टीम इंडिया की टेस्ट टीम से धोनी के जाने के बाद लग रहा था कि उनका स्थान कोई नहीं भर पाएगा. उनकी जैसी बल्लेबाजी कोई नहीं कर पाएगा. लेकिन कोहली के एक कदम से ये सारी बातें झूठी साबित हुईं. कोहली ने एक खिलाड़ी पर भरोसा जताया और वो खिलाड़ी खरा साबित हुआ. हार्दिक पांड्या ने हर मौके पर ये साबित कर दिया कि वो ही ऐसे खिलाड़ी हैं जो धोनी के स्थान को भर सकते हैं.
श्रीलंका के खिलाफ धोनी के स्थान पर खेलते हुए उन्होंने धमाल मचा दिया. मैच में आंधी की तरह आए और तीसरे टेस्ट में तूफान की तरह श्रीलंका को उजाड़ दिया. उन्होंने पल्लेकले टेस्ट के दूसरे दिन शानदार बल्लेबाजी का मुजाहिरा पेश किया और 86 गेंदों में शतक लगाते हुए इतिहास रच दिया.
यह भारत की ओर से टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में लगाया गया पांचवां सबसे तेज शतक है. हार्दिक पांड्या इस मैच में आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए थे और नंबर 8 पर बल्लेबाजी करते हुए भारत की ओर से टेस्ट में यह सबसे तेज शतक है.
कोहली करते हैं पांड्या पर ज्यादा भरोसा
कोहली की कप्तानी में चैम्पियंस ट्रॉफी में टीम इंडिया फाइनल तक पहुंची थी. पूरे टूर्नामेंट में कोहली ने धोनी से ज्यादा पांड्या पर भरोसा जताया था. पहले ही मुकाबले में कोहली ने धोनी को बल्लेबाजी न कराते हुए पांड्या पर भरोसा जताया था. वो भी उस वक्त जब आखिरी में चौके-छक्कों की जरूरत थी. पाकिस्तान के खिलाफ आखिरी में उतरकर पांड्या ने मात्र 6 गेंदों में 20 रन ठोक डाले थे जिसमें 3 छक्के शामिल थे. जिसके बाद कोहली ने यह तक कह दिया था कि धोनी से ज्यादा तेज पांड्या की बल्लेबाजी है क्योंकि वो आते ही ताबड़तोड़ शॉट खेलना शुरू कर देते हैं.