टीम इंडिया को नया कोच मिल चुका है. वो भी कप्तान विराट कोहली का पसंदीदा. शास्त्री अब 2019 वर्ल्ड कप तक टीम इंडिया के साथ होंगे. लेकिन कोहली की मनमानी के बीच क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी (CAC) ने जहीर खान को बॉलिंग कोच और राहुल द्रविड को बैटिंग कोच बनाया है.
जो टीम इंडिया को सही ट्रेक पर रखेंगे. वो इसलिए क्योंकि सीएसी के मेंबर सौरव गांगुली को शास्त्री के कोच बनने से एतराज था. या ये कहें कि शास्त्री के व्यक्तित्व को देखते हुए उन्होंने जहीर और द्रविड को बैटिंग और बॉलिंग कोच बनाया जिनको लीजेंट्स माना जाता है और सबसे फोकस खिलाड़ियों में इनकी गिनती होती है. कोचिंग डिपार्टमेंट में ये दो नाम जोड़कर सीएसी ने शास्त्री को भी चिंता में डाल दिया होगा.
शास्त्री जहां हेड कोच होंगे वहीं जहीर खान टीम इंडिया के गेंदबाजों को बॉलिंग के नए पेंच सिखाएंगे. वहीं द वॉल नाम से पहचाने जाने वाले द्रविड विदेशों में टीम का साथ देंगे. शास्त्री जहां सोच रहे थे कि कोच बनते ही टीम इंडिया पर पूरा हक उनका ही होगा. वो सीएसी ने पूरा तो नहीं पर हां थोड़ा बहुत छीन लिया है. अब प्रेक्टिस सेशन के दौरान शास्त्री ही नहीं द्रविड और जहीर भी होंगे. कामयाबी मिलेगी तो पूरा क्रेडिट शास्त्री को नहीं बल्कि बॉलिंग और बेटिंग कोच को भी जाएगा.
एक बाद माननी पड़ेगी कि सीएसी ने एक तीर से दो निशाने किए हैं. एक तो कोहली को पसंद का कोच मिल गया वहीं दूसरी तरह सीएसी ने अपनी पसंद के खिलाड़ियों को भी टीम इंडिया के साथ जोड़ दिया. द्रविड जो जूनियर टीम इंडिया के कोच हैं और उनकी कोचिंग में जूनियर टीम कमाल कर रही है. वहीं जहीर खान को वैसे तो कोचिंग का अनुभव नहीं है लेकिन वो आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स के कप्तान के साथ-साथ मेंटर भी हैं. जिसकी बदौलत इस बार दिल्ली ने अच्छा परफॉर्म किया.