इस साल की सबसे कंट्रोवर्शियल फिल्म कौन सी है? तो जवाब है 'लिपस्टिक अंडर माय बुर्का'. शायद यही वो इकलौती फिल्म है जिसने सेंसर बोर्ड की नींद उड़ा कर रख दी है. यहां तक कि फिल्म को 'A' सर्टिफिकेट देने के बावजूद भी इस फिल्म के नाम पर लोग सेंसर बोर्ड को अपने-अपने तरीके से समझाने की कोशिश करने में लगे हैं. और मजे की बात ये है कि उनकी ये कोशिश काबिले तारीफ है.
इसी कड़ी में ब्लाश चैनल पर अभी कुछ दिन पहले ही रैपर और एक्टिविस्ट सोफिया अशरफ ने 'एडल्ट मूवी' के जरिए ये बात लोगों के सामने रखी कि क्यों माता-पिता का अपने बच्चों से सेक्स पर बात करना जरूरी है. तो इस बार ब्लश चैनल एक और कदम आगे बढ़कर एक वीडियो लाया है जिसमें एक बेटी अपनी मां के साथ अपने हनीमून के एक्सपीरियंस पर बात करती दिख रही है.
ये वीडियो खास है, क्योंकि 'लिपस्टिक अंडर माय बुर्का' की तरह ये वीडियो महिलाओं पर फोकस्ड है, उनकी यौन इच्छाओं पर है, और इसमें ऑडियो पोर्नोग्राफी भी है. लेकिन फिल्म 'जब हैरी मेट सेजल' की तरह इसमें 'इंटरकोर्स' सेक्स या इससे मिलते जुलते शब्द का जिक्र तक नहीं किया गया है, फिर भी बात सारी महिलाओं की यौन इच्छाओं पर की जा रही है.
वीडियो का नाम है 'खाने...
इस साल की सबसे कंट्रोवर्शियल फिल्म कौन सी है? तो जवाब है 'लिपस्टिक अंडर माय बुर्का'. शायद यही वो इकलौती फिल्म है जिसने सेंसर बोर्ड की नींद उड़ा कर रख दी है. यहां तक कि फिल्म को 'A' सर्टिफिकेट देने के बावजूद भी इस फिल्म के नाम पर लोग सेंसर बोर्ड को अपने-अपने तरीके से समझाने की कोशिश करने में लगे हैं. और मजे की बात ये है कि उनकी ये कोशिश काबिले तारीफ है.
इसी कड़ी में ब्लाश चैनल पर अभी कुछ दिन पहले ही रैपर और एक्टिविस्ट सोफिया अशरफ ने 'एडल्ट मूवी' के जरिए ये बात लोगों के सामने रखी कि क्यों माता-पिता का अपने बच्चों से सेक्स पर बात करना जरूरी है. तो इस बार ब्लश चैनल एक और कदम आगे बढ़कर एक वीडियो लाया है जिसमें एक बेटी अपनी मां के साथ अपने हनीमून के एक्सपीरियंस पर बात करती दिख रही है.
ये वीडियो खास है, क्योंकि 'लिपस्टिक अंडर माय बुर्का' की तरह ये वीडियो महिलाओं पर फोकस्ड है, उनकी यौन इच्छाओं पर है, और इसमें ऑडियो पोर्नोग्राफी भी है. लेकिन फिल्म 'जब हैरी मेट सेजल' की तरह इसमें 'इंटरकोर्स' सेक्स या इससे मिलते जुलते शब्द का जिक्र तक नहीं किया गया है, फिर भी बात सारी महिलाओं की यौन इच्छाओं पर की जा रही है.
वीडियो का नाम है 'खाने में क्या है', जिसे बहुत ही खूबसूरती से गढ़ा गया है. इस वीडियो में महिलाओं के यौन अधिकारों पर बात की गई है, और ये बताया गया है कि अपने पार्टनर के सामने अपनी यौन इच्छाएं कहने में कोई बुराई नहीं है.
एक बात तो है कि अगर सेक्स पर इस तरह से बात की जाएगी तो सेंसर बोर्ड को इसे पास करने में जरा भी आपत्ति नहीं होगी.
हो सकता है कि कुछ लोगों को इस वीडियो से परेशानी हो क्योंकि यहां बात सेक्स पर की जा रही है और बातचीत मां और बेटी के बीच है, जो अमूमन नहीं होती. हां, ये बातचीत अगर दोस्तों या बहनों के बीच दिखाई जाती तो शायद समाज इसे आसानी से पचा लेता. पर सोचने वाली बात है जब लोग हर तरीके से ये समझाने की बात कर रहे हैं कि माता-पिता का अपने बच्चों से सेक्स पर बात करना जरूरी है, तो फिर एक बेटी अगर मां से सेक्स पर बात कर रही है तो इसमें गलत क्या है.
देखिए वीडियो-
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सेक्स पर बात नहीं करने की सलाह देने वालों को ये मिला जवाब
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