प्रधानमंत्री भले ही स्वच्छ भारत का नारा लगा रहे हों. देशवासियों से साफ-सफाई रखने की अपील कर रहे हों मगर सड़क पर चलते हुए कहीं भी कुछ भी फेंक देना हम भारतीयों की आदत में शुमार है. अधिकांश देशवासियों को ऐसा करते देखा जा सकता है. महिलाएं हों या पुरुष. बड़े हों या बच्चे. सभी इस आदत से मजबूर हैं. और हमारी यही आदत बहुत महंगी साबित हो रही है. जानिए कैसे और क्यों-
प्रधानमंत्री भले ही स्वच्छ भारत का नारा लगा रहे हों. देशवासियों से साफ-सफाई रखने की अपील कर रहे हों मगर सड़क पर चलते हुए कहीं भी कुछ भी फेंक देना हम भारतीयों की आदत में शुमार है. अधिकांश देशवासियों को ऐसा करते देखा जा सकता है. महिलाएं हों या पुरुष. बड़े हों या बच्चे. सभी इस आदत से मजबूर हैं. और हमारी यही आदत बहुत महंगी साबित हो रही है. जानिए कैसे और क्यों- इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है. ये भी पढ़ेंRead more! संबंधित ख़बरें |