देश के पर्यटन मंत्री महेश शर्मा का कहना है कि विदेशी महिलाएं स्कर्ट न पहनें. ऐसा कहकर मंत्री जी ने विदेशी महिलाओं के पहनावे को लेकर एक नए सवाल को जन्म दे दिया है, कि मान लीजिये अगर विदेशी पर्यटक स्कर्ट की जगह साड़ी ही पहनें तो क्या अपराध रुक जाएंगे?
हमारे देश में हर साल विदेशी पर्यटकों की तादात बढ़ती है. जब से सरकार से ई-वीजा की सुविधा उपलब्ध कराई है तब से तो विदेशी पर्यटकों का भारत आना बिल्कुल आसान हो गया है. मगर हमारे देश में आए दिन विदेशी महिलाओं के साथ हो रही घटनाओं का शायद कोई समाधान नहीं है.
विदेशी महिलाओं के लिए भी स्कर्ट न पहनने की गाइडलाइन जारी |
देश के पर्यटन मंत्री ने ही बकायदा गाइडलाइन जारी की है कि विदेशी महिलाओं को स्कर्ट नहीं पहनना चाहिए. अब सवाल ये है कि भारत की महिलाओं तक तो ठीक था, मगर अब पर्यटन मंत्री तो विदेशी महिलाओं के भी सलीके के कपड़े पहनने की सलाह दे रहे हैं.
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हमारा देश तो पहले ही पश्चिमी सभ्यता को अपनाने में लगा रहता है. पहनावे से लेकर खाने पीने तक, हर ओर तो हम विदेशी लोगों को ही फॉलो करते हैं. मगर शायद अब विदेशी महिलाओं को भारत की सभ्यता अपनानी होगी.
हमारे देश में वैसे ही महिलाएं सुरक्षित नहीं. सरकारी आंकड़े के अनुसार ही 2014 में विदेशी महिलाओं पर अत्याचार के 486 केस दर्ज...
देश के पर्यटन मंत्री महेश शर्मा का कहना है कि विदेशी महिलाएं स्कर्ट न पहनें. ऐसा कहकर मंत्री जी ने विदेशी महिलाओं के पहनावे को लेकर एक नए सवाल को जन्म दे दिया है, कि मान लीजिये अगर विदेशी पर्यटक स्कर्ट की जगह साड़ी ही पहनें तो क्या अपराध रुक जाएंगे?
हमारे देश में हर साल विदेशी पर्यटकों की तादात बढ़ती है. जब से सरकार से ई-वीजा की सुविधा उपलब्ध कराई है तब से तो विदेशी पर्यटकों का भारत आना बिल्कुल आसान हो गया है. मगर हमारे देश में आए दिन विदेशी महिलाओं के साथ हो रही घटनाओं का शायद कोई समाधान नहीं है.
विदेशी महिलाओं के लिए भी स्कर्ट न पहनने की गाइडलाइन जारी |
देश के पर्यटन मंत्री ने ही बकायदा गाइडलाइन जारी की है कि विदेशी महिलाओं को स्कर्ट नहीं पहनना चाहिए. अब सवाल ये है कि भारत की महिलाओं तक तो ठीक था, मगर अब पर्यटन मंत्री तो विदेशी महिलाओं के भी सलीके के कपड़े पहनने की सलाह दे रहे हैं.
ये भी पढ़ें- रेप के लिए महिलाओं का पहनावा जिम्मेदार: हां या ना?
हमारा देश तो पहले ही पश्चिमी सभ्यता को अपनाने में लगा रहता है. पहनावे से लेकर खाने पीने तक, हर ओर तो हम विदेशी लोगों को ही फॉलो करते हैं. मगर शायद अब विदेशी महिलाओं को भारत की सभ्यता अपनानी होगी.
हमारे देश में वैसे ही महिलाएं सुरक्षित नहीं. सरकारी आंकड़े के अनुसार ही 2014 में विदेशी महिलाओं पर अत्याचार के 486 केस दर्ज हुए हैं. दिल्ली जो कि हमारे देश की राजधानी है, सबसे खराब हालत यहीं की है. 486 में से 164 केस दिल्ली में ही दर्ज हुए हैं. इसके बाद गोवा में 73 केस और यूपी में 66 केस दर्ज हुए हैं. यानी का जहां-जहां विदेशी पर्यटन स्थलों पर जाते है वहां वहां उनके साथ दुर्घटना घटती है.
2014 में विदेशी महिलाओं पर अत्याचार के 486 केस दर्ज |
ऐसा नहीं है की इन सब घटनाओं के बाद भी विदेशी पर्यटक भारत आने में हिचकिचाते हों. ये सब आंकड़े 2014 के हैं. मगर इन सब घटनाओं के बाद भी विदेशी पर्यटकों की तादाद भारत में ब़ड़ी है. 2015 में देश में कुल 80 लाख 16 हजार पर्यटक आए. 2016 में जनवरी से जून के बीच कुल 41 लाख 86 हजार पर्यटकों ने भारत का रुख किया. यानी कि इतने क्राइम के बाद भी विदेशी पर्यटकों की आवाजाही बढ़ती ही जा रही है. मगर शायद देश में सुरक्षा की गारंटी खुद देश के पर्यटन मंत्री भी नहीं दे सकते. तभी तो विदेशी महिलाओं को स्कर्ट ना पहनने की सलाह दे रहे हैं.
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मगर सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या स्कर्ट की जगह साड़ी पहनने से अपराध पर रोक लगेगी? क्या स्कर्ट की जगह जींस पहनने से रेप नहीं होगा? क्या पर्यटन मंत्री इसकी गारंटी देंगे की आप स्कर्ट की जगह साड़ी पहनिए आप सुरक्षित रहेंगे.
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