सराहा जिस तरह शुरू हुआ था उसी तरह लगता है खत्म भी हो रहा है. ये कुछ ऐसा ही था कि तीर कमान से निकला और निशाने पर लग गया और फिर उसका कोई काम नहीं रहा. किसी बड़ी उपलब्धि की तरह लोग सराहा के मैसेज शेयर कर रहे थे. और कुछ दिन में इससे बोर भी हो रहे हैं. ये किसी पैटर्न की तरह है. पहले इस एप को डाउनलोड किया जाता है, फिर लोग अपना अकाउंट शेयर करते हैं, फिर फेसबुक पर मैसेज पोस्ट करते हैं (अधिकतर अच्छे) और फिर दो-तीन दिन में इन मैसेज से परेशान होकर ये ढूंढने लगते हैं कि इस एप से अकाउंट कैसे डिलीट किया जाए.
आपको बता दूं कि अधिकतर लोग इस एप से लॉगआउट करके एप को अनइंस्टॉल कर रहे हैं. कारण ये कि इस एप में कहीं भी उन्हें अकाउंट डीएक्टिवेट करने का ऑप्शन नहीं मिल रहा. चलिए आपने अपना एप तो अनइंस्टॉल कर दिया, लेकिन फेसबुक पर बाकी लोगों के सराहा मैसेज का क्या? परेशानी कम तो नहीं... फेसबुक एप फीड अब अधिकतर सराहा के मैसेज ही दिख रहे हैं.
बाकियों का तो पता नहीं, लेकिन ये मैसेज मुझे कुछ ज्यादा ही इरिटेट कर रहे हैं. फेसबुक फीड सिर्फ सराहा के रंग में रंगी हुई है. भले ही सराहा का अकाउंट एक बार बनाने के बाद उसे डिलीट करने का तरीका अभी नहीं मिला हो, लेकिन फेसबुक और गूगल पर सराहा के मैसेज देखने तो बंद किए जा सकते हैं.
इसके लिए एक तरीका है. NIT जयपुर से पिछले साल ग्रैजुएट हुए एक स्टूडेंड अंशुल मित्तल ने इस समस्या का तोड़ निकाल लिया है. अंशुल ने एक ऐसा क्रोम एक्सटेंशन बनाया है जिसकी मदद से आप सराहा के मैसेज या उस शब्द को देखना ही...
सराहा जिस तरह शुरू हुआ था उसी तरह लगता है खत्म भी हो रहा है. ये कुछ ऐसा ही था कि तीर कमान से निकला और निशाने पर लग गया और फिर उसका कोई काम नहीं रहा. किसी बड़ी उपलब्धि की तरह लोग सराहा के मैसेज शेयर कर रहे थे. और कुछ दिन में इससे बोर भी हो रहे हैं. ये किसी पैटर्न की तरह है. पहले इस एप को डाउनलोड किया जाता है, फिर लोग अपना अकाउंट शेयर करते हैं, फिर फेसबुक पर मैसेज पोस्ट करते हैं (अधिकतर अच्छे) और फिर दो-तीन दिन में इन मैसेज से परेशान होकर ये ढूंढने लगते हैं कि इस एप से अकाउंट कैसे डिलीट किया जाए.
आपको बता दूं कि अधिकतर लोग इस एप से लॉगआउट करके एप को अनइंस्टॉल कर रहे हैं. कारण ये कि इस एप में कहीं भी उन्हें अकाउंट डीएक्टिवेट करने का ऑप्शन नहीं मिल रहा. चलिए आपने अपना एप तो अनइंस्टॉल कर दिया, लेकिन फेसबुक पर बाकी लोगों के सराहा मैसेज का क्या? परेशानी कम तो नहीं... फेसबुक एप फीड अब अधिकतर सराहा के मैसेज ही दिख रहे हैं.
बाकियों का तो पता नहीं, लेकिन ये मैसेज मुझे कुछ ज्यादा ही इरिटेट कर रहे हैं. फेसबुक फीड सिर्फ सराहा के रंग में रंगी हुई है. भले ही सराहा का अकाउंट एक बार बनाने के बाद उसे डिलीट करने का तरीका अभी नहीं मिला हो, लेकिन फेसबुक और गूगल पर सराहा के मैसेज देखने तो बंद किए जा सकते हैं.
इसके लिए एक तरीका है. NIT जयपुर से पिछले साल ग्रैजुएट हुए एक स्टूडेंड अंशुल मित्तल ने इस समस्या का तोड़ निकाल लिया है. अंशुल ने एक ऐसा क्रोम एक्सटेंशन बनाया है जिसकी मदद से आप सराहा के मैसेज या उस शब्द को देखना ही बंद कर सकते हैं.
क्या करना है...
करना सिर्फ ये है कि आपको गूगल क्रोम स्टोर पर जाना है. एक एक्सटेंशन Enough of Sarahah एक्सटेंशन पर जाना है. इस एक्सटेंशन को गूगल क्रोम में एड करना है और आपका काम हो जाएगा.
कैसे करता है काम...
ये एक बहुत ही आसान सा एक्सटेंशन है जो एचटीएमएल टैग, लिंक, फोटो आदि में "sarahah" शब्द को ढूंढता है और उसी समय उसे आपकी नजरों के सामने से हटा देता है. इसी के साथ ये सभी टेक्स्ट वाली फोटो को फेसबुक पर ढूंढता है. सराहा वाली कलर थीम को चेक करता है और उसे हटा देता है. इसका रिजल्ट ये है कि आपके न्यूज फीड में कोई भी सराहा मैसेज नहीं दिखेगा.
क्या रहा असर...
फेसबुक फीड पर तो इसका असर कमाल का है. सभी सी ग्रीन कलर वाले टेक्स्ट मैसेज गायब हो गए फीड से. जिन लोगों ने ये पोस्ट शेयर की थी उनकी खाली पोस्ट दिख रही थी. इसके अलावा, लोगों ने जो कमेंट्स किए थे वो भी दिख रहे थे. बस जो मैसेज सराहा पर भेजा गया है वो नहीं दिखा था.
इसे और थोड़ा टेस्ट करने के लिए गूगल किया "sarahah". नतीजा आपके सामने है. वेब पेज पर सराहा सर्च किया तो sarahah.com भी गायब हो गया. इसके बाद न्यूज में सर्च किया तो न्यूज आर्टिकल्स की हेडलाइन भी गायब हो गई थी. इतना ही नहीं आप गूगल इमेज में सराहा सर्च करेंगे तो आपको एक भी फोटो नहीं दिखेगी.
गूगल इमेज सर्च करने पर ये नतीजा रहा
तो इस एक्सटेंशन से अभी तक तो मुझे कोई समस्या नहीं हुई है और अभी तक तो ऐसा लग रहा है कि इसका इस्तेमाल करने से फायदा ही है. अगर इसके बाद कोई स्पैम, एड या कुछ और समस्या आती है तो यकीनन आपसे जरूर शेयर करूंगी. हां, ये सिर्फ क्रोम यूजर्स के लिए है और आप इसे डेस्कटॉप पर आसानी से इस्तेमाल कर सकते हैं. फेसबुक एप पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा.
ये भी पढ़ें-
अब गुमनाम नहीं रह पाएंगे सराहा पर मैसेज भेजने वाले!
'सराहा' पर अश्लील मैसेज भेजने वालों, तुम्हें भगवान भी सहारा न देगा
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.