पोर्न देखना चाहिए या नहीं देखना चाहिए, इसपर लोग कई तरह की बातें करते हैं. नीम हकीमों की तरह कोई इसके फायदे गिनवाता है, तो कोई नुकसान. पर लगता है पोर्न का सबसे बड़ा दुशमन रूस बनता जा रहा है. रूस ने वहां की बेहद चर्चित पोर्न साइट ब्रेजर्स को बैन कर दिया है.
बैन का कारण बताया गया है कि पोर्न मस्तिष्क के लिए खतरनाक है और ये मानुष्य की सोच को नुक्सान पहुंचाता है. ऐसा पहली बार नहीं है कि रूस में पोर्न साइट पर बैन लगा हो, दुनिया की सबसे बड़ी पोर्न वेबसाइट्स पोर्नहब और यूपॉर्न को भी रूस पिछले साल सितंबर में बैन कर चुका है. रूस के टीवी और इंटरनेट पर होने वाले प्रसारणों पर निगरानी रखने वाली कंपनी Roskomnadzor ने फिलहाल इन पोर्न साइट्स को ब्लॉक किया है.
आपने भी अक्सर पोर्न को लेकर कई बातें सुनी होंगी. पोर्न दिमाग खराब कर देता है...सोच गंदी हो जाती है वगैरह-वगैरह, पर इनके अलावा भी बहुत सी अजीब बातें है जो सच में डराती हैं. एक नजर उन बातों पर जो सीधे साधे पोर्न देखने का विरेध करती हैं-
- 2014 में जर्मन शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग बहुत ज्यादा पोर्न देखते हैं उनका दिमाग छोटा हो जाता है. बिल्कुल वैसे जैसे शराब की लत और डिप्रेशन के शिकार व्यक्तियों के दिमाग का हाल होता है.
- बनावटी सेक्स सीन्स को देखने से आपके असल रिश्ते खराब हो जाते हैं. 1980 में प्रोफेसर डग्लस केंड्रिक द्वारा रिसर्च की गई थी, जिसमें उनका यही कहना था कि लगातार एक नग्न आकर्षक महिला को देखने से पुरुषों में अपने पार्टनर के प्रति प्रेम कम महसूस होता है, या फिर वो उन्हें कम आकर्षक लगने लगती हैं.
- पोर्न देखने के आदती लोगों का दिमाग बिल्कुल ड्रग एडिक्ट लोगों के दिमाग की तरह काम करता है.
इन्हीं सब बातों को आधार मानकर शायद रूस ने पोर्न पर बैन लगाया है. वो नहीं चाहता कि रूस के लोगों का दिमाग जरा भी प्रभावित हो. जहां पोर्न को लेकर इस तरह की बातें चर्चित हैं वहीं कुछ बातें इसकी पोज़िटिव साइड पर भी सुनने मिलती हैं-
- पश्चिम ऑन्टैरियो यूनिवर्सिटी की शोधकर्ता रोन्डा बलजारिनी की नई रिसर्च के अनुसार प्रोफेसर डग्लस की रिसर्च में कहा गया कुछ भी सच नहीं है. उनका कहना है कि पुरुष अपने पार्टनर के बारे में जो भी सोचते हैं उसपर पोर्न देखने से कोई प्रभाव नहीं पड़ता.
- 2008 में दो दानिश शोधकर्ताओं ने 688 लोगों पर रिसर्ज कर ये पता लगाया था कि पोर्न किसी भी तरह हमारे दिमाग या स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव नहीं छोड़ता
- पोर्न देखने से स्ट्रेस या तनाव कम होता है.
- पोर्न जब तनाव कम करता है तो वो आक्रामक प्रवृत्तियों को भी नियंत्रित करता है. कहा जाता है कि पोर्न हिंसात्मक अपराध करने में मुख्य भूमिका निभाते हैं, वहीं इसके उलट ये बात भी सामने आई है कि अगर पोर्न को सामान्य तरीके से देखा जाए तो ये लोगों में सेक्स क्राइम करने की इच्छा को कम करता है.
- जरनल ऑफ सेक्स रिसर्च में छपी एक स्टडी के अनुसार पोर्न आपको एक बेहतर इंसान बनाता है. ज्यादा पोर्न देखने वाले पुरुषों को महिलाओं के अधिकारों के प्रति ज्यादा सकारात्मक पाया गया. ऐसे पुरुषों का रवैया गर्भपात और महिलाओं के काम करने के प्रति कम नकारात्मक था. साथ ही पोर्न देखने वाले पुरुषों में लैंगिक भेदभाव करने की प्रवृत्ति कम देखी गई. पोर्न देखने वाले पुरुष महिलाओं को बराबरी के नजरिए से देखते हैं.
अब देखा जाए तो जितने मुंह, उतनी बातें. एक तरफ फायदे हैं तो दूसरी तरफ नुकसान भी हैं. अब ये आप पर निर्भर करता है कि आप इसके कौन से पक्ष पर यकीन करते हैं.
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