आखिरकार वो फैसला आ ही गया, जिसका इन्तेजार इस देश की जनता द्वारा लम्बे समय से किया जा रहा था. डेरा सच्चा सौदा प्रमुख बाबा गुरमीत राम रहीम को पंचकुला की सीबीआई अदालत ने उन पर लगे यौन शोषण के आरोप के मद्देनजर दोषी करार दिया है. बाबा का शुमार उन शख्सियतों में है जिनके न सिर्फ भारत बल्कि दुनिया घर में करोड़ों समर्थक हैं. आपको बताते चलें कि 15 साल पहले बाबा पर उनके ही आश्रम की एक साध्वी ने यौन शोषण का आरोप लगाया था और इसी के चलते आज 15 साल बाद इन्हें सजा हुई है.
ज्ञात हो कि बाबा के दोषी पाए जाने और गिरफ़्तारी के बाद पंजाब और हरियाणा में माहौल तनावपूर्ण हैं. कोर्ट के फैसले से बाबा के फैंस नाखुश हैं और इसके विरोध स्वरूप राज्य भर में बाबा के समर्थक सड़कों पर उतर आए हैं और हिंसा के जरिये उन्होंने पंजाब और हरियाणा दोनों ही राज्यों में कानून व्यवस्था की कमर तोड़ के रख दी है. 30 से ज्यादा लोगों की जानें जा चुकी हैं. लेकिन, बड़ा सवाल ये है कि आखिर ये कौन लोग हैं और क्यों बाबा के लिए मरने-मारने पर उतारू हुए.
गौरतलब है कि अपने आपको गॉडमैन कहने वाले बाबा गुरमीत राम रहीम का शुमार उन लोगों में है जो न सिर्फ सामाजिक बल्कि राजनीतिक प्रभुत्व रखते हैं. यदि बाबा की ट्विटर प्रोफाइल पर एक नजर डालें तो मिलता है कि ये अपने को आध्यात्मिक संत / परोपकारी / बहुमुखी गायक / ऑलराउंडर खिलाड़ी / फिल्म निर्देशक / अभिनेता / कला निर्देशक / संगीत निर्देशक / लेखक / गीतकार / आत्मकथाकार / डीओपी बताते हैं.
एशिया बुक ऑफ रिकार्ड्स के आंकड़ों को यदि सही माना जाए तो बाबा का शुमार उन अभिनेताओं में है जिन्होंने एक ही फिल्म एमसीजी 2 में अलग-अलग 43 रोल किये हैं. गुरमीत राम रहीम को 2016 में सर्वाधिक...
आखिरकार वो फैसला आ ही गया, जिसका इन्तेजार इस देश की जनता द्वारा लम्बे समय से किया जा रहा था. डेरा सच्चा सौदा प्रमुख बाबा गुरमीत राम रहीम को पंचकुला की सीबीआई अदालत ने उन पर लगे यौन शोषण के आरोप के मद्देनजर दोषी करार दिया है. बाबा का शुमार उन शख्सियतों में है जिनके न सिर्फ भारत बल्कि दुनिया घर में करोड़ों समर्थक हैं. आपको बताते चलें कि 15 साल पहले बाबा पर उनके ही आश्रम की एक साध्वी ने यौन शोषण का आरोप लगाया था और इसी के चलते आज 15 साल बाद इन्हें सजा हुई है.
ज्ञात हो कि बाबा के दोषी पाए जाने और गिरफ़्तारी के बाद पंजाब और हरियाणा में माहौल तनावपूर्ण हैं. कोर्ट के फैसले से बाबा के फैंस नाखुश हैं और इसके विरोध स्वरूप राज्य भर में बाबा के समर्थक सड़कों पर उतर आए हैं और हिंसा के जरिये उन्होंने पंजाब और हरियाणा दोनों ही राज्यों में कानून व्यवस्था की कमर तोड़ के रख दी है. 30 से ज्यादा लोगों की जानें जा चुकी हैं. लेकिन, बड़ा सवाल ये है कि आखिर ये कौन लोग हैं और क्यों बाबा के लिए मरने-मारने पर उतारू हुए.
गौरतलब है कि अपने आपको गॉडमैन कहने वाले बाबा गुरमीत राम रहीम का शुमार उन लोगों में है जो न सिर्फ सामाजिक बल्कि राजनीतिक प्रभुत्व रखते हैं. यदि बाबा की ट्विटर प्रोफाइल पर एक नजर डालें तो मिलता है कि ये अपने को आध्यात्मिक संत / परोपकारी / बहुमुखी गायक / ऑलराउंडर खिलाड़ी / फिल्म निर्देशक / अभिनेता / कला निर्देशक / संगीत निर्देशक / लेखक / गीतकार / आत्मकथाकार / डीओपी बताते हैं.
एशिया बुक ऑफ रिकार्ड्स के आंकड़ों को यदि सही माना जाए तो बाबा का शुमार उन अभिनेताओं में है जिन्होंने एक ही फिल्म एमसीजी 2 में अलग-अलग 43 रोल किये हैं. गुरमीत राम रहीम को 2016 में सर्वाधिक लोकप्रिय कलाकार के तौर पर दादा साहब फाल्के फाउंडेशन अवार्ड से भी नवाजा जा चुका है. इसके अलावा बाबा की एक अन्य उपलब्धि ये भी है कि एक दिन में ही इनके रिलीजियस रॉक एल्बम 'हाईवे लव चार्जर' की पहले ही 3 दिनों में 3 लाख कॉपियां बिक चुकी है और ये 100 के आस पास रॉक सो कर चुके हैं.
बहरहाल, बाबा ने क्या किया है ये सामने आ चुका है और बाबा कैसे हैं, अगर आप ये जानना चाह रहे हैं तो इसके लिए इंटरनेट पर कई लेख मौजूद हैं आप उनकी मदद ले सकते हैं. अपने इस आर्टिकल में हम आपको बाबा की कुछ ऐसी तस्वीरों से रू-ब-रू करा रहे हैं जिनको देखकर आपको बाबा की भव्यता और उनकी ज़बरदस्त फैन फॉलोविंग का अंदाजा हो जाएगा.
बाबा का शुमार देश के उन लोगों में है जिनके न सिर्फ भारत में बल्कि दुनिया भर में करोड़ों समर्थक हैं. बाबा के समर्थकों के बारे में मशहूर है कि ये उनके एक इशारे पर जान दे सकते हैं.
तीन बेटियों चरनप्रीत, अमरप्रीत और हनीप्रीत के पिता बाबा के बारे में मशहूर है कि इनकी फैन फॉलोविंग पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में कहीं ज्यादा है और दुनिया भर की लाखों महिलाएं इनकी जबरदस्त फैन हैं. हनीप्रीत उनकी गोद ली हुई बेटी है, जो उनकी गुरमीत राम रहीम की फिल्मों का निर्देशन भी करती है.
इंटरनेट पर बाबा गुरमीत राम रहीम की कई ऐसी तस्वीरें हैं जो ये दर्शाती हैं कि बाबा को इस देश से बहुत प्यार है. इस तस्वीर में तिरंगे को सलामी देकर बाबा ने ये दर्शा दिया है कि ऐसा केवल वो ही कर सकते हैं (आपने भी ऐसा किया होगा मगर अभी आप इतने लोकप्रिय नहीं हैं कि आप की फोटो इंटरनेट पर वायरल हो जाएं.)
रंगीन लिबास और चमकदमक के बीच रहने वाले बाबा राम रहीम अचानक से किसी दिन सफेद कपड़ों में झाड़ू थामे भी नजर आते रहे. उनका डेरा वैसे तो काफी पहले से सफाई अभियान का जिम्मा लेता रहा है, लेकिन केंद्र और फिर राज्य में बीजेपी की सरकार आने से उसमें सियासत घुस गई. उनके साथ मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी झाड़ू लगाने लगे.
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख बाबा गुरमीत के बारे में मशहूर है कि उन्हें आज किसी पहचान की जरूरत नहीं है. बाबा के समर्थकों का मानना है कि वो खुद एक ब्रांड हैं जो जहां खड़े हो जाते हैं लाइन वहीं से लगनी शुरू हो जाती है. खैर लाइन लगे या न लगे मगर उपरोक्त तस्वीर से साफ है कि जल्द ही एक और ब्रांड से हमारे किचन की अलमारियां भरी पड़ी होंगी.
व्यक्तिगत रूप से मेरे लिए बाबा की ये फोटो बहुत खास है. हालाँकि मैं ज्यादा कुछ कर तो नहीं सकता हूं सिवाए अनुरोध के. मैं केंद्र सरकार से अनुरोध करता हूं कि वो बाबा गुरमीत राम रहीम की इस फोटो के बड़े बड़े कट आउट बनवा कर हमारी सरहदों में लगवाए. मैं दावा करता हूं कि इस फोटो को देखने के बाद मजाल है कि चीन और पाकिस्तान के सैनिक जान बूझ के या फिर अनजाने में हमारी सरहद में प्रवेश कर जाएं. निश्चित तौर पर ये एक ऐसी तस्वीर है जिसको देखकर दुश्मन देशों की रूह फनाह हो जाएगी.
खैर, ये तो रही तस्वीरों की कहानी. जो बाबा के एलबम से निकलकर गूगल के सर्च इंजन तक पहुंच गई है. लेकिन जो कहानी इन तस्वीरों से परे है, उसका खाका उस गुमनाम खत ( पूरा पत्र पढ़ने के लिए क्लिक करें ) ने खींच दिया है, जिसमें ब्यौरा है बाबा की कारगुजारियों का. गुरमीत राम रहीम अपने आश्रम में रहने वाली लड़कियों के साथ क्या करते थे, उन खौफनाक पलों का. जिसका हिसाब-किताब सीबीआई की अदालत ने कर दिया है.
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