महिलाएं जब प्यार करती हैं तो टूट कर करती हैं, समर्पण के साथ करती हैं. लेकिन बारी जब बदला लेने की आती है तो वो ऐतिहासिक होता है. यह मैं नहीं बड़े-बड़े गुणी-महात्मा लोग कह गए हैं. डोमिनिक लो (Dominic Low) शायद अनजान थे महिलाओं के इस 'कातिल' अंदाज से. जान गए होते तो आज उनकी 'मर्दानगी' पर यूं 'आंच' न आती.
डोमिनिक लो ने अपनी ही प्रेमिका की एक कर्मचारी के साथ अवैध संबंध बना लिए थे. यह बात प्रेमिका से छुपी न रह सकी. उसने मन ही मन डोमिनिक से बदला लेने की ठान ली. चोट भी ऐसी जगह देने की ठानी जिसे वो ताउम्र न भूल पाएं - पूरी प्लानिंग के तहत जब डोमिनिक सो रहे थे तभी नेल पेंट रिमूवर को उनके अंडरवियर पर उड़ेल कर आग लगा दी.
इस पूरी घटना को डोमिनिक की प्रेमिका ने फिल्माया भी. रिकॉर्डिंग से यह साफ है कि जब डोमिनिक दर्द से कराह रहे थे तब भी उनकी प्रेमिका का गुस्सा शांत नहीं हुआ था. वो डोमिनिक को अंग्रेजी की चिर-परिचित गंदी-गंदी गालियां दे रही थीं. अंत में उन्होंने घर से निकलने को भी कह दिया. इतना ही नहीं, इस वीडियो को उन्होंने फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी डाल दिया - पूरा का पूरा छिछालेदर करने के लिए.
टॉयलेट में बहाया ऐपल गैजेट्स |
महिलाओं के द्वारा अपने दगाबाज प्रेमियों से बदला लेने का यह कोई नया किस्सा नहीं है. इसी साल अप्रैल में एक जापानी महिला ने अपने दगाबाज पति के सभी ऐपल गैजेट्स को वेस्टर्न टॉयलेट में डालकर फ्लश कर दिया था. फरवरी में एक महिला ने अपने पति के ब्रैंड न्यू कार वो भी ऑडी आर8 वी (Audi R8 V) का कचूमर बना डाला था और अपनी ओर से एक संदेश भी लिख छोड़ा था - Fu%& You.
टॉयलेट में बहाया ऐपल गैजेट्स |
महिलाओं के द्वारा अपने दगाबाज प्रेमियों से बदला लेने का यह कोई नया किस्सा नहीं है. इसी साल अप्रैल में एक जापानी महिला ने अपने दगाबाज पति के सभी ऐपल गैजेट्स को वेस्टर्न टॉयलेट में डालकर फ्लश कर दिया था. फरवरी में एक महिला ने अपने पति के ब्रैंड न्यू कार वो भी ऑडी आर8 वी (Audi R8 V) का कचूमर बना डाला था और अपनी ओर से एक संदेश भी लिख छोड़ा था - Fu%& You.
ऑडी को बना डाला कबाड़ |
भारत की महिलाएं ऐसा नहीं करती हैं, इस धोखे में मत रहें. अखबार पढ़ते हैं तो अपनी स्मृति पर जोर डालें, आपको यह घटना याद आ जाएगी - एक महिला ने अपने पति को दूसरी महिला के साथ रंगेहाथ पकड़ लिया और सब्जी काटने वाली चाकू से उसका लिंग ही काट डाला.
तो जरा संभल जाएं. अच्छी-खासी जिंदगी में क्यों भला 'आग' लगवाने पर तुले हैं!!!
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.