अब तक आपने फैंस की दीवानगी और गुस्से के उदाहरण देखे होंगे. लेकिन क्या कोई सरकार किसी फैन की दुश्मन बन सकती है. विराट कोहली के एक फैन ने जुनून में आकर तिरंगा क्या फहराया, उसे जेल की हवा खिला दी गई.
विराट कोहली के भारत ही नहीं दुनिया भर में कई फैंस हैं. कोहली की लोकप्रियता किसी सीमा की मोहताज नहीं है, होनी भी नहीं चाहिए. वैसे तो प्यार और दीवानगी समाज, धर्म और देश की सीमा से भी परे होते हैं. लेकिन तभी तक जब तक इनके लिए भारत-पाकिस्तान का जिक्र न हो. वर्ना आप मुश्किल में पड़ सकते हैं. ऐसा ही कुछ कोहली के एक फैन के साथ भी हुआ, जिसे कोहली के प्रति दीवानगी दिखाने की कीमत चुकानी पड़ी. क्योंकि यह एक पाकिस्तानी फैन था. इस शख्स उमर दराज ने विराट कोहली के प्रति अपनी दीवानगी दिखाने के लिए अपने घर की छत पर तिरंगा फहराया और फिर क्या था पाकिस्तानी पुलिस ने इस शख्स को देशद्रोही समझकर अरेस्ट कर लिया. घटना पाकिस्तान के ओकाड़ा शहर की है
आप सोचेंगे कि आखिर उमर ने ऐसा क्या कर दिया था कि उसे पाकिस्तानी पुलिस ने अरेस्ट कर लिया. क्या अपने पड़ोसी देश के खिलाड़ी का फैन होना इतना बड़ा गुनाह है? या उस देश के प्रति सम्मान प्रदर्शित करने के लिए उसका झंडा फहराना सच में देशद्रोह है? तो अब पहले यही बात भारत के संदर्भ में रखकर देखिए. अपने यहां भी इमरान खान, वसीम अकरम, शोएब अख्तर और शाहिद अफरीदी के हजारों फैंस होंगे.
लेकिन क्या आप या हमारी सरकार ये बात बर्दाश्त कर पाएंगे कि शाहिद अफरीदी का कोई भारतीय फैन अपने घर की छत पर पाकिस्तानी झंडा लहराए. जरा सोचिए अगर किसी पाकिस्तानी खिलाड़ी के भारतीय फैन ने ऐसा किया तो उसके साथ क्या सलूक होगा? इसमें जरा भी शक नहीं है कि उसका हश्र अपने घर की छत पर तिरंगा फहराने वाले विराट कोहली के पाकिस्तानी फैन उमर जैसा ही होगा.
अगर बात किसी और देश का झंडा फहराने की होती तो शायद इतना बवाल नहीं होता लेकिन अगर मामला भारत-पाकिस्तान के झंडों को फहराने से जुड़ा हो तो भावनाएं आहत होना तय मानिए. भारत और...
अब तक आपने फैंस की दीवानगी और गुस्से के उदाहरण देखे होंगे. लेकिन क्या कोई सरकार किसी फैन की दुश्मन बन सकती है. विराट कोहली के एक फैन ने जुनून में आकर तिरंगा क्या फहराया, उसे जेल की हवा खिला दी गई.
विराट कोहली के भारत ही नहीं दुनिया भर में कई फैंस हैं. कोहली की लोकप्रियता किसी सीमा की मोहताज नहीं है, होनी भी नहीं चाहिए. वैसे तो प्यार और दीवानगी समाज, धर्म और देश की सीमा से भी परे होते हैं. लेकिन तभी तक जब तक इनके लिए भारत-पाकिस्तान का जिक्र न हो. वर्ना आप मुश्किल में पड़ सकते हैं. ऐसा ही कुछ कोहली के एक फैन के साथ भी हुआ, जिसे कोहली के प्रति दीवानगी दिखाने की कीमत चुकानी पड़ी. क्योंकि यह एक पाकिस्तानी फैन था. इस शख्स उमर दराज ने विराट कोहली के प्रति अपनी दीवानगी दिखाने के लिए अपने घर की छत पर तिरंगा फहराया और फिर क्या था पाकिस्तानी पुलिस ने इस शख्स को देशद्रोही समझकर अरेस्ट कर लिया. घटना पाकिस्तान के ओकाड़ा शहर की है
आप सोचेंगे कि आखिर उमर ने ऐसा क्या कर दिया था कि उसे पाकिस्तानी पुलिस ने अरेस्ट कर लिया. क्या अपने पड़ोसी देश के खिलाड़ी का फैन होना इतना बड़ा गुनाह है? या उस देश के प्रति सम्मान प्रदर्शित करने के लिए उसका झंडा फहराना सच में देशद्रोह है? तो अब पहले यही बात भारत के संदर्भ में रखकर देखिए. अपने यहां भी इमरान खान, वसीम अकरम, शोएब अख्तर और शाहिद अफरीदी के हजारों फैंस होंगे.
लेकिन क्या आप या हमारी सरकार ये बात बर्दाश्त कर पाएंगे कि शाहिद अफरीदी का कोई भारतीय फैन अपने घर की छत पर पाकिस्तानी झंडा लहराए. जरा सोचिए अगर किसी पाकिस्तानी खिलाड़ी के भारतीय फैन ने ऐसा किया तो उसके साथ क्या सलूक होगा? इसमें जरा भी शक नहीं है कि उसका हश्र अपने घर की छत पर तिरंगा फहराने वाले विराट कोहली के पाकिस्तानी फैन उमर जैसा ही होगा.
अगर बात किसी और देश का झंडा फहराने की होती तो शायद इतना बवाल नहीं होता लेकिन अगर मामला भारत-पाकिस्तान के झंडों को फहराने से जुड़ा हो तो भावनाएं आहत होना तय मानिए. भारत और पाकिस्तान में एक बात तय है-आप अपने देश के प्रति देशभक्ति चाहे कम ही दिखाइए लेकिन अगर पड़ोसी देश के प्रति जरा सा भी प्यार और सम्मान दिखाया तो तुरंत ही राष्ट्रविरोधी करार दिए जाएंगे. पाकिस्तान और भारत दोनों ही देशों के नागरिकों के लिए एक अघोषित सच ये है कि आपकी देशभक्ति का पैमान पड़ोसी देश के प्रति प्रतिद्वंद्विता से तय होता है न कि उसके प्रति सम्मान दिखाने से!
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