धोनी के विकेट कीपिंग की चर्चा दूर-दूर तक होती है. धोनी को टक्कर देने वाला कोई विकेटकीपर नहीं है और जल्द ही धोनी स्टंप आउट के मामले में कुमार संगकारा को भी पीछे छोड़ने वाले हैं. धोनी की स्टम्पिंग से बड़े-बड़े दिग्गज खिलाड़ी भी डरते है.
ऐसी ही एक शातिर विकेटकीपर भारतीय महिला टीम में भी है. अगर कोई खिलाड़ी गलती से भी क्रीज से बाहर निकल जाए तो क्रीज के अंदर आने की उम्मीद ना ही करे. इस भारतीय महिला विकेटकीपर का नाम है सुषमा वर्मा. आईसीसी ने भी माना है कि सुषमा विकेट के पीछे बहुत खतरनाक है.
धोनी के एक दिवसीय मैचों में विकेटकीपिंग पर नजर डाले तो, धोनी ने अब तक 294 मैच खेले हैं और 289 मैचों में विकेटकीपिंग की है. 289 मैचों में 371 खिलाड़ियों का शिकार किया है. धोनी ने विकेट के पीछे खड़े होकर 274 कैच आउट और 97 स्टंप आउट किए हैं. सभी जानते हैं कि धोनी अगर विकेट के पीछे हैं तो क्रीज में रहकर खेलना ही बेहतर है क्योंकि बड़े ही चतुराई से धोनी स्टम्पिंग करते हैं. जिससे सभी हैरान रह जाते हैं.
सुषमा ने अपने ODI करियर में मात्र 22 मैच खेले है और 22 मैचो में विकेट कीपिंग भी की है, सुषमा ने विकेट के पीछे खड़े होकर टोटल 27 शिकार अपने नाम किए हैं. इसमें 16 कैच आउट और 11 स्टंप आउट शामिल हैं. वर्ल्ड कप में जिस शातिर तरह से उन्होंने विकेट कीपिंग की वो काबिले तारीफ है. जिसे हर कोई सराहना कर रहा है. वेस्टइंडीज के खिलाफ तो उन्होंने 3 खिलाड़ियों को पवैलियन भेजकर सभी को चौंका दिया.
हिमाचल से पहली महिला क्रिकेट खिलाड़ी
- सुषमा वर्मा पहली ऐसी प्रदेश की महिला खिलाड़ी है, जिसने इंटरनेशनल लेवल पर देश का प्रतिनिधत्व किया.
- हाल ही में शिमला के साथ लगते गुम्मा में एचपीसीए की ओर से बनाए स्टेडियम के पवेलियन का नाम सुषमा के नाम पर रखा...
धोनी के विकेट कीपिंग की चर्चा दूर-दूर तक होती है. धोनी को टक्कर देने वाला कोई विकेटकीपर नहीं है और जल्द ही धोनी स्टंप आउट के मामले में कुमार संगकारा को भी पीछे छोड़ने वाले हैं. धोनी की स्टम्पिंग से बड़े-बड़े दिग्गज खिलाड़ी भी डरते है.
ऐसी ही एक शातिर विकेटकीपर भारतीय महिला टीम में भी है. अगर कोई खिलाड़ी गलती से भी क्रीज से बाहर निकल जाए तो क्रीज के अंदर आने की उम्मीद ना ही करे. इस भारतीय महिला विकेटकीपर का नाम है सुषमा वर्मा. आईसीसी ने भी माना है कि सुषमा विकेट के पीछे बहुत खतरनाक है.
धोनी के एक दिवसीय मैचों में विकेटकीपिंग पर नजर डाले तो, धोनी ने अब तक 294 मैच खेले हैं और 289 मैचों में विकेटकीपिंग की है. 289 मैचों में 371 खिलाड़ियों का शिकार किया है. धोनी ने विकेट के पीछे खड़े होकर 274 कैच आउट और 97 स्टंप आउट किए हैं. सभी जानते हैं कि धोनी अगर विकेट के पीछे हैं तो क्रीज में रहकर खेलना ही बेहतर है क्योंकि बड़े ही चतुराई से धोनी स्टम्पिंग करते हैं. जिससे सभी हैरान रह जाते हैं.
सुषमा ने अपने ODI करियर में मात्र 22 मैच खेले है और 22 मैचो में विकेट कीपिंग भी की है, सुषमा ने विकेट के पीछे खड़े होकर टोटल 27 शिकार अपने नाम किए हैं. इसमें 16 कैच आउट और 11 स्टंप आउट शामिल हैं. वर्ल्ड कप में जिस शातिर तरह से उन्होंने विकेट कीपिंग की वो काबिले तारीफ है. जिसे हर कोई सराहना कर रहा है. वेस्टइंडीज के खिलाफ तो उन्होंने 3 खिलाड़ियों को पवैलियन भेजकर सभी को चौंका दिया.
हिमाचल से पहली महिला क्रिकेट खिलाड़ी
- सुषमा वर्मा पहली ऐसी प्रदेश की महिला खिलाड़ी है, जिसने इंटरनेशनल लेवल पर देश का प्रतिनिधत्व किया.
- हाल ही में शिमला के साथ लगते गुम्मा में एचपीसीए की ओर से बनाए स्टेडियम के पवेलियन का नाम सुषमा के नाम पर रखा है.
- इस खिलाड़ी को एचपीसीए की ओर से सम्मानित भी किया गया था.
- सुषमा वर्मा सचिन तेंदुलकर को अपना आदर्श मानती हैं. पिता भोपाल सिंह शिक्षा विभाग में बतौर जेबीटी हैं. मां गौरा देवी हाउस वाइफ हैं. इनकी दो बहनें और दो भाई हैं.
वर्ल्ड कप में जैसे सुषमा प्रदर्शन कर रही हैं. उससे उनकी तुलना धोनी से होने लगी है क्योंकि वो उसी तरह से स्टम्पिंग करती हैं जैसे धोनी करते हैं. ऐसे में हम कह सकते हैं कि टीम इंडिया की महिला टीम में भी वुमन धोनी आ चुकी है.
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