ब्रेस्ट कैंसर शब्द सुनते ही आपके दिमाग में क्या आता है? महिलाओं को होने वाली सबसे आम बीमारियों में से एक. भारत में हर 30 में से 1 लड़की अपनी जिंदगी में कभी ना कभी ब्रेस्ट कैंसर या उससे जुड़ी परेशानियों से जूझती है. पिछले कुछ सालों में महिलाओं के ब्रेस्ट कैंसर को लेकर काफी बातें हुई हैं, लेकिन पुरुषों का क्यां? देखिए अगर आपको लगता है कि ये सिर्फ महिलाओं की बीमारी है तो ऐसा नहीं है. ये बीमारी पुरुषों के लिए भी उतनी ही खतरनाक होती है.
जी हां, ब्रेस्ट कैंसर पुरुषों को भी होता है, लेकिन इसके होने की गुंजाइश सिर्फ 400 में से 1 पुरुष को होती है. अगर इसी साल की बात करें तो अमेरिका में 2017 में 2470 पुरुषों को ये बीमारी जकड़ सकती है और इनमें से 460 इस बीमारी से मर सकते हैं.
यही अगर भारत के नजरिए से देखा जाए तो नॉएडा स्थित फोर्टिस हॉस्पिटल के डॉक्टर विकास गोस्वामी का कहना है कि मेल कैंसर असल में अधिकतर बार रिपोर्ट ही नहीं किया जाता है. ऐसा जानकारी की कमी, लापरवाही के कारण भी होता है. जब तक पेशंट को कुछ पता चलता है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है. आम तौर पर ब्रेस्ट पेन को चेस्ट पेन की तरह ही आंका जाता है.
महिलाओं से ज्यादा पुरुषों के लिए खतरनाक...
वैसे तो पुरुषों के लिए ब्रेस्ट कैंसर होने का रिस्क कम होता है, लेकिन अगर ये हो गया तो इसके बाद बचने की गुंजाइश महिलाओं में ज्यादा होती है. ऐसा इसलिए है क्योंकि पुरुषों में ब्रेस्ट फैट टिशू कम होता है और इससे कैंसर शरीर में तेजी से फैल सकता है.
लाइफस्टाइल, हार्मोन्स और ज्यादा शराब पीने के कारण उनका लिवर भी एस्ट्रोजन (फीमेल हार्मोन) को नहीं मेनटेन कर पाता है. ऐसे लोग जिन्हें...
ब्रेस्ट कैंसर शब्द सुनते ही आपके दिमाग में क्या आता है? महिलाओं को होने वाली सबसे आम बीमारियों में से एक. भारत में हर 30 में से 1 लड़की अपनी जिंदगी में कभी ना कभी ब्रेस्ट कैंसर या उससे जुड़ी परेशानियों से जूझती है. पिछले कुछ सालों में महिलाओं के ब्रेस्ट कैंसर को लेकर काफी बातें हुई हैं, लेकिन पुरुषों का क्यां? देखिए अगर आपको लगता है कि ये सिर्फ महिलाओं की बीमारी है तो ऐसा नहीं है. ये बीमारी पुरुषों के लिए भी उतनी ही खतरनाक होती है.
जी हां, ब्रेस्ट कैंसर पुरुषों को भी होता है, लेकिन इसके होने की गुंजाइश सिर्फ 400 में से 1 पुरुष को होती है. अगर इसी साल की बात करें तो अमेरिका में 2017 में 2470 पुरुषों को ये बीमारी जकड़ सकती है और इनमें से 460 इस बीमारी से मर सकते हैं.
यही अगर भारत के नजरिए से देखा जाए तो नॉएडा स्थित फोर्टिस हॉस्पिटल के डॉक्टर विकास गोस्वामी का कहना है कि मेल कैंसर असल में अधिकतर बार रिपोर्ट ही नहीं किया जाता है. ऐसा जानकारी की कमी, लापरवाही के कारण भी होता है. जब तक पेशंट को कुछ पता चलता है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है. आम तौर पर ब्रेस्ट पेन को चेस्ट पेन की तरह ही आंका जाता है.
महिलाओं से ज्यादा पुरुषों के लिए खतरनाक...
वैसे तो पुरुषों के लिए ब्रेस्ट कैंसर होने का रिस्क कम होता है, लेकिन अगर ये हो गया तो इसके बाद बचने की गुंजाइश महिलाओं में ज्यादा होती है. ऐसा इसलिए है क्योंकि पुरुषों में ब्रेस्ट फैट टिशू कम होता है और इससे कैंसर शरीर में तेजी से फैल सकता है.
लाइफस्टाइल, हार्मोन्स और ज्यादा शराब पीने के कारण उनका लिवर भी एस्ट्रोजन (फीमेल हार्मोन) को नहीं मेनटेन कर पाता है. ऐसे लोग जिन्हें पहले से लिवर से जुड़ी कोई बीमारी रही हो उनके लिए ब्रेस्ट कैंसर का खतरा और बढ़ जाता है.
महिलाओं के लिए बचने की गुंजाइश ब्रेस्ट कैंसर के बाद करीब 83% रहती है और इसी जगह अगर किसी पुरुष को ब्रेस्ट कैंसर हो गया है तो बचने की गुंजाइश महज 73% हो जाती है.
कैसे पता करें कुछ गड़बड़ है...
- आम तौर पर इसे उभरी हुई गांठ के रूप में देखा जाता है.
- अगर ब्रेस्ट से कोई तरल पदार्थ बह रहा है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
- अगर आकार में फर्क आ गया है तो भी ये खतरे की घंटी है.
- अगर रंग में अंतर दिख रहा है तो.
- अगर जलन हो रही है या गर्म लग रहा है तो.
- अगर नसें दिख रही हैं तो.
- अगर अंदरूनी गांठ है तो.
- अगर त्वचा कड़क हो गई है तो
- अगर त्वचा में कोई इन्फेक्शन समझ आ रहा है तो.
- आस-पास दाने हो रहे हैं तो.
क्यों पुरुषों में बढ़ रहा है ब्रेस्ट कैंसर...
पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर बढ़ने का कारण लाइफस्टाइल सबसे ज्यादा हो गई है. जितना की महिलाओं को खतरा है उतना ही पुरुषों को भी ब्रेस्ट कैंसर का खतरा है. इसके कारण ये हो सकते हैं.
1. लगातार अगर किसी दवाई को खा रहे हों, ऐसी समस्या तब बढ़ जाती है जब हार्मोन से जुड़ी कोई दवाई खाई जा रही हो.
2. बॉडी वेट बढ़ने के कारण.
3. एल्कोहॉल या स्मोकिंग की आदत के कारण.
4. कोई जिनेटिक कारण से.
भले ही पुरुषों में रिस्क कम हो, लेकिन इस बीमारी को कम आंकना सही नहीं होगा. तो अगर कोई भी समस्या हो रही है तो डॉक्टर से संपर्क करना ही सही होगा.
ये भी पढ़ें-
एक लड़की के लिए कितना मुश्किल है गुप्तांगो का इलाज...
18 साल के लड़के ने बना दी 'स्मार्ट ब्रा', खूबी जानकर रह जाएंगे दंग!
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.