भारत में दिन पर दिन ट्रिपल तलाक का विरोध बढ़ता ही जा रहा है और इस प्रथा का विरोध होना भी चाहिए. ट्रिपल तलाक की वजह से निकाह के बाद भी मुस्लिम महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर पातीं हैं. यही नहीं ट्रिपल तलाक एक ऐसा हथियार है जिसकी वजह से महिलाएं अपने पति के हाथ का मोहरा भर बनकर रह जाती हैं. लेकिन इस्लाम में औरतों पर अन्याय का एक और हथियार है जो तीन तलाक से भी ज्यादा शर्मनाक है. इस प्रथा को हलाला कहते हैं.
अगर आपको नहीं पता कि हलाला क्या है तो जान लीजिए. तलाक के बाद अगर कोई मुस्लिम महिला अपने पहले पति के पास वापस जाना चाहती है तो पहले उसे एक अजनबी से शादी करनी होगी. यौन संबंध भी रखना होगा और फिर इस पति से तलाक के बाद ही औरत अपने पहले पति के साथ वापस रह सकती है. ये अपने आप में एक अजीब रिवाज तो है ही साथ ही मुस्लिम औरतों के लिए शोषण, ब्लैकमेल और यहां तक ही शारीरिक शोषण का दलदल भी साबित हो सकता है.
हालांकि कई मुस्लिम देशों ने इस अमानवीय प्रथा पर प्रतिबंध लगा दिया है. लेकिन भारत, पाकिस्तान, ब्रिटेन और कुछ अन्य देशों में ये प्रथा अभी भी प्रचलित है. यही नहीं इस क्षेत्र में अब तो कई ऑनलाइन सेवाएं भी उपलब्ध हो गई हैं. यहां पर औरतों को अपने पहले पति के पास जाने के लिए हलाला के अंतर्गत शादी और सेक्स की सेवाएं मुहैया कराई जाती हैं. और ये बताने की तो कोई जरुरत ही नहीं कि इस सेवा के लिए मोटी कीमत वसूल की जाती होगी.
बीबीसी ब्रिटेन की एक रिपोर्ट के अनुसार इन सेवाओं के लिए एक फेसबुक पेज भी...
भारत में दिन पर दिन ट्रिपल तलाक का विरोध बढ़ता ही जा रहा है और इस प्रथा का विरोध होना भी चाहिए. ट्रिपल तलाक की वजह से निकाह के बाद भी मुस्लिम महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर पातीं हैं. यही नहीं ट्रिपल तलाक एक ऐसा हथियार है जिसकी वजह से महिलाएं अपने पति के हाथ का मोहरा भर बनकर रह जाती हैं. लेकिन इस्लाम में औरतों पर अन्याय का एक और हथियार है जो तीन तलाक से भी ज्यादा शर्मनाक है. इस प्रथा को हलाला कहते हैं.
अगर आपको नहीं पता कि हलाला क्या है तो जान लीजिए. तलाक के बाद अगर कोई मुस्लिम महिला अपने पहले पति के पास वापस जाना चाहती है तो पहले उसे एक अजनबी से शादी करनी होगी. यौन संबंध भी रखना होगा और फिर इस पति से तलाक के बाद ही औरत अपने पहले पति के साथ वापस रह सकती है. ये अपने आप में एक अजीब रिवाज तो है ही साथ ही मुस्लिम औरतों के लिए शोषण, ब्लैकमेल और यहां तक ही शारीरिक शोषण का दलदल भी साबित हो सकता है.
हालांकि कई मुस्लिम देशों ने इस अमानवीय प्रथा पर प्रतिबंध लगा दिया है. लेकिन भारत, पाकिस्तान, ब्रिटेन और कुछ अन्य देशों में ये प्रथा अभी भी प्रचलित है. यही नहीं इस क्षेत्र में अब तो कई ऑनलाइन सेवाएं भी उपलब्ध हो गई हैं. यहां पर औरतों को अपने पहले पति के पास जाने के लिए हलाला के अंतर्गत शादी और सेक्स की सेवाएं मुहैया कराई जाती हैं. और ये बताने की तो कोई जरुरत ही नहीं कि इस सेवा के लिए मोटी कीमत वसूल की जाती होगी.
बीबीसी ब्रिटेन की एक रिपोर्ट के अनुसार इन सेवाओं के लिए एक फेसबुक पेज भी है. इस पेज पर उनके लिए काम करने वाले लोग और वो पुरुष जो इस तरह के अस्थायी विवाहों में रुचि रखते हैं अपना प्रचार करते हैं. एक व्यक्ति, इस फेसबुक पेज पर हलाला का प्रचार करते हुए कहता है कि- 'हलाला के लिए महिला उसे पैसे देगी फिर उसके साथ यौन संबंध भी बनाएगी ताकि बाद में मैं तुम्हें तलाक दे सकूं.' इस आदमी ने यह भी कहा कि- 'उसके पास और भी कई पुरुष हैं जो ये काम कर रहे हैं.' इसी बातचीत के क्रम में उसने बताया कि- 'उसके साथ काम करने वाले एक आदमी ने हलाला के लिए की गई शादी के बाद औरत को तलाक देने से मना कर दिया. जिस वजह से उसने खुद उस आदमी को और ज्यादा पैसे दिए. तब जाकर महिला को तलाक मिला और वो अपने पहले पति के पास जा पाई.'
तसल्ली इस बात की है ब्रिटेन सहित कई देशों में इस्लामी शरिया काउंसिल दिखावे के लिए किए गए ऐसे अस्थायी विवाहों के चक्कर में फंसने से महिलाओं को रोकता है. लेकिन फिर भी लोग इस प्रथा का दुरुपयोग करने और पैसा बनाने के लिए इसे इस्तेमाल कर रहे हैं.
देखिए, यह रोंगटे खड़े करने वाली डॉक्यूमेंटरी-
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