भारत की जनसंख्या क्या है? जी असलियत मोदी जी के भाषण के सवा सौ करोड़ देशवासियों से अलग है. असल में भारत की जनसंख्या है 1.32 बिलियन (वो भी 2015 के हिसाब से). अब ये तो हुई भारत की बात, लेकिन चीन के बारे में आप क्या कहेंगे? चीन के बारे में बस इतना जानते हैं लोग कि वो दुनिया का सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश है.
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार चीन में 1.38 बिलियन लोग हैं और यूएन के आंकड़े कहते हैं कि चीन की जनसंख्या को भारत 2022 तक पीछे छोड़ देगा.
अगर ये बात सच ना हुई तो? एक रिसर्चर YI Fuxian (यी फुक्सियन) का कहना है कि चीन की जनसंख्या के आधिकारिक आंकड़े गलत हैं और भारत जनसंख्या के मामले में पहले ही चीन से आगे निकल चुका है.
यी की रिसर्च बताती है कि चीन की जनसंख्या पिछले साल के अंत तक 1.29 बिलियन थी और भारत पहले ही इसे क्रॉस कर चुका है.
कुछ बातें ऐसी भी...
चीन ने 2015 में उनकी वन चाइल्ड पॉलिसी को खत्म करने का फैसला लिया था और लोगों से कहा था कि वो दो बच्चे पैदा कर सकते हैं. यी चीन में वापस गए थे लेकिन कुछ ही महीनों में उनका सोशल मीडिया अकाउंट बंद कर दिया गया क्योंकि वो कुछ ना कुछ देश के बारे में लिख रहे थे. यी का कहना है कि चीन की फैमिली प्लानिंग पॉलिसी के चक्कर में चीन की जनसंख्या का गलत अनुमान लगाया गया है.
अगर यी की ये बात सच है तो भारत और चीन को इससे काफी फर्क पड़ेगा.
1. भारत को इससे फर्क...
अगर ये बात सच है तो भारत को इससे काफी फर्क पड़ेगा. भारत को सबसे ज्यादा जनसंख्या वाले देश की उपाधी मिल जाएगी. भारत के मामले में जो सरकारी आंकड़े हैं वो सब गलत साबित हो जाएंगे. जनसंख्या के हिसाब से डेवलपमेंट नहीं हो रहा है और ये...
भारत की जनसंख्या क्या है? जी असलियत मोदी जी के भाषण के सवा सौ करोड़ देशवासियों से अलग है. असल में भारत की जनसंख्या है 1.32 बिलियन (वो भी 2015 के हिसाब से). अब ये तो हुई भारत की बात, लेकिन चीन के बारे में आप क्या कहेंगे? चीन के बारे में बस इतना जानते हैं लोग कि वो दुनिया का सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश है.
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार चीन में 1.38 बिलियन लोग हैं और यूएन के आंकड़े कहते हैं कि चीन की जनसंख्या को भारत 2022 तक पीछे छोड़ देगा.
अगर ये बात सच ना हुई तो? एक रिसर्चर YI Fuxian (यी फुक्सियन) का कहना है कि चीन की जनसंख्या के आधिकारिक आंकड़े गलत हैं और भारत जनसंख्या के मामले में पहले ही चीन से आगे निकल चुका है.
यी की रिसर्च बताती है कि चीन की जनसंख्या पिछले साल के अंत तक 1.29 बिलियन थी और भारत पहले ही इसे क्रॉस कर चुका है.
कुछ बातें ऐसी भी...
चीन ने 2015 में उनकी वन चाइल्ड पॉलिसी को खत्म करने का फैसला लिया था और लोगों से कहा था कि वो दो बच्चे पैदा कर सकते हैं. यी चीन में वापस गए थे लेकिन कुछ ही महीनों में उनका सोशल मीडिया अकाउंट बंद कर दिया गया क्योंकि वो कुछ ना कुछ देश के बारे में लिख रहे थे. यी का कहना है कि चीन की फैमिली प्लानिंग पॉलिसी के चक्कर में चीन की जनसंख्या का गलत अनुमान लगाया गया है.
अगर यी की ये बात सच है तो भारत और चीन को इससे काफी फर्क पड़ेगा.
1. भारत को इससे फर्क...
अगर ये बात सच है तो भारत को इससे काफी फर्क पड़ेगा. भारत को सबसे ज्यादा जनसंख्या वाले देश की उपाधी मिल जाएगी. भारत के मामले में जो सरकारी आंकड़े हैं वो सब गलत साबित हो जाएंगे. जनसंख्या के हिसाब से डेवलपमेंट नहीं हो रहा है और ये अच्छा नहीं है.
चीन को भी इससे फर्क पड़ेगा. बात कुछ ऐसी है कि चीन की जनसंख्या कम हो गई है और चीन के सरकारी आंकड़े गलत हैं. अगर ऐसा है तो चीनी सरकार जनता से झूठ बोल रही है और चीन की ग्रोथ और डेवलपमेंट जनसंख्या के मुकाबले में काफी आगे है.
यी के मुताबिक ये गड़बड़ 2003 से चली आ रही है और सरकार ने उसी साल में असली जनसंख्या से ज्यादा डेटा लोगों को दिखाया था. यी चीन के हुनान प्रांत से ताल्लुक रखते हैं और 1999 में वो अमेरिका चले गए थे.
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