अगर पुरुषों से पूछा जाए कि उन्हें कैसी महिलाएं पसंद हैं तो उन्हें वही महिलाएं पसंद आती हैं जिनकी काया नाजुक हो, जिसमें नारीत्व कूट कूट कर भरा हो. महिलाओं को आंकने का ये मानक है, जो सभी ने तय किया हुआ है. शक्ति की बात करें तो महिलाओं की शारीरिक शक्ति को नजरंदाज कर उनकी सहनशक्ति की बात होती है. क्योंकि शक्तिशाली तो पुरुष हैं, और यही वजह है कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं की शक्ति को हमेशा कम ही आंका जाता है.
लेकिन कुछ महिलाएं ऐसी भी हैं जिन्होंने अपने शरीर को इस तरह ढ़ाला है कि उन्होंने महिलाओं की नाजुक काया वाली छवि को एकदम बदलकार रख दिया है. जिम, योगा और एक्सरसाइज की बदौलत इन्होंने अपनी मसल्स को इतना ताकतवर बना लिया है कि शक्ति प्रदर्शन की तो बात ही मत कीजिए. लेकिन हां, जो लोग ये सोचते हैं कि बॉडी बिल्डिंग और मसल बनाने से महिलाओं का आकर्षण या नारीत्व खत्म हो जाता है, या वो सेक्सी नहीं दिखतीं तो जरा इन 7 महिलाओं पर नजर डाल लीजिए. ये महिलाएं जितनी शक्तिशाली हैं उतनी ही आकर्षक भी.
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1. निलपर्णा सेन-
23 वर्षीय निलपर्णा एक जिम ट्रेनर और मैनेजर हैं |
आजकल वो बॉडी बिल्डर बनने की तैयारी कर रही हैं. उनका कहना है कि 'जब मैंने पहली बार अपने बाइसेप्स देखे, तो मुझे लगा मैं क्यों हमेशा पतली रहना चाहती थी?' मुझे नहीं लगता कोई भी...
अगर पुरुषों से पूछा जाए कि उन्हें कैसी महिलाएं पसंद हैं तो उन्हें वही महिलाएं पसंद आती हैं जिनकी काया नाजुक हो, जिसमें नारीत्व कूट कूट कर भरा हो. महिलाओं को आंकने का ये मानक है, जो सभी ने तय किया हुआ है. शक्ति की बात करें तो महिलाओं की शारीरिक शक्ति को नजरंदाज कर उनकी सहनशक्ति की बात होती है. क्योंकि शक्तिशाली तो पुरुष हैं, और यही वजह है कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं की शक्ति को हमेशा कम ही आंका जाता है.
लेकिन कुछ महिलाएं ऐसी भी हैं जिन्होंने अपने शरीर को इस तरह ढ़ाला है कि उन्होंने महिलाओं की नाजुक काया वाली छवि को एकदम बदलकार रख दिया है. जिम, योगा और एक्सरसाइज की बदौलत इन्होंने अपनी मसल्स को इतना ताकतवर बना लिया है कि शक्ति प्रदर्शन की तो बात ही मत कीजिए. लेकिन हां, जो लोग ये सोचते हैं कि बॉडी बिल्डिंग और मसल बनाने से महिलाओं का आकर्षण या नारीत्व खत्म हो जाता है, या वो सेक्सी नहीं दिखतीं तो जरा इन 7 महिलाओं पर नजर डाल लीजिए. ये महिलाएं जितनी शक्तिशाली हैं उतनी ही आकर्षक भी.
ये भी पढ़ें- इन महिलाओं का 'अंग प्रदर्शन' प्रेरणा देता है...
1. निलपर्णा सेन-
23 वर्षीय निलपर्णा एक जिम ट्रेनर और मैनेजर हैं |
आजकल वो बॉडी बिल्डर बनने की तैयारी कर रही हैं. उनका कहना है कि 'जब मैंने पहली बार अपने बाइसेप्स देखे, तो मुझे लगा मैं क्यों हमेशा पतली रहना चाहती थी?' मुझे नहीं लगता कोई भी सामान्य व्यक्ति इतना ऊर्जावान महसूस करता होगा जितना कि मैं. मेरे जीवन का ये सबसे अच्छा रूप है.
2. श्वेता सखरकर-
25 वर्षीय श्वेता बिकनी बॉडी बिल्डर हैं. |
उन्हें ये प्रेरणा अपनी मां से मिली जो खुद भी वेट ट्रेनर हैं. उनका कहना है कि - मेरी मां 45 साल क उम्र मं भी इतनी मेहनत करती हैं, उनके फिटनेस लेवल से मुझे और मेहनत करने की प्रेरणा मिलती है.
3 बानी जे-
28 वर्षीय बानी वीजे और एक्ट्रेस हैं |
उन्हें अपने शरीर पर गर्व है. वो अपने एब्स की वजह से काफी चर्चित हैं. उनका कहना है कि- मैं अपने शरीर को बोहतर जानती हूं, मेरा इसपर नियंत्रण है और मैं जैसा चाहूम इसे बना सकती हूं.
4. आयशा बिलीमोरिया-
29 वर्षीय आयशा खिलाड़ी और फिटनेस ट्रेनर हैं |
राष्ट्रीय स्तर की धावक रह चुकीं आयशा का कहना है- मुझसे महिलाएं कहती हैं कि वो मेरे जैसी दिखना चाहती हैं. लेकिन वो अक्सर भूल जाती हैं कि यहां तक पहुंचना, 13 साल की केंद्रित टेनिंग का नतीजा है.
5. नवरीत जोसान-
30 वर्षीय नवरीत पेशे से मेकअप आर्टिस्ट हैं |
लेकिन शौकिया बिकनी बॉडी बिल्डिंग करती हैं. उन्हें अपने बालों और अपनी मसल्स से बेहद प्यार है. वो कहती हैं कि- एक फुट टाइम जॉब के साथ अगर मैं फिटनेस के इस स्तर पर पहुंच सकती हूं, तो कोई भी कर सकता है.
6. नताशा नोएल-
23 साल की नताशा योग प्रशिक्षक हैं |
वो एक डांसर भी हैं लेकिन चोट लगने की वजह से उन्होंने डांसिंग छोड़ दी. उनका कहना है कि- मेरेशिक्षकों ने मुझे हमेशा नाजुक बनने की सलाह दी, लड़कियों की तरह कोमल. लेकिन लचीलेपन से ज्यादा मजबूती ने मुझे आकर्षित किया. मजबूत होना सैक्सी है, और सशक्त भी बनाता है. मेरे पास काया है, नारीत्व है और मैं एक महिला हूं, एक मजबूत महिला.
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7. राशि चौधरी-
31 वर्षीय राशि एक न्यूट्रिशनिस्ट हैं |
एक बार उनके पति ने कहा कि तुम्हारे कंधे पुरुषों के कंधों जैसे लगते हैं, पर चुंकि इसके लिए ट्रेनिंग ली गई, तो खुदपर गर्व महसूस हुआ.
ये सभी महिलाएं उन लोगों के लिए उदाहरण हैं जो ये कहते हैं कि महिलाओं की नाजाकत ही उनका गहना है. इन्होंने खुद को तो मजबूत बनाया ही है साथ ही ये लाखों महिलाओं को शारीरिक रूप से मजबूत बनने की प्रेरणा भी दे रही हैं. और रही बात पुरुषों की तो वो अब खुद ही निर्णय लें, कि मजबूत होना सैक्सी है या नहीं.
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