ट्रोल (Troll) एक ऐसा शब्द जिससे शायद हर इंटनेट और सोशल मीडिया यूजर वाकिफ होगा. ये ऐसे गुमनाम यूजर होते हैं जो कहीं किसी कोने में छुपे रहेंगे. और जब निकलेंगे तो रायता ही फैलाएंगे. ट्रोल बेकार और बेवकूफ लोगों की ऐसी जमात होती है जो किसी काम के तो होते नहीं हैं, साथ ही सोशल मीडिया की सेहत के लिए भी बड़ा खतरा हैं. उनकी खुद की कोई ज़िंदगी तो होती नहीं इसलिए अपना सारा समय इंटरनेट पर कोई 'बकरा' खोजते रहते हैं ताकि टाइम पास तो हो!
अगर आप महिला हैं तब तो फिर मोस्ट वांटेड हैं. आपका महिला होना ही काफी है दुनिया भर के ट्रोल 'साथियों' को आपके वॉल पर लाने के लिए. आपके हर कदम, हर स्टेटस पर पैनी नज़र रखने का अधिकार है इनको. और क्यों ना हो?
ट्रोल और उनकी प्रजातिआइए बताएं कुछ ऐसे ट्रोल की लिस्ट जिनसे हर औरत का कभी ना कभी, किसी ना किसी तरीके से सामना जरुर हुआ होगा.
1- वो मर्द ट्रोल
ये सबसे कॉमन ट्रोल प्रजाति है. और इस प्रजाति के ट्रोल से हर औरत का सामना जरूर होता है. औरतों की हर बात को काटना इनके जीवन का परम लक्ष्य होता है. क्योंकि इन्हें लगता है कि ये पुरुष हैं और इन्हें सब पता होता है. यहां तक की कभी-कभी ये लोग आपके बातों की सविस्तार व्याख्या करके आपको ही गलत साबित करने की कोशिश करेंगे.
ऐसे लोगों का क्या करना चाहिए- खैर इनका बस एक ही इलाज है. इन्हें इनके ही चाल में जवाब दीजिए और मस्त रहिए. जैसा इस औरत ने किया.
2- हर बात को कैपिटल लेटर में लिखने वाले ट्रोल
मूलत: ये हर बात पर गला फाड़ चिल्लाने वालों की प्रजाति है. ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के भी कुछ नियम-कायदे होते हैं. जो भी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के शिष्टाचार से वाकिफ हैं उन्हें ये पता होता है कैप्स लॉक यानी कि बड़े अक्षरों में कुछ भी लिखने का अर्थ होता है चिल्लाना. लेकिन कुछ लोग होते हैं जिन्हें अपनी हर बात या राय चिल्ला कर रखनी होती है. उनको पढ़ कर ऐसा लगता है मानों वो हमारे कान में ही घुसकर गला फाड़ रहे हैं.
ऐसे लोगों का क्या करना चाहिए- उनका की-बोर्ड चोरी कर लिया जाए! या सबसे शांतिप्रिय रास्ता अपनाइए. उन्हें ब्लॉक कर दीजिए. ज्यादा कैप्स वर्ड पढ़ने से सरदर्द का खतरा रहता है. सच्ची में!
3- व्याकरण के पंडित
ये वो महान आत्माएं होतीं हैं जो लड़कियों के वॉल पर एक बिंदी तक की गलती को माइक्रोस्कोप के नीचे रखकर खोजते रहते हैं.
ऐसे लोगों का क्या करना चाहिए- उनके दिमाग की दही करने के लिए एसएमएस की भाषा में लिखना शुरू कर दीजिए. जैसे उनसे आप पूछें कि- 'How u dng? Y u no shut up?'या फिर उन्हें कहें कि आपके ऑफिस में एक प्रूफ रीडर की जगह खाली है और वो परफेक्ट कैंडिडेट हैं.
4- वन वे वाले ट्रोल
ये दूसरी ही दुनिया की प्रजाति होते हैं और इन्हें स्पेशल पावर मिला होता है. आप इनके आगे कितना भी सिर फोड़ लें ये कभी आपकी बात नहीं समझेंगे. मतलब नहीं ही समझेंगे. और ना ही आपसे बहस करना भी ये बंद करेंगे. हर छोटी बात पर ये बुरा मान जाएंगे. इनके दिल को ठेस लग जाएगी. यहां तक की इन्हें मजाक और व्यंग्य के बीच का अंतर भी समझ नहीं आएगा.
ऐसे लोगों का क्या करना चाहिए- इनसे बात करते समय इमोजी का खूब प्रयोग करें.
5- नफरत से भरे ट्रोल
अगर इस प्रजाति के ट्रोल को आपने अपनी बातों से अपमानित कर दिया तो फिर आपका तो भगवान ही मालिक है. उसके बाद आप चाहें तो उन्हें अपनी बात समझाने, मनाने, शांत करने की चाहे कितनी भी कोशिश कर लें लेकिन वो अब सिर्फ आपसे नफरत करेंगे. यहां तक की आप सांस ले रहीं हैं इससे भी उनको नफरत होगी. यकीन मानिए आपसे नफरत करने का अगर इनके पास कोई कारण नहीं है तो ये कोई ना कोई कारण जरुर खोज लेंगे.
यही नहीं वो आपके पीछे पड़े रहेंगे. ना सिर्फ आपके पीछे बल्कि आपसे जुड़ी छोटी से छोटी बात पर नजर रखेंगे और आपसे जुड़ी कोसों दूर की बातों को भी इश्यू बना देंगे फिर आपको उसमें टैग करेंगे. सिर्फ ये दिखाने के लिए कि उनको आपसे कितनी नफरत है वो गालियों से आपको सुशोभित करते रहेंगे.
ऐसे लोगों का क्या करना चाहिए- कंप्यूटर के म्यूट बटन का प्रयोग करिए और फिर उन्हें ब्लॉक कर दीजिए. इस प्रजाति के ट्रोल यही भाषा समझते हैं. ये याद रखें कि नफरत करने वाले नफरत ही करेंगे, चाहे आप कुछ भी कर लें. इसलिए उन्हें उनके हाल पर छोड़ अपनी ज़िंदगी इत्मीनान से अपने हिसाब जी लें.
6- सर्वज्ञानी ट्रोल
इस प्रजाति के ट्रोल हमेशा यही गलतफहमी पाले रहते हैं कि उन्हें सब पता होता है. और इसलिए अपनी बात को साबित करने के लिए आकाश-पाताल एक कर देते हैं. बात चाहें कैसी भी बकवास हो लेकिन ये उसे प्रूफ करके ही दम लेते हैं. खुद तो जीवन में उन्होंने कुछ पाया नहीं होता है लेकिन दूसरों को नीचा दिखाने के लिए ये सोशल मीडिया के हर प्लेटफार्म को छान डालते हैं.
ऐसे लोगों का क्या करना चाहिए- इन्हें बिना कुछ सोचे हर जगह से ब्लॉक कर दें और चिल्ल मारें.
7- कपिल शर्मा टाइप ट्रोल
कुछ ट्रोल इतने बड़े वाले कार्टून होते हैं कि हर बात या घटना पर कार्टून बना डालते हैं. या फिर हर बात को बड़े ही हल्के माहौल में बदल डालते हैं. इस प्रजाति के ट्रोल फ्रेशनेश देते हैं और शरीर में हिमोग्लोबिन के साथ-साथ ऑक्सीजन की मात्रा भी बढ़ा देते हैं.
ऐसे लोगों का क्या करना चाहिए- इन्हें अपनी लिस्ट में रखें. ये सरदर्द वाले ट्रोल को झेलने के बाद माइंड फ्रेश करने के लिए जरुरी होते हैं.
काश हम इन ट्रोल प्रजातियों पर अपने 'आबरा का डाबरा' हथियार का इस्तेमाल कर सकते. लेकिन ना हम हैरी पॉर्टर कि दुनिया में रहते हैं ना ही अलादीन का ही कोई चिराग है हमारे पास. कुछ भी हो पर इन ट्रोल प्रजातियों को अपने दिल-दिमाग पर हावी मत होने दीजिए. खुद पर भरोसा रखिए. हर किसी की तरह आपको भी अपनी बात रखने और किसी मुद्दे पर अपना विचार बनाने का अधिकार है.
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