैमसंग को अपना खोया हुआ नाम वापस पाने के लिए गैलेक्सी S8 को सबसे बेहतर बनाना होगा. गैलेक्सी S सीरीज पिछले कुछ सालों में नोट सीरीज के आगे फीकी पड़ती नजर आई है. 2016 में गैलेक्सी नोट 7 के फटने की खबरों के कारण ब्रांड इमेज खराब हो गई है. इस साल सैमसंग को रेस में आगे बढ़ने के लिए गैलेक्सी S4 वाली सफलता वापस दोहरानी पड़ेगी जिसे S5,S6 और S7 हासिल नहीं कर पाए थे.
5. क्या स्वामी ओम बिग बॉस जीत जाएंगे? फिलहाल जो हालात बने हैं उससे तो ये लगता है कि स्वामी ओम अभी कुछ दिन और बिग बॉस में रहेंगे. उन्हें एंटरटेनर के रूप में देखना तो ठीक है, लेकिन उनकी हरकतें सभ्य समाज के लिए नहीं हैं. अगर बिग बॉस में स्वामी ओम जीत जाते हैं तो इससे शो की छवी को काफी नुकसान पहुंचेगा और साथ ही दर्शकों को गलत संदेश भी पहुंचेगा.
6. प्रियंका गांधी खुलकर मैदान में आएंगी ? कांग्रेस के प्रिंस चार्मिंग राहुल गांधी बुरी तरह से फेल हो चुके हैं. अपनी युवा लीडरशिप वाली इमेज को भी खो चुके हैं ऐसे में कांग्रेस के सामने वही स्थिती बन गई है जो राजीव गांधी के जाने के बाद बनी थी. अभी कांग्रेस की आखिरी उम्मीद प्रियंका गांधी को माना जा रहा है. 2017 में कांग्रेस को अपनी छवि सुधारने की बहुत जरूरत होगी. ये भी पढ़ें- 2017 में इस टेक्नोलॉजी पर रहेगी नजर... 7. क्या कालेधन को लेकर कुछ और घोषणाएं हो सकती हैं? कालेधन को लेकर आने वाले समय में और घोषणाएं हो सकती हैं. इसे लेकर मोदी ने पहले ही साफ कर दिया है कि आगे कड़े फैसले लिए जाएंगे और 2017 में कुछ पुराने नियम फिर से बदलेंगें. अब वो क्या होंगे ये तो सरकार पर निर्भर करता है.
8. क्या जियो में वाकई 4G स्पीड मिल पाएगी? जियो 4G का वेलकम ऑफर अब हैप्पी न्यू इयर ऑफर में तब्दील हो चुका है, लेकिन जियो ने खुश करने के साथ-साथ 4G के नाम पर लोगों को निराश भी किया है. स्पीड और नेटवर्क समस्या जियो के लिए एक बड़ा मुद्दा 2017 में बन सकती है. अगर बाकी कंपनियों ने अपने नेटवर्क को मजबूत कर सस्ते 4G पैक्स निकाल दिए तो जियो को खतरा महसूस हो सकता है. हालांकि, मार्च 2017 तक फ्री करने के कारण अब जियो का यूजर बेस और मजबूत हो जाएगा.
9. क्या यूपी में बहुमत की सरकार बनेगी? यूपी सरकार के बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता. आजतक और इंडिया टुडे रिपोर्टरों ने 71 जिलों का विश्लेषण किया गया उनमें बीजेपी को 32 जिलों में बढ़त नजर आई. वहीं समाजवादी पार्टी 30 जिलों में फ्रंट-रनर के तौर पर दिखाई दी. प्रदेश में फिलहाल बीजेपी अव्वल दिख रही है, लेकिन ऐसी धारणा भी सामने आई कि अगर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन करने में कामयाब होती हैं तो प्रदेश का चुनावी परिदृश्य बदल भी सकता है. 10. क्या GST ठीक तरीके से लागू हो पाएगा? GST को पास होने में ही करीब एक दशक का समय लगा है. अटल बिहारी वाजपेई के कार्यकाल में सन 2000 में GST कमेटी पहली बार बनी थी. 2006 में पी चिदंबरम ने अप्रेल 2010 GST लागू होने की तारीख बताई थी और अब 2017 आने वाला है. ऐसे में GST बिल को ठीक तरह से लागू करने में सरकार को कड़ी मेहनत करनी होगी.
11. क्या 2017 में रेल हादसे कम हो पाएंगे? 2016 के अंत में डेढ़ महीने में दो रेल दुर्घटनाएं हो गईं. पहली इंदौर-पटना एक्सप्रेस दुर्घटना काफी भीषण थीं और करीब 150 लोगों की जान गई. ऐसे में दूसरी दुर्घटना उसी जगह के पास सवाल पैदा करती है कि क्या उस लाइन और उसके आस-पास की लाइन चेक नहीं की गई थी. आखिर कानपुर के पास ही क्यों हो रहे हैं रेल हादसे? अगर कोई लापरवाही है तो 2017 में उम्मीद है कि इन हादसों में सुधार आ सकेगा.
12. क्या भारत में बैंकिंग और सिक्योर हो पाएगी? 35 लाख डेबिट कार्ड-क्रेडिट कार्ड होल्डर की डेटल चोरी होने के बाद, पेटीएम की मुसीबत और कैशलेस ट्रांजेक्शन के समय होने वाली दिक्कतों के कारण भारत में बैंकिंग और कैशलेस ट्रांजेक्शन की सिक्योरिटी पर कई सवाल खड़े हो गए हैं. एसोचैम (Assocham-The Associated Chambers of Commerce and Industry of India) और एक रिसर्च फर्म EY की रिपोर्ट जिसके हिसाब से अब भारत में 60 से 65 प्रतिशत तक मोबाइल फ्रॉड बढ़ जाएगा. 'स्ट्रैटेजिक नेशनल मेजर्स टू कॉम्बैट साइबरक्राइम' नाम की इस रिपोर्ट के अनुसार 40-45 प्रतिशत फाइनेंशियल कंपनियों का यही कहना है. इसी के साथ, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड और नेटबैंकिंग फ्रॉड भी बढ़ेंगे. ऐसे में अगर मोदी चाहते हैं कि कैशलेस सोसाइटी पूरी तरह से तैयार हो पाए तो बैंकिंग को और सुरक्षित बनाने की जरूरत है. ये भी पढ़ें- कांग्रेस में नया चाणक्य 'भैय्या जी'- कौन है ये?? 13. क्या 2000 का नोट भी बंद हो जाएगा? जब से 2000 का नोट जारी हुआ है उसे लेकर कोई ना कोई खबर सामने आ रही है. कभी चिप की तो कभी उसके रंग छुड़ाने की. इसी बीच ये भी खबरें हैं कि 2000 का नोट बंद हो जाएगा. अगर 2017 में ऐसा होता है तो मोदी सरकार के लिए ये दिक्कत खड़ी कर सकता है.
14. क्या भारत की विकास दर बढ़ पाएगी? मार्केट एक्सपर्ट राकेश अरोरा के अनुसार एक बार नोटबंदी की धुंध छटते ही भारत की जीडीपी 8 से 9% की ग्रोथ कर सकती है. ट्रंप का प्रेसिडेंट बनना, डिमॉनिटाइजेशन, जियो डिजिटल और GST ये सभी 2017 की जीडीपी पर असर डालेंगे. 2016 में भारत की जीडीपी ने भले ही K की जीडीपी को पीछे छोड़ दिया हो, लेकिन हम अभी भी अपने टारगेट से पीछे हैं. ऐसे में 2017 के बेहतर होने की उम्मीद की जा सकती है. 15. क्या राहुल गांधी बन पाएंगे 2017 में कांग्रेस अध्यक्ष? राहुल गांधी को लेकर अभी भी संशय बना हुआ है. वो जितनी भी कोशिश कर रहे हैं लोगों के मन में अपनी जगह बना पाने में नाकाम हो रहे हैं. ऐसे में 2017 सिर्फ कांग्रेस का ही नहीं बल्कि राहुल गांधी का भविष्य भी ताक पर रखा हुआ है. 16. क्या LG और केजरीवाल की जंग से दिल्ली को मुक्ति मिल पाएगी? नजीब जंग का इस्तीफा भी 2016 में किसी भूकंप से कम नहीं था. केजरीवाल ने सत्ता में आने के बाद से ही LG के साथ जंग का ऐलान कर दिया था. ऐसे में 2017 में दिल्ली के नए LG के साथ केजरी सरकार की साठ-गांठ कैसी रहती है ये भी देखने वाली बात होगी. 17. और सबसे आखिरी और सबसे स्थाई सवाल: क्या सलमान की शादी इस साल भी हो पाएगी? तो 2017 के 17 सवालों में ये अंतिम सवाल है. यूलिया के साथ सलमान शादी करने वाले हैं इसकी कयास 2016 में लगाई जा रही थी, लेकिन ये हो ना सका. 51 साल की उम्र में भी भारत के मोस्ट एलिजिबल बैचलर बने हुए सलमान की शादी इस साल हो पाएगी या फिर होगी भी या नहीं इसका खुलासा तो सलमान ही कर पाएंगे.
अब इन सवालों के जवाब तो 2017 में मिल ही जाएंगे और ये भी हो सकता है कि कुछ सवाल पूरे साल अधूरे रह जाएं. बहरहाल उम्मीद की जा सकती है कि 2017 काफी हद तक 2016 से बेहतर होगा. इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है. ये भी पढ़ेंRead more! संबंधित ख़बरें |