6 अगस्त - हिरोशिमा
9 अगस्त - नागासाकी
द्वितीय विश्व युद्ध चल रहा था. पर्ल हार्बर में जापानी लड़ाकू विमानों के हमले से हिल चुका अमेरिका बदले में पूरी दुनिया को हिलाने के मूड में था. 6 और 9 अगस्त को अमेरिका ने यह कर भी डाला - हिरोशिमा और नागासाकी पर एटम बम गिरा कर. मानव इतिहास में यही दो मौके हैं, जब किसी भी तरह के परमाणु हथियार का इस्तेमाल मानवता के खिलाफ किया गया. आधिकारिक आंकड़े बताते हैं कि 1,29,000 लोगों की मौत हुई. साथ ही द्वितीय विश्व युद्ध का अंत हुआ और अमेरिका सुपर पावर बनने की राह पर निकल पड़ा.
अब तक पूरी दुनिया एटम बम की ताकत से वाकिफ हो चुकी थी. लोगों में डर और खौफ फैल चुका था. इसी खौफ को एक बार फिर से जिंदा किया जा रहा है - एक इंटरनेट टूल के जरिए. इस टूल का नाम है - Nukemap. इसे स्टिवेंस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड लेटर्स के सहयोग से nuclearsecrecy.com ने बनाया है.
इस टूल पर बॉक्स नंबर 1. में आप अपने शहर को टाइप करें. फिर बॉक्स नंबर 2. में दुश्मन देश कितनी क्षमता के परमाणु बम से हमला करने वाली है, उसे टाइप करें. बेसिक ऑप्शन को एयरबर्स्ट रहने दें. इसके बगल में अदर इफेकट्स में कैजुअल्टी को टिक करें और डेटोनेट दबा दें. BOOM. रिजल्ट आपके सामने. और बहुत ही खतरनाक तथा डराने वाले.
हमने इसकी टेस्टिंग की - दिल्ली और मुंबई के लिए. बम का चयन किया पाकिस्तान के सबसे भारी एटम बम (45 किलोटन) का. जो रिजल्ट आया, उससे डर और खौफ सामने था.
क्या हम युद्ध चाहते हैं? शायद नहीं, शायद हां. पर क्या हम डर और खौफ के...
6 अगस्त - हिरोशिमा
9 अगस्त - नागासाकी
द्वितीय विश्व युद्ध चल रहा था. पर्ल हार्बर में जापानी लड़ाकू विमानों के हमले से हिल चुका अमेरिका बदले में पूरी दुनिया को हिलाने के मूड में था. 6 और 9 अगस्त को अमेरिका ने यह कर भी डाला - हिरोशिमा और नागासाकी पर एटम बम गिरा कर. मानव इतिहास में यही दो मौके हैं, जब किसी भी तरह के परमाणु हथियार का इस्तेमाल मानवता के खिलाफ किया गया. आधिकारिक आंकड़े बताते हैं कि 1,29,000 लोगों की मौत हुई. साथ ही द्वितीय विश्व युद्ध का अंत हुआ और अमेरिका सुपर पावर बनने की राह पर निकल पड़ा.
अब तक पूरी दुनिया एटम बम की ताकत से वाकिफ हो चुकी थी. लोगों में डर और खौफ फैल चुका था. इसी खौफ को एक बार फिर से जिंदा किया जा रहा है - एक इंटरनेट टूल के जरिए. इस टूल का नाम है - Nukemap. इसे स्टिवेंस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड लेटर्स के सहयोग से nuclearsecrecy.com ने बनाया है.
इस टूल पर बॉक्स नंबर 1. में आप अपने शहर को टाइप करें. फिर बॉक्स नंबर 2. में दुश्मन देश कितनी क्षमता के परमाणु बम से हमला करने वाली है, उसे टाइप करें. बेसिक ऑप्शन को एयरबर्स्ट रहने दें. इसके बगल में अदर इफेकट्स में कैजुअल्टी को टिक करें और डेटोनेट दबा दें. BOOM. रिजल्ट आपके सामने. और बहुत ही खतरनाक तथा डराने वाले.
हमने इसकी टेस्टिंग की - दिल्ली और मुंबई के लिए. बम का चयन किया पाकिस्तान के सबसे भारी एटम बम (45 किलोटन) का. जो रिजल्ट आया, उससे डर और खौफ सामने था.
क्या हम युद्ध चाहते हैं? शायद नहीं, शायद हां. पर क्या हम डर और खौफ के साये में जीना चाहते हैं - निश्चित रूप से नहीं. तो सवाल है फिर यह इंटरनेट टूल क्यों???
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.