'हमारे पास जर्सी तक नहीं थी, लोग सोच रहे थे कि हम ये टूर्नामेंट खेलेंगे भी नहीं', ये बयान अगर तुरंत ही वर्ल्ड चैंपियन बनी टीम के कप्तान का हो तो उस टीम की मुश्किलों का अंदाजा अपने आप लग जाता है. लेकिन जैसा कि वर्ल्ड टी20 चैंपियन बनने के बाद वेस्टइंडीज टीम के कप्तान डैरेन सैमी ने कहा, 'बोर्ड से साथ भी कुछ मुद्दे थे, लेकिन हम सब साथ आए, इन 15 लोगों ने मुश्किलों को किनारे करके इतने शानदार फैंस के सामने इस तरह की क्रिकेट खेली.'
टी20 वर्ल्डकप के फाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ जीत के बाद भावुक सैमी ने जो बातें कहीं वे न सिर्फ बोर्ड और खिलाड़ियों के बीच लंबे समय से जारी विवाद की झलक देती हैं बल्कि तमाम मुश्किलों के बावजूद दुनिया को जीत लेने की टीम की क्षमता को भी दिखाती हैं.
कभी क्रिकेट की दुनिया पर राज करने वाली वेस्टइंडीज की टीम ने वर्ल्ड चैंपियन बनकर पुराने दिनों की यादें ताजा कर दीं, भले ही छोटे फॉर्मेट्स में ही सही. लेकिन ये जीत कई मायनों में खास है. ये क्रिकेट के लिए दीवाने कैरेबियाई लोगों के लिए बहुत खास है. ये जीत दिन-ब-दिन और रसातल में मिलते जाते कैरेबियाई क्रिकेट के फिर से बुलंदी पर पहुंचने की उम्मीद है.
वर्ल्ड चैंपियन! इंग्लैंड को हराकर दूसरी बार टी20 वर्ल्ड चैंंपियन बनने वाली वेस्टइंडीज टीम का जश्न देखने लायक था |
एक ही दिन में वेस्टइंडीज की महिला और पुरुष टीम ने वर्ल्ड चैंपियन बनकर साबित कर दिया कि हालात चाहे कितने भी विपरीत हों जीत का जज्बा हो तो आपको कोई नहीं रोक सकता. फिर चाहे अंतिम ओवर में आपको जीत के लिए 19 रन ही क्यों न चाहिए हों. वर्ल्ड कप के फाइनल में अंतिम ओवर में लगातार 4 छक्के जड़कर...
'हमारे पास जर्सी तक नहीं थी, लोग सोच रहे थे कि हम ये टूर्नामेंट खेलेंगे भी नहीं', ये बयान अगर तुरंत ही वर्ल्ड चैंपियन बनी टीम के कप्तान का हो तो उस टीम की मुश्किलों का अंदाजा अपने आप लग जाता है. लेकिन जैसा कि वर्ल्ड टी20 चैंपियन बनने के बाद वेस्टइंडीज टीम के कप्तान डैरेन सैमी ने कहा, 'बोर्ड से साथ भी कुछ मुद्दे थे, लेकिन हम सब साथ आए, इन 15 लोगों ने मुश्किलों को किनारे करके इतने शानदार फैंस के सामने इस तरह की क्रिकेट खेली.'
टी20 वर्ल्डकप के फाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ जीत के बाद भावुक सैमी ने जो बातें कहीं वे न सिर्फ बोर्ड और खिलाड़ियों के बीच लंबे समय से जारी विवाद की झलक देती हैं बल्कि तमाम मुश्किलों के बावजूद दुनिया को जीत लेने की टीम की क्षमता को भी दिखाती हैं.
कभी क्रिकेट की दुनिया पर राज करने वाली वेस्टइंडीज की टीम ने वर्ल्ड चैंपियन बनकर पुराने दिनों की यादें ताजा कर दीं, भले ही छोटे फॉर्मेट्स में ही सही. लेकिन ये जीत कई मायनों में खास है. ये क्रिकेट के लिए दीवाने कैरेबियाई लोगों के लिए बहुत खास है. ये जीत दिन-ब-दिन और रसातल में मिलते जाते कैरेबियाई क्रिकेट के फिर से बुलंदी पर पहुंचने की उम्मीद है.
वर्ल्ड चैंपियन! इंग्लैंड को हराकर दूसरी बार टी20 वर्ल्ड चैंंपियन बनने वाली वेस्टइंडीज टीम का जश्न देखने लायक था |
एक ही दिन में वेस्टइंडीज की महिला और पुरुष टीम ने वर्ल्ड चैंपियन बनकर साबित कर दिया कि हालात चाहे कितने भी विपरीत हों जीत का जज्बा हो तो आपको कोई नहीं रोक सकता. फिर चाहे अंतिम ओवर में आपको जीत के लिए 19 रन ही क्यों न चाहिए हों. वर्ल्ड कप के फाइनल में अंतिम ओवर में लगातार 4 छक्के जड़कर खिताब जीतने की उम्मीद आप सिर्फ वेस्टइंडीज की टीम से ही कर सकते हैं. जीतने के लिए जो तड़प इस टूर्नामेंट में इस टीम में दिखी वो बाकी की टीमों में नहीं दिखी, शायद यही चैंपियन टीम और बाकी की टीमों के बीच का फर्क भी है.
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फरवरी में अंडर-19 वर्ल्डकप जीतने वाली विंडीज टीम पिछले दो महीनों से भी कम समय में तीन वर्ल्डकप खिताब जीत चुकी है. लेकिन इतनी बड़ी सफलता हासिल करने के बावजूद विंडीज क्रिकेट का भविष्य क्या है? क्या ये जीत वेस्टइंडीज क्रिकेट के लिए वरदान साबित होगी, क्या इससे विंडीज क्रिकेट के लिए सबकुछ ठीक हो जाएगा?
क्या इस जीत से भला होगा विंडीज क्रिकेट का?
टी20 क्रिकेट का वर्ल्ड कप जीतने के बाद भी विंडीज क्रिकेट का भविष्य क्या है, इसका जवाब खिताब जीतने के बाद कप्तान सैमी के निराशा से भरे शब्दों से हो जाता है, 'मुझे नहीं पता कि मैं कब फिर से इन खिलाड़ियों के साथ खेलूंगा क्योंकि हमें वनडे क्रिकेट के लिए नहीं चुना जाता है और हम नहीं जानते कि हम कब टी20 खेलेंगे.' सैमी की बातों से विंडीज क्रिकेट के भविष्य पर छाए अनिश्चितता के बादल साफ नजर आते हैं.
जिस टीम ने वर्ल्ड कप जीता हो उसका ही भविष्य अनिश्चित है. विंडीज क्रिकेट बोर्ड और खिलाड़ियों के बीच कॉन्ट्रैक्ट विवाद ने निश्चित तौर पर वेस्टइंडीज क्रिकेट को भारी नुकसान पहुंचाया है. निराशाजनक बात ये है कि ये विवाद अब भी नहीं सुलझा है.
जब जीत इतनी जोरदार हो तो जश्न भी ऐसा ही होना चाहिए! |
इस विवाद की वजह से ही विंडीज क्रिकेट दिनों-दिन वनडे और टेस्ट क्रिकेट में दोयम दर्जे की टीम बनती जा रही है. इस विवाद की वजह से ही दुनिया भर की टी20 लीग में रनों की बौछार करने वाले क्रिस गेल वनडे और टेस्ट मैचों में नियमित तौर पर वेस्टइंडीज के लिए नहीं खेल पाते हैं. इस विवाद के कारण ही अक्टूबर 2014 में भारत के दौरे को बीच में ही छोड़कर चले जाने के बाद से डैरेन सैमी, ड्वेन ब्रावो और कीरन पोलार्ड वनडे टीम का हिस्सा नहीं हैं. इनमें से ब्रावो और पोलार्ड को 2015 में हुए वर्ल्डकप में भी वेस्टइंडीज टीम में शामिल नहीं किया गया था.
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वेस्टइंडीज बोर्ड ने दिए नरमी के संकेतः
टी20 वर्ल्डकप जीतने के बाद भले ही सैमी द्वारा अपनी आलोचना को विंडीज क्रिकेट बोर्ड ने अनुचित करार दिया हो लेकिन बोर्ड ने आईपीएल के बाद खिलाड़ियों के साथ बातचीत की बात कही है. बोर्ड अध्यक्ष डेव कैमरन ने एक बयान में कहा है कि बोर्ड खिलाड़ियों के साथ मिलकर उस समझौते पर पहुंचने की कोशिश करेगा जिससे खेल के तीनों फॉर्मेट में वेस्टइंडीज के बेस्ट खिलाड़ी खेल सकें. सैमी ने खिताब जीतने के बाद बोर्ड के व्यवहार को बहुत ही अपमानजनक बताते हुए कहा था कि खिताब जीतने के बाद भी बोर्ड ने हमसे बात तक नहीं की है.
ये सच है कि विंडीज क्रिकेट बोर्ड पिछले एक दशक के दौरान आर्थिक घाटे से जूझ रहा है और इसलिए खिलाड़ियों की फीस की डिमांड पूरी नहीं कर पा रहा है. लेकिन बोर्ड का रवैया खासकर लारा, गेल और राम नरेश सरवन जैसे स्टार खिलाड़ियों से डील करने के दौरान बेहद खराब रहा है.
विंडीज बोर्ड के इस रवैये के कारण वेस्टइंडीज क्रिकेट को हाल के वर्षों में काफी नुकसान उठाना पड़ा है. उम्मीद है टी20 वर्ल्ड कप की ये खिताबी जीत कभी क्रिकेट के सिरमौर रहे वेस्टइंडीज टीम को फिर से वही मुकाम दिलाने में मदद जरूर करेगी.
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