महेंद्र सिंह धोनी ने आईपीएल 2017 की नीलामी से एक दिन पहले राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स की कप्तानी से इस्तीफा दे दिया. धोनी के एक बार फिर से अचानक लिए इस फैसले से काफी लोगों और फैन्स को हैरानी हुई. हालांकि राइजिंग पुणे टीम के मालिक संजीव गोयनका ने पूरा मामला स्पष्ट किया है.
गोयनका ने कहा, "हमने आगामी सीजन के लिए स्टीव स्मिथ को कप्तान बनाया है. हमें एक युवा कप्तान चाहिए था. पिछले साल अच्छे खिलाड़ी होने के बावजूद टीम ने बढ़िया प्रदर्शन नहीं किया था. हम उससे अच्छा प्रदर्शन कर सकते थे. हमने अपने फैसले के बारे में धोनी को बता दिया और उन्होंने इस्तीफा दे दिया." गोयनका ने ये भी कहा कि एक खिलाड़ी के तौर पर धोनी टीम के सदस्य बने रहेंगे.
पिछले साल धोनी ने अपनी पुरानी टीम चेन्नई सुपरकिंग्स की गैरमौजुदगी में राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स की कमान संभाली थी, लेकिन यह टीम कुछ कमाल नहीं कर पाई. पुणे की टीम का सीजन बहुत खराब रहा था और वो सातवें स्थान पर रही थी. धोनी के बल्ले से केवल 284 रन निकले थे. वे पूरे सीजन में केवल एक अर्धशतक बना सके थे. अब इस साल धोनी सिर्फ एक विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर टीम में शामिल रहेंगे. डेविड वॉर्नर के साथ स्टीव स्मिथ इस सीजन में दूसरे विदेशी कप्तान होंगे.
धोनी ने पिछले महीने ही टीम इडिया की वनडे और टी20 कप्तानी से इस्तीफा देकर सबको सरप्राइज किया था. लेकिन उसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ वनडे और टी20 सीरीज में उन्होंने बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया था.
दरअसल, धोनी अपने कॅरिअर में बेहद सधी हुई...
महेंद्र सिंह धोनी ने आईपीएल 2017 की नीलामी से एक दिन पहले राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स की कप्तानी से इस्तीफा दे दिया. धोनी के एक बार फिर से अचानक लिए इस फैसले से काफी लोगों और फैन्स को हैरानी हुई. हालांकि राइजिंग पुणे टीम के मालिक संजीव गोयनका ने पूरा मामला स्पष्ट किया है.
गोयनका ने कहा, "हमने आगामी सीजन के लिए स्टीव स्मिथ को कप्तान बनाया है. हमें एक युवा कप्तान चाहिए था. पिछले साल अच्छे खिलाड़ी होने के बावजूद टीम ने बढ़िया प्रदर्शन नहीं किया था. हम उससे अच्छा प्रदर्शन कर सकते थे. हमने अपने फैसले के बारे में धोनी को बता दिया और उन्होंने इस्तीफा दे दिया." गोयनका ने ये भी कहा कि एक खिलाड़ी के तौर पर धोनी टीम के सदस्य बने रहेंगे.
पिछले साल धोनी ने अपनी पुरानी टीम चेन्नई सुपरकिंग्स की गैरमौजुदगी में राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स की कमान संभाली थी, लेकिन यह टीम कुछ कमाल नहीं कर पाई. पुणे की टीम का सीजन बहुत खराब रहा था और वो सातवें स्थान पर रही थी. धोनी के बल्ले से केवल 284 रन निकले थे. वे पूरे सीजन में केवल एक अर्धशतक बना सके थे. अब इस साल धोनी सिर्फ एक विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर टीम में शामिल रहेंगे. डेविड वॉर्नर के साथ स्टीव स्मिथ इस सीजन में दूसरे विदेशी कप्तान होंगे.
धोनी ने पिछले महीने ही टीम इडिया की वनडे और टी20 कप्तानी से इस्तीफा देकर सबको सरप्राइज किया था. लेकिन उसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ वनडे और टी20 सीरीज में उन्होंने बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया था.
दरअसल, धोनी अपने कॅरिअर में बेहद सधी हुई कप्तानी के लिए जाने जाते हैं. नाजुक पलों को पहचानने की महारत ही उन्हें खास बनाती है. 2014-15 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जब उन्हें लगा कि वे कप्तान के रूप में टीम को कुछ खास नहीं दे पा रहे हैं तो उन्होंने बीच सीरीज में कप्तानी छोड़ दी और टेस्ट से सन्यास ले लिया. ऐसा ही फैसला उन्होंने वनडे और टी20 की कप्तानी छोड़ते समय लिया.
लेकिन, देश के सबसे सफलतम कप्तान को पुणे की आईपीएल टीम के मालिक संजीव गोयनका ने टका से तर्क देकर कप्तानी से हटा दिया. देश में एक अहम सीरीज खेलने आ रही ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान स्टीव स्मिथ को कमान दे दी.
एक विदेशी खिलाड़ी को यह जिम्मेदारी देना गलत नहीं है, लेकिन धोनी के करिअर और उनके भारतीय क्रिकेट को दिए गए योगदान का कुछ तो सम्मान किया ही जा सकता था.
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