चीन ने एक नया लड़ाकू हेलिकॉप्टर तैयार कर लिया है. हाल ही में इस हेलिकॉप्टर ने अपनी पहली उड़ान भरी है. Z-19E नाम का ये हेलिकॉप्टर Avic हार्बिन एयरक्राफ्ट इंडस्ट्री ने बनाया है. इसकी पहली उड़ान को टीवी पर कवर भी किया गया है.
क्या है खास?
Z-19E को ब्लैक वर्लविंड भी कहा जाता है. इस हेलिकॉप्टर की खासियत ये है कि इससे जल्दी अटैक किया जा सकता है. इसे उड़ान भरने में ज्यादा समय नहीं लगता. हालांकि, इसकी डिटेल्स अभी कंपनी ने नहीं दी है. ये हेलिकॉप्टर किसी भी अटैक मिशन के लिए अच्छा साबित हो सकता है.
पहले से बेहतर डिजाइन...
इस हेलिकॉप्टर की बॉडी काफी पतली है. इसे सीधे अटैक करने के लिए डिजाइन किया गया है और इस हेलिकॉप्टर से आसानी से छोटी मिसाइल भी दागी जा सकती है. इस हेलिकॉप्टर को चीन ने एक्सपोर्ट के हिसाब से बनाया है और युद्ध के समय ये एक बेहतरीन मशीन साबित हो सकती है.
इसे बनाने वाली कंपनी का कहना है कि ये एक ऐसा हेलिकॉप्टर है जिससे युद्ध के साथ-साथ अन्य छोटे बड़े सैन्य मिशन में फायदा मिल सकता है. ये दिन और रात दोनों में एक तरह से ही काम करता है.
टैंक उड़ाने के लिए बनाया गया...
ये हेलिकॉप्टर खास तौर पर टैंक, हथियारों से भरी गाड़िया और अन्य ग्राउंड टार्गेट के लिए बनाया गया है. इसे हमला करने में ज्यादा समय नहीं लगता है.
डुअल सीट केबिन में दोनों पायलेट को अच्छा विजन मिलता है. चीन ने पिछले कुछ सालों में बेहतरीन हथियार बनाए हैं.
डिफेंस मार्केट में अपनी बेहतर स्थिती बनाने के लिए चीन ने इस हेलिकॉप्टर को डिजाइन किया है. चीन का फोकस...
चीन ने एक नया लड़ाकू हेलिकॉप्टर तैयार कर लिया है. हाल ही में इस हेलिकॉप्टर ने अपनी पहली उड़ान भरी है. Z-19E नाम का ये हेलिकॉप्टर Avic हार्बिन एयरक्राफ्ट इंडस्ट्री ने बनाया है. इसकी पहली उड़ान को टीवी पर कवर भी किया गया है.
क्या है खास?
Z-19E को ब्लैक वर्लविंड भी कहा जाता है. इस हेलिकॉप्टर की खासियत ये है कि इससे जल्दी अटैक किया जा सकता है. इसे उड़ान भरने में ज्यादा समय नहीं लगता. हालांकि, इसकी डिटेल्स अभी कंपनी ने नहीं दी है. ये हेलिकॉप्टर किसी भी अटैक मिशन के लिए अच्छा साबित हो सकता है.
पहले से बेहतर डिजाइन...
इस हेलिकॉप्टर की बॉडी काफी पतली है. इसे सीधे अटैक करने के लिए डिजाइन किया गया है और इस हेलिकॉप्टर से आसानी से छोटी मिसाइल भी दागी जा सकती है. इस हेलिकॉप्टर को चीन ने एक्सपोर्ट के हिसाब से बनाया है और युद्ध के समय ये एक बेहतरीन मशीन साबित हो सकती है.
इसे बनाने वाली कंपनी का कहना है कि ये एक ऐसा हेलिकॉप्टर है जिससे युद्ध के साथ-साथ अन्य छोटे बड़े सैन्य मिशन में फायदा मिल सकता है. ये दिन और रात दोनों में एक तरह से ही काम करता है.
टैंक उड़ाने के लिए बनाया गया...
ये हेलिकॉप्टर खास तौर पर टैंक, हथियारों से भरी गाड़िया और अन्य ग्राउंड टार्गेट के लिए बनाया गया है. इसे हमला करने में ज्यादा समय नहीं लगता है.
डुअल सीट केबिन में दोनों पायलेट को अच्छा विजन मिलता है. चीन ने पिछले कुछ सालों में बेहतरीन हथियार बनाए हैं.
डिफेंस मार्केट में अपनी बेहतर स्थिती बनाने के लिए चीन ने इस हेलिकॉप्टर को डिजाइन किया है. चीन का फोकस ज्यादातर देशों के डिफेंस बाजारों पर है. इससे चीन की खराब और कॉपी किए हुए हथियार बनाने वाले देश की छवि खत्म हो जाएगी.
इस हेलिकॉप्टर में ऐसे भी उपकरण है जिससे पायलट की सुरक्षा सही तरह से हो पाएगी.
Z-19E को बाहर के बाज़ारों में बेचा जा सकता है क्योंकि इसके कुछ पार्ट्स ऐसे हैं जो कि दूसरे देशों के मिलिट्री सिस्टम से मेल खाते हैं. ये उन देशों के लिए है जिनको हाई मिलिट्री हेलिकॉप्टर कम अटैक पावर के साथ चाहिए.
इस हेलिकॉप्टर को किन देशों को दिया जाएगा या इसकी कीमत कैसी होगी, इसकी युद्ध क्षमता क्या है इसके बारे में अभी तक चीन ने कुछ नहीं बताया है. हो भी सकता है कि ये पाकिस्तान जैसे देश के काम आए और या किसी ना किसी तरह से भारत का नुकसान हो या फिर ऐसा भी हो सकता है कि इस हेलिकॉप्टर को भारत जैसे किसी मार्केट के लिए ही बनाया गया हो और ये सेना की शक्ति बढ़ाए.
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